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Wednesday, August 30, 2017

निश्चित रूप से दर्शकों को झकझोरने के लिए काफी है - फिल्म पहल

निश्चित रूप से दर्शकों को झकझोरने के लिए काफी है - फिल्म पहल

दम तोड़ते जीवन में आशा की पहल 

 
असीम कृष्णा
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र

फिल्म जगत । मुम्बई ।। वर्ग आधारित सामाजिक व्यवस्था में निम्न वर्ग के उस तबके का एक शानदार प्रस्तुतिकरण जिसकी जीवनशैली आज भी केवल सांसे बचाने हेतु संघर्ष कर रही है । जहां जीवन तो है मगर उसके हर वक्त कहीं खो जाने का खतरा  है । जहां पेट की अधूरी भूख कदमों को विराम नहीं होने देना चाहती । जीवन और वर्तमान व्यवस्था से उपेक्षित इस निम्न वर्ग की पीड़ा और संघर्ष को प्रदर्शित करती एकलव्य फिल्मस एंड टेलीविजन मुबंई के बैनर की फिल्म पहल निश्चित रूप से दर्शकों को झकझोरने के लिए काफी है । फिल्म के कथानक से ही स्पष्ट होता है कि  इस फिल्म का निर्माण बालीवुड के लिए बड़ी उपलब्धि है । इससे फिल्म निर्माण के क्षेत्र में प्रवेश कर रहे निर्माता रामसूरत बिंद की सोच और उनकी कलात्मक दूरदृष्टि भी सराहनीय है । उन्होंने अपने पहले प्रयास में जिस वर्ग के विषय को रूपहले पर्दे पर लाने का जोखिम उठाया है ए उससे उनके साहसी और सामाजिक जिज्ञासु होने का संकेत भी है ।हिमाचल प्रदेश एउत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में फिल्मायी गई फिल्म पहल अब एक चर्चित नाम बन चुकी है । फिल्म की कथावस्तु निम्न तबके की पीड़ा रखने के बावजूद एक व्यवसायिक फिल्म है । यह फिल्म के निर्देशक बलराम बिंद की उस प्रतिभा को भी सामने लाती है जिसका विषय कलात्मक होने के बावजूद उसे व्यवसायिक रूप दे दिया गया । इससे पहल की कहानी अधिकांश दर्शकों तक पहुंच के काबिल बनती है । एक वर्ग की जीवनशैली और उसकी उहापोह को दर्शाने वाले विषय को जिस प्रकार एक बड़ी फिल्म के रूप में प्रस्तुत किया गया हैए संभवत पहल उस पर खरी उतरती है । फिल्म को आम दर्शक तक पहुचाने और उसके मनोरंजन की संतुष्टि करने के लिए मधुर संगीत से सजे गीत और कामेडी जैसा पुट भी फिल्म की लय को शशक्त भाव देता है । इस फिल्म की सबसे बड़ी विशेषता यही होगी कि  दर्शक मंत्रमुग्ध होकर इसे देख संकेगे ।वह अपने अंदाज में उस संघर्ष से रूबरू होंगे जिससे अभी तक उनका सामना नहीं हुआ हो ।पोस्ट प्रोडक्शन में व्यस्त पहल से कई नवोदित कलाकारो के भविष्य का फैसला होगा । इसमें पहल से बालीवुड में प्रवेश कर रहे  नवोदित राजशेखर साहनी की अभिनय क्षमता का आंकलन भी होने जा रहा है । ग्रामीण पृष्ठभूमि  जैसी कहानी पर आधारित फिल्म उसके भीतरी कलाकार की कलात्मकता का विश्लेषण होगी । फिल्म में काम करने वाले अन्य कलाकारों में सागर शान ए  सुनील निषादए  ओमप्रकाश ओमए विपिन गोरए सुनीताए बृजनाथ सिंहए सलिल जैकए आशा देवी आदि हैं । फिल्म की कथा पटकथा और गीत सुरेश कुमार एकलव्य ने लिखे हैं। संगीत पंचम निषाद एवं अजय कुमार  का है । रेखा रावए दीपमाला और पंचम निषाद ने अपने सुरीले अंदाज में गाकर सभी गाने भावप्राण बना दिए हैं ।

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