नायक के प्रयास से आएगा जीवन में बदलाव . पहल
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
प्रस्तुति . मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
मुंबई । दूर देहात का वो दृश्य जहॉ आधुनिक विकास का कोई वजूद न हो ,वहॉ का जन समुदाय अशिक्षा के घोर अंधकार में जीवन जी रहा हो और तभी वहॉ कुछ ऐसा घटित हो जाये कि लोग अचानक से पढना-लिखना सीखने के लिए स्कूल जाने लगें और लोग अपनी सदियों पुरानी बुराईयॉ जैसे जुआ, शराब, लूट-खसौट, हत्या, धोखा, छेड़खानी आदि से तौबा करने लगें।यह एक देवत्वरूपी चमत्कार ही होगा । उपर्युक्त घटनाचक्र आप जीवन्त परदे पर देख सकेंगे । फिल्म निर्माता रामसूरत बिंद की फिल्म पहल में । इस फिल्म में एक ऐसे गॉव की कहानी है जो आधुनिकता व सरकारी दयादृष्टि से वंचित है ,पूरा गॉव बुराईयों का गढ़ है, जिंदगी नर्क में गुजार रहे लोग।तभी अचानक से गॉव में फिल्म का हीरो राजशेखर साहनी एंट्री मारते हैं, जैसे गॉव में किसी देव ने प्रवेश किया हो अब शुरू होती है फिल्म की असली कहानी यानी कि गॉव के स्वर्ग बनने की कहानी । राजशेखर साहनी गॉव के लिए अच्छे दिन लेकर आते हैं और वहॉ के लोगों को उनकी कमियों-बुराईयों के बारे में बताते हैं और उन्हें शिक्षित करते हैं स्वरोजगार की सीख देते हैं ।देखते ही देखते गॉव नर्क से स्वर्ग बन जाता है द्य ऐसी प्रेरणामयी कहानी पर आधारित है फिल्म पहल नर्क से स्वर्ग की ओर ले जाने वाली फिल्म पहल को देखने के लिए तैयार रहिये क्योकि जल्द आ रही है सिनेमा घरों में फिल्म पहल।
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