खिलौना बन चुकी है लालगंज पुलिस और अधिकारी भी बाज नही आ रहे अपराधियों का साथ देने में
रायबरेली । कानून अब लालगंज पुलिस के लिए मजाक बन गया है पुलिस अधिकारियों के संरक्षण में अपराध पनप रहा है । शायद लालगंज पुलिस अपराधियों के हाथ का खिलौना बन चुकी है और अधिकारी अपराधियों की गुलामी करने से बाज नहीं आ रहे हैं ताजा मामला क्षेत्राधिकारी लालगंज का है जो अपने आप को माननीय उच्य न्यायालय से भी ऊपर समझते है । माननीय हाई कोर्ट से अरेस्ट स्टे प्राप्त व्यक्ति को समझौता ना करने के कारण लालगंज कोतवाली के लॉकअप में बंद करवा दिया । थाना सरेनी के गांव रसूलपुर का है सन 2010 11 में रंजन मिश्र पुत्र ललित मिश्र से उनकी रिश्तेदार में सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर 275000 रुपए ठग लिए जिस पर 420 406 506 आई 0 पी सी 0 का एक मुकदमा ग्राम रानीखेड़ा की दो सगी बहनों उनके पिता और बाबा के खिलाफ थाना सरेनी में दर्ज हुआ था जिस पर चार्ज शीट लग चुकी है , और अब सिविल कोर्ट रायबरेली से इन लड़कियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है इन लड़कियों ने इस मुकदमे पर दबाव बनाने के लिए रंजन मिश्र पर 156 (3 ) से बलात्कार का एक मुकदमा थाना सरेनी में दर्ज कराया था जिसकी विवेचना माननीय उच्च न्यायालय बेंच लखनऊ के निर्देशानुसार क्षेत्राधिकारी लालगंज ने की और मामले को झूठा पाते अंतिम रिपोर्ट लगाकर मुकदमे को समाप्त कर दिया था किंतु लड़कियां उस प्रकरण पुनः विवेचना करवा रही ह आरोप है कि नए क्षेत्राधिकारी लालगंज लड़कियों के पक्ष में खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं और सज्जन मिश्र पर समझौता कर लेने का दबाव बना रहे हैं इसी के तहत आज उन्हें क्षेत्राधिकारी कार्यालय बुलाया गया जब उन्होंने समझौता करने से मना कर दिया तो तिलमिलाए क्षेत्राधिकारी ने फौरन हाईकोर्ट की आदेश की अवहेलना करते हुए उसे अपनी सरकारी गाड़ी से तत्काल लालगंज कोतवाली भेजकर लॉकअप में बंद करा दिया । और धमकी दी की यदि मुकदमा नहीं उठाओगे तो बलात्कार के मुकदमे में चार्ज शीट लगा दूंगा किंतु जब हाईकोर्ट के आदेश की फिर से उन्हें नई कॉपी दी गई तो काफी बहस के बाद उन्होंने उसे लॉकअप से बाहर कराया और पुनः समझौता करने की हिदायत देने लगे जबकी मामला पूरे तरीके से झूठा है और बलात्कार का मुकदमा मात्र पेशबंदी में दर्ज हुआ है क्षेत्राधिकारी लालगंज लड़कियों के पक्ष में आंख बंद कर हर हर तरह की कार्यवाही के लिए तैयार हैं चाहे उन पर कोर्ट की अवमानना का मुकदमा ही क्यों ना चल पड़े उत्तर प्रदेश पुलिस यह अधिकारी कुछ ही दिनों में सेवानिवृत्त होने वाला है यह लड़कियां इससे पूर्व क्षेत्र के कई लोगों के खिलाफ बलात्कार और छेड़खानी के मुकदमे दिखा चुकी है यह सब खेल बड़े।।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
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