कलाकारों का हर प्रकार से शोषण
कुछ बोलूँ तो कडवा ही बोलूँगा यही लोग कहते है परन्तु क्या कँरू आदत से मजबूर हूँ क्या आप ने सोचा और देखा कि जनपद के युवाओं में एक होड सी है कि वो भी सलमान खाँन ,करीना कपूर से फिल्मों में दिखे जिसके कारण जनपद के कुछ कलाकार क्षेत्रिय स्तर पर फिल्मों व एलबमों का निर्माण करते है जिसमें वो कलाकारों का हर प्रकार से शोषण करते , जिसके कारण सही कलाकार भी बदनाम हो जाते है लेकिन उससे भी गम्भीर तत्व ये है कि कागजों में क्या होता है और वो कहाँ टैक्स देते है जिसका विवरण भी उनके पास नही होता है और जनपद के मनोरंजन अधिकारी को कोई फर्क ही नहीं पडता की कहाँ फिल्म व एलबम का निर्माण हो रहा है कहाँ से कलाकार आऐं ,कलाकार कौन सी एैसोसियेशन से पंजिकृत है उनके साथ क्या हो रहा है कितना वेतन मिल रहा है और जो प्रोडक्सन निर्माण करा रहा है ,वो कहाँ पंजिकृत है, उसका क्या वजट है, क्या समय सीमा है, जिसका कोई रिकार्ड न सूचना अधिकारी ,न मनोरंजन अधिकारी ,न जिला अधिकारी के पास होता है उससे भी अधिक चैकाने वाला तत्व यह है कि शोषण में पुरूष कलाकार व महिला कलाकारों की अश्लील विडियों क्लिीप एैडिट कर बना दी जाती है और चन्द रूपयो के लिए यू टूब पर अश्लील साइटों पर डाल कर , उनको बदनाम व ब्लैक मेल किया जाता है जिसके कारण कलाकार आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे है ,और हो रही है आत्महत्याऐं । जिसमें गम्भीर व अहम भूमिका प्रशासन व मनोरंजन अधिकारी की भी है लेकिन बदनामी के कारण कलाकारों के माता-पिता पुलिस प्रशासन को गुमराह कर आपसी झगडे या घरेलू कलेश का मामला दर्ज करा कर फाईल बन्द करा देते है अगर जिला प्रशासन सख्ती से अपना कार्य करे तो कोई कलाकार आत्महत्या नहीं करेगा और फेक व गलत इरादों बाले प्रोडक्शन किसी कलाकार के साथ आर्थिक ,शारीरिक व यौन शोषण नहीं कर सकता और अगर कोई इस तरीके की बात कहे तो तुरन्त एफ0आई0आर0 दर्ज कर प्रशासन को प्रोडक्शन सीज कर उम्र कैद की सजा देनी चाहिऐ ।
सम्पादक ज्ञान प्रकाश
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
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