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Tuesday, June 27, 2017

नेशनल मिशन फार सस्टेनेबल एग्रीकल्चर के अन्र्तगत वर्षा सिंचित क्षेत्र विकास कार्ययोजना सम्बन्धी बैठक सम्पन्न हुई

नेशनल मिशन फार सस्टेनेबल एग्रीकल्चर के अन्र्तगत वर्षा सिंचित क्षेत्र विकास कार्ययोजना सम्बन्धी बैठक सम्पन्न हुई

अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र


शाहजहाँपुर। जिलाधिकारी नरेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में नेशनल मिशन फार सस्टेनेबल एग्रीकल्चर (एन0एम0एस0ए0) के अन्र्तगत वर्षा सिंचित क्षेत्र विकास कार्ययोजना सम्बन्धी बैठक कलेक्ट्रेट में सम्पन्न हुई। बैठक में भूमि संरक्षण इकाई (गोमती) के भूमि संरक्षण अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि नेशनल मिशन फार सस्टेनेबल एग्रीकल्चर राष्ट्रीय सतत कृषि विभाग योजनान्र्तगत वर्षा आधारित सिंचित विकास घटक योजना के अन्र्तगत जिले की डेयरी वेस्ड परियोजना बुढानपुर विकास क्षेत्र निगोही को शासन द्वारा स्वीकृत किया गया है। जिसके अन्र्तगत 105 किसानो में 92 किसानो को डेयरी दुधारू पशु तथा इनके 1 वर्ष के चारा फसल एवं पौष्टिक आहार शासन द्वारा 25.20 लाख रूपये का अनुदान स्वीकृत किया गया है। जो 40 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर अनुमन्य है। इस मद के अन्र्तगत लाभार्थी को पशु चारे एवं पौष्टिक आहार पर 10 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर अनुदान तथा दुधारू पशु खरीद पर प्रति पशु रूपये 30 हजार अधिकतम देय होगा। जिलाधिकारी नरेन्द्र कुमार सिंह ने निर्देश दिये कि पशुओं की खरीद के लिये उपनिदेशक कृषि, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी तथा सम्बन्धित क्षेत्र के तहसीलदार की एक समिति बनाई जाती है। जो स्थानीय बाजार/पशु पैट, राजकीय /अर्द्धराजकीय डेयरी फार्मो से नियमानुसार अच्छे दुधारू पशुओं की खरीद करेगें। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि 1 हेक्टेयर में उद्यानीकरण हेतु 25 हजार रूपये का अनुदान अनुमन्य है। उन्होंने किसानो से कहा कि वह उद्यानीकरण को बढ़ावा दें। बुढानपुर परियोजना में 2 लाभार्थियों को चयन किया गया है। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि  जिन किसानो को दुधारू पशुओं हेतु चयन किया गया है चूंकि उनके पास पशु का गोबर भी रहेगा इसलिये  उन्हें वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के लिये भी चयन करते हुये लाभान्वित कराया जाये। उक्त बैठक में जिलाधिकारी ने किसानो से यह जानकारी की कि उनके द्वारा किस तरह अनुपजाऊ ऊबड़-खाबड़ भूमि को उपजाऊ भूमि बनाया गया। जिसपर किसानो ने बताया कि भूमि संरक्षण विभाग द्वारा पहले उनकी भूमि का मेड़ बधवाया उसके बाद उनकी भूमि को समतल कराकर सभी बबूल आदि के कांटेदार पौधो को हटवाकर उपजाऊ भूमि बनवाया है। आज उन भूमियों पर गेहूँ, धान और गन्ना की फसल की जा रही है। जिलाधिकारी ने गांवों में विद्युत आपूर्ति की भी जानकारी की तो इमलिया खुर्द जलालाबाद के किसान दिनेश सिंह शाक्य ने बताया कि उनके क्षेत्र में विद्युत 6-7 घण्टे ही आती है। निगोही के ग्राम बुढानपुर के किसानो ने बताया कि उनके क्षेत्र में 10-12 घण्टे बिजली आती है। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 राजेन्द्र सिंह से कहा कि वह पशुओं का टीकाकरण कराते हुये फोटो सहित पूर्ण विवरण दें। बैठक में उपनिदेशक कृषि प्रभाकर सिंह, जिला कृषि अधिकारी धीरेन्द्र चैधरी, जिला उद्यान अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक, किसान आदि उपस्थित रहें।




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