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Monday, June 19, 2017

संघर्षों से भरी हुई है फिल्म 'पहल' के निर्माता की जिन्दगी

संघर्षों से भरी हुई है फिल्म 'पहल' के निर्माता की जिन्दगी

सुनील निषाद
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

मुम्बई। एकलव्य फिल्मस् एण्ड टेलीविजन प्रोडक्शन हाउस मुम्बई के मालिक रामसूरत बिंद का जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद में  राजापुर सिकरौर  गांव के एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। जब वह एक वर्ष के थे तभी इनके पिताजी का स्वर्गवास हो गया । इनके दादा जी श्री शिवअंबर भगत जी अपने जवान बेटे की मृत्यु सहन न कर सके । शिवअंबर भगत जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे । रामसूरत बिन्द के चाचा जी श्री श्यामलाल बिन्द ने पढ़ाया लिखाया । बाल्यावस्था से ही उनका जीवन संघर्षों में बीता है ।हमारे संवाददाता से उन्होंने खास बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि जिम्मेदारियों का बोझ बचपन से ही आ गया था।काफी दिन मुम्बई में संघर्ष करने के साथ साथ मुंबई में गरीब बच्चों को नि: शुल्क कोचिंग करते थे जिससे छोटे बड़े सब लोग इन्हें मास्टर साहब कहते थे । वें  सामाजिक कार्यों में रूचि रखने लगे और अपने गांव में बच्चों को दूर न जाना पड़े इसके लिए उन्होंने एक एकलव्य प्राथमिक स्कूल बनवाया जब गल्फ में नौकरी करने लगे । आज यह स्कूल एकलव्य इण्टर कालेज नाम से जाना जाता है और उसका परिणाम यह निकला कि शिक्षा के क्षेत्र में एकलव्य इंटर कॉलेज दूर दराज तक प्रसिद्ध हो गया । एक बार वह किसी कार्यक्रम में भाग लेने गये थे। और वहां पर एक कलाकार के कला को देखकर उन्हें लगा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी कलाकार हैं लेकिन उन्हें प्रदर्शन करने का मौका नही मिलता। फिर उन्होंने ने सोंचा कि क्यूं न एक फिल्म प्रोडक्शन हाउस खोला जाए जिसमें नये-नये कलाकारों को मौका दिया जाए और उन्हें भी अपने कला का प्रदर्शन का मौका मिले और उन्होंने 'एकलव्य फिल्मस् एण्ड टेलीविजन' के नाम से एक फिल्म  प्रोडक्शन हाउस मुम्बई में खोला अपने बड़े बेटे को बतौर नायक हिन्दी फीचर फिल्म पहल में  उतारा जो कि वर्धा विश्वविद्यालय महाराष्ट्र से एम ए आर्ट ऑफ परफॉर्मेंस की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं । यही कारण है कि उन्होंने अपने प्रोडक्शन से एक सामाजिक फिल्म बनायी। जो समाज में व्याप्त बुराईयों पर एक करारा प्रहार है।
      

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