बेजुबानों की जुबान बने सलमान
शहीदो की नगरी में जन्में समाज सेवी सलमान हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल है यह एक एैसी शख्यित है जो इन्सानो की मदद् के साथ साथ वेजुबा़न जानवरो की भी सेवा करते है और शहीदो की नगरी से शहीद हुए आजादी के महा पुरूषो की प्रतिमाओं की नित दिन देख रेख व साफ सफाई करते है न दिन न रात की परवाह किए बिना ही लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा करने में वाले सलमान का कहना है कि हम खुदा के घर से इंसान बनके आये है मजहब तो ज़मी पर आने के बाद होता है सब धर्माे का सम्मान करे और गरीब व असहाय लोगो की मदद् करे। क्योंकि भारत के संविधान रचयिता डाॅ0 बाबा साहब अम्बेडकर, स्वामी विवेकानन्द , ए0पी0जे कलाम जी आदि महा पुरूषो ने देश की खातिर अपना सब कुछ त्याग कर दिया और देश को नई दिशा दी ।
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