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Thursday, June 1, 2017

उत्पीड़न पर कठोर कानून बनाने व पारित कराने पर विचार किया

कितने बंधुओं ने आज इस अवसर पर कलम की ताकत को और पैनी बनाने के लिए शपथ ली

उत्पीड़न पर कठोर कानून बनाने व पारित कराने पर विचार किया

प्रेम,एकता,ईमानदारी व परोपकारिता सच्चे पत्रकारों के दुश्मन

फिरोजाबाद।।हमारे वरिष्ठ पत्रकार बंधुओं को एक विशेष व सोचनीय तथ्य पर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास कराने की कोशिश करने जा रहे हैं ।
हमें पूर्ण विश्वास है कि आप सब बंधु गौर फरमाऐगे ।क्या हमें लगता है कि हम जो वेबसाइट लिक भेज भेज कर समाचार समूह को कूट कूट कर भरते रहते है कोई पढ़ता भी है या नही । एक विषय की हजारों फोटोस पोस्ट करते है क्या उन फोटोस का कोई महत्व भी होता होगा या नहीं?कितना अच्छा होता जब हम अपने आपमें पारदर्शिता लाते और शुद्ध हसतलिखित खबरों को ही पोस्ट करते ।हम सब पढ़े लिखे वरिष्ठ पत्रकार और समाज सेवी हैं ।फिर भी जानते हुए भी कि जब हमारे खुद के पास समय नहीं है तो हमारे कितने बंधुओं के पास समय होगा जो links को खोलते होंगे ।समूह में शामिल पत्रकार व समाज सेवक व वरिष्ठ अधिकारीगण  भी सामिल होते है जिनकी गरिमा का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए ।कुछ अराजक तत्व भी समूहों में शामिल हो जाते हैं और कुछ नान वेज मैसेज छोड़ कर अपने होने का एहसास दिलाते रहते है ।मेरे कहने का मात्र एक ही उद्देश्य है कि समूह संचालक व समूह सदस्यों को एक क्रांति लानी चाहिए और गंभीरता भी होनी चाहिये ताकि शोशल शाइट का प्रयोग सदुपयोग के लिए होता रहे नही तो आप भी आकलन कर रहें होंगे कि हजारों समूह में शामिल पत्रकार लेफ्ट होते जा रहे है अपनी उपस्थिति कम करते जा रहें हैं यदि आप सभी वरिष्ठ पत्रकार बंधुओं को हमारे कुछ विचार समझ आए हो तो कृपया गंभीरता लाने का प्रयास करें एक नयी सोच के साथ  कार्य करें ।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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