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Monday, December 11, 2017

आरटीओ कार्यालयों में दलालों पर अंकुश नही

आरटीओ कार्यालयों में दलालों पर अंकुश नही

फिरोजाबाद । जनपद में परिवहन विभाग के लाख दावों के बाद भी आरटीओ कार्यालयों में दलालों पर अंकुश नही लग पा रहा है। जनपद के एआरटीओ कार्यालय में विभाग के अधिकारियों ,कर्मचारियों की मिलीभगत से एआरटीओ ऑफिस में दलालों की सरकार बनी हुई है। यहाँ बिना दलाली के कोई काम कराना आसान नहीं।एआरटीओ ऑफिस में घुसते ही दलालों के बस्ते पड़े हुए दिखाई देते हैं। जहां खुलेआम दलाल मोटा पैसा लेकर लोगों का कार्य कराते हुए नजर आते हैं। एआरटीओ कार्यालय का आलम यह है कि सीधे तौर पर कोई व्यक्ति अगर अपना काम कराने जाता है तो उसको बाबू व अन्य कर्मचारी लंबी प्रक्रिया में उलझाकर घुमा डालते हैं।मजबूरन दलालों के माध्यम से ही कार्य कराने पड़ते हैं। ऐसा नहीं कि एआरटीओ कार्यालय की दलाली के बारे में प्रशासनिक आलाअधिकारियों को अवगत नहीं। कुछ समय पूर्व ही जनपद के एआरटीओ कार्यालय के एक बाबू का सुविधाशुल्क लेते वीडियो भी वायरल हुआ था। कई बार औचक निरीक्षण के दौरान भी तमाम अव्यवस्थाएं मिली हैं। परन्तु जिसे देख कर आलाधिकारियों ने एआरटीओ सहित अन्य कर्मचारियों को सख्त हिदायत देकर दलाली और दलालों पर रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए लेकिन इसके बावजूद भी यहाँ दलाली बन्द नही हो पा रही है। कुछ दिन राहत जरूर मिलती है लेकिन फिर से नजारा वही हो जाता है। इस वक्त दलालों का वर्चस्व एआरटीओ कार्यालय में हावी है। सूत्रों की मानें तो एआरटीओ साहिबा भी इन दलालों पर खूब मेहरबान रहती हैं और इनकी लाई हुई फाइलें और कार्य को करने में देर नहीं लगातीं। इसी के चलते इनके हौसले बुलंद हैं और एआरटीओ कार्यालय में दलालों की दलाली चरम सीमा पर है। सरकारी फीस से तिगुना पैसा वसूल रहे दलाल आपको ड्राइविंग लाइसेस बनवाना हो या गाड़ी का रजिस्ट्रेशन कराना हो या फिर चारपहिया या लोडर गाड़ी का फिटनेस परमिट लेना हो या अन्य। सब कार्य यहाँ दलालों के ही माध्यम से हो रहा है। सूत्रों की मानें तो लर्निंग लाइसेंस की सरकारी फीस 350 रुपये है। लेकिन दलाल इसका तिगुना वसूलते हैं। क्या हैं नियम विभागीय सूत्रों की मानें तो परिवहन विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक डाक द्वारा लाइसेंस को आवेदक के घर भेजे जाने की सुविधा दी जा रही है। इस सुविधा के बाद विभाग का का दावा था कि दलालों पर लगाम लग जायेगी। लेकिन ऐसा नही हुआ है।

कश्मीर सिंह मंडल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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