मनीष सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सच से कराया रूबरू दिखाएं मीडिया को कागजात
अक्रॉस टाइम्स , रायबरेली। कांग्रेसी नेता मनीष कुमार सिंह बीजेपी नेता एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह द्वारा लगातार बीते कई दिनों से आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं जिससे सियासत भी काफी गरमाई हुई है स्मृति द्वार को लेकर बढ़ी रार के बाद एक दूसरे पर शब्दों और पत्रों के व सोशल मीडिया पर कर रहे पलटवार आज चौहान मार्केट स्थित आवास पर कांग्रेसी नेता मनीष सिंह जारी प्रेस विज्ञप्ति ने बताया कि मेरे द्वारा विदित था कि मेरे पिता जी के नाम पर बनाया गया द्वार एम.एल.सी दिनेश प्रताप सिंह द्वारा सिर्फ और सिर्फ अपनी खोखली राजनीतिक करने के मकसद से लगाया गया है।जमीन को पाने की लालसा के लिए ही निर्मित किया गया था वही अब एम. एल.सी. दिनेश प्रताप सिंह द्वारा चौहान मार्केट को अवैध कब्जा बताया जा रहा है जिस पर कांग्रेसी नेता मनीष सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर यह अवैध कब्जा है और स्वर्गीय अशोक सिंह व धुन्नी सिंह भू माफिया थे तो उनके नाम का सहारा क्यों लिया जा रहा है जिस पर एमएलसी द्वारा मीडिया के माध्यम से उदघाटन के मौके पर उनके बयान के अनुसार पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि चौहान मार्केट जहाँ अभी कुछ दिन पूर्व ही एक प्रेस वार्ता हुई थी.वह अवैध रूप से कब्जा कर बनाई गई है और यदि उस मार्केट का बैनामा भी है तो उसे स्व0 अशोक सिंह के पुत्र मनीष सिंह सार्वजनिक करें। जिस पर कांग्रेसी नेता मनीष सिंह ने कहा सवाल सीधा सदस्य विधान परिषद दिनेश प्रताप सिंह से हैं।कि यदि उनकी जानकारी में ये चौहान मार्केट जहाँ स्व0 अशोक सिंह निवास करते थे। वो अवैध भूमि कब्जा करके बनी है तो उनके नाम से उन्हें श्रद्धांजलि देने के नाम पर द्वार का निर्माण क्यों किया गया, क्या दिनेश प्रताप सिंह स्व0 धुन्नी सिंह और स्व0 अशोक सिंह को अवैध भूमि कब्जा करने वाला मानते हैं, यदि हाँ तो स्व० अशोक सिंह के सम्मान में द्वार निर्मित करके वो कौन सा उदाहरण आम जनमानस के सामने प्रस्तुत करना चाहते हैं, और यदि वो इन दोनों दिवंगत लोगों को अपना प्रेरणाश्रोत मानते हैं, आम जनमानस का लोकप्रिय नेता मानते हैं तो क्या जो आरोप उन्होनें लगाया है. महज आवेश में आकर लगाया गया है। मनीष कुमार सिंह ने कहा कि मैं दिनेश प्रताप सिंह जी से मांग करता हूँ कि यदि उन्होनें रायबरेली की जनता को गुमराह करने के लिए कई दशकों तक जन प्रतिनिधि रहे एक भूमि कब्जा करने वाले नेता स्व० अशोक सिंह जी के सम्मान में बोर्ड लगाया है, तो तत्काल उस बोर्ड को हटाकर स्वयं विधान परिषद सदस्य के पद से और जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए, और यदि उन्होनें बिना किसी आधार और साक्ष्य के ये झूठ बोला है तो दिनेश प्रताप सिंह अपने सम्मानित जन नेता स्व0 अशोक सिंह के समर्थकों और उन्हें वोट देकर जनप्रतिनिधि बनाने वाले मतदाताओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। जहाँ तक बात चौहान मार्केट के अवैध जमीन पर बने होने की है तो ये आपकी और सर्वमान्य जनता की जानकारी के लिए बताना चाहता हूँ कि इस जमीन का बैनामा सन् 1970 में हुआ था, जिसे भोलानाथ सिकरिया सेबाबा द्वारा खरीदा गया था। सदस्य विधान परिषद बैनामा की कापी जब भी चाहें अपने किसी प्रतिनिधि को भेज कर दिखवा सकते हैं।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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