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Thursday, September 3, 2020

अंधेरे में डूब गई है किश्ती,न्याय की आस छोड़ इच्छा मृत्यु की मांग कर रही है महिला

शासन-प्रशासन कार्यालयों  में महिला की नहीं हो रही कोई सुनवाई


आगरा। उत्तर प्रदेश जनपद आगरा थाना जगदीशपुरा क्षेत्र आवास विकास कॉलोनी सेक्टर 8 बोदला निवासी विनीता सिंह शासन  प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की है।छऊवन नगला शाहगंज निवासी विनीता का विवाह सन 1992 में फरीदाबाद निवासी राजू के साथ हुआ था जो एक पेंट ठेकेदार था,कुछ समय बाद महिला ने एक पुत्र को जन्म दिया। लेकिन 5 साल के समय अंतराल में ही पति  की मौत हो  जाने के कारण  विनीता जीवन से हताश होकर बैठ गई। ऐसे में चचेरी बहन ने विनीता को सहारा दिया वह अपने साथ  आगरा ले आई यहां पर रहते समय टीवी रिपेयरिंग की दुकान  करने वाले किशोरपुरा निवासी हरि बाबू से मुलाकात हुई कुछ समय बाद  मुलाकात रिश्ते में  तब्दील हो गई सन 1998 में विनीता ने हरि बाबू से मंदिर मैं विवाह रचा लिया और नई जिंदगी की शुरुआत की लेकिन उसकी आदि उम्मीदें उस समय टूट गई जब पता चला कि हरि बाबू पहले से ही शादीशुदा है और एक बच्चे का बाप है पर इस मोड़ पर कहीं दूसरी जगह ठिकाना ना देख उसने अपनी जुबान को बंद रखना ही बेहतर समझा। और उसी के साथ रहती रही।इसी दरमियान विनीता ने पुत्री पूजा को जन्म दिया  कुछ समय बाद फिर गर्भवती हुई व एसएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया लेकिन  डिलीवरी के दौरान फिर से दूसरी  कन्या को जन्मा देख हरी बाबू विनीता को हॉस्पिटल में ही छोड़ कर भाग गया। बाद में पता चला कि हरि बाबू ने और भी दो शादी कर रखी हैं। जिसमें से पहली पत्नी सुशीला, दूसरी विनीता ,तीसरी सुशीला ,चौथी शाहिन खान, विनीता के कहे अनुसार और भी हैं। शुरुआती समय में विनीता को हरि बाबू घर का किराया ,बिजली के बेल वह घर के खर्चे के लिए कुछ रुपए दे दिया करते थे लेकिन कुछ समय से किसी भी तरह का कोई सहयोग ना देने के कारण विनीता पुत्री पूजा व आरती भारी मुश्किलों का सामना  कर रहे हैं  यहां तक की भूखे मरने की नौबत  आ चुकी है और यही नहीं  अधिकांश दिन तो  यह परिवार  भूखा ही सो जाता है जिसके कारण माँ विनीता ने हरि बाबू के खिलाफ शिकायत पत्र थाना, चौकी से लेकर एसएसपी  कार्यालय व डीएम कार्यालय मैं दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई हार का महिला व उसकी पुत्रियों ने शासन प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की है। सोचने की बात है एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर न्याय दिलाने की बड़ी-बड़ी बातें कहते नहीं थकती वहीं दूसरी तरफ विनीता जैसी महिला की कोई सुनवाई ना होना उत्तर प्रदेश सरकार  के आदेशों की  धज्जियां उड़ाती नजर आ रही हैं। अगर महिला व उसकी पुत्रियों के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी किस की होगी।

योगेश चौहान ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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