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Saturday, February 16, 2019

ग्लोबल यंग एक्शन नेटवर्क द्वारा रसोई को घुंआ मुक्त बनाने के उद्देश्य से कार्यरत प्रधानमंत्री उज्वला योजना



ब्यूरो समाचार
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
नई दिल्ली। ग्लोबल यंग एक्शन नेटवर्क द्वारा रसोई को घुंआ मुक्त बनाने के उद्देश्य से कार्यरत प्रधानमंत्री उज्वला योजना हेतु उत्सव कार्यक्रम इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया गया। भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री व पूर्वी दिल्ली से सांसद महेश गिरी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे व भाजपा सुशासन प्रकोष्ठ के सदस्य श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा ग्लोबल यंग एक्शन नेटवर्क संस्थापक डा0 सुमित भसीन ने कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की व व पूर्वी दिल्ली नगर निगम में पूर्व महापौर हर्ष मल्हौत्रा कार्यक्रम में मुख्य रूप से अपनी भागीदारी प्रस्तुत की।इस कार्यक्रम में उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के साथ-साथ छात्रों, अनुसंधान विद्वानों, नीति निर्माताओं, चिकित्सा चिकित्सकों और विशेषज्ञों को एक साथ लाया। ग्लोबल यंग एक्शन नेटवक के संस्थापक डा0 सुमति भसिन ने बताया कि इस योजना की विशिष्टता और सामाजिक प्रभाव के पैमाने पर प्रभावित किया। उन्होंने यह भी बताया कि सामाजिक परिवर्तन के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति कितनी महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले चार वर्षों में जो परिवर्तन हुआ है, वह पिछले 60 वर्षों से कही अधिक है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महेश गिरी ने कार्यक्रम की सराहना की व उपस्थित छात्रों और लाभार्थियों के साथ विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि एलपीजी कनेक्शन से माताओं बहनों को काफी राहत पंहुची है। पहले उन्हें घुए में खाना बनाना पड़ता था। परन्तु अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। उन्होंने सरकार की गतिशील भूमिका पर भी प्रकाश डाला और कहा कि भाजपा सरकार ने समाज के हर एक व्यक्ति को विकास की राह पर ले जाने की ठानी। सांसद ने बताया कि देश में प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना का सभी सामाजिक वर्गों की महिलाओं के जीवन पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ा है। आज तक 6.6 करोड़ महिलाएं देश में धूआ मुक्त जीवन जी रही हैं। पांच महीने के लक्ष्य को आठ महीने पहले हासिल करने के बाद, सरकार ने 31 मार्च 2020 तक अपने लक्ष्य को बढ़ाकर 8 करोड़ धुंआ मुक्त रसोई तक बनाने का लक्ष्य रखा है। इस काम के लिए 4,800 करोड़ रुपये इस योजना में लगाए जा चुके है। कार्यक्रम का संचाचल कई सत्रों में किया गया। अंतिम सत्र में, आरडीआई इंडिया की सीईओ, सुश्री मीता प्रियदर्शनी ने इस योजना, इसके कार्यान्वयन पहलुओं और जमीन से अंतर्दृष्टि पर विस्तार से बात की। उन्होंने गरीबों और अशिक्षितों के बीच एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देने और जागरूकता पैदा करने के लिए सरकार की कई संयुक्ते पहलों के बारे में बताया।इस कार्यक्रम में उपस्थित लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री उज्जवा योजना से मिल रहे लाभ व अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि गैस कनैक्शन मिल जाने उन्हें धुए से तो आजादी मिली की साथ ही वह अब बचा समय में अपने बच्चों के साथ व्यतीत करती हैं व खुद को अन्य सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों में भी शामिल करते हैं।

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