मधुकर मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर।। फसलों के जैव समृद्धिकरण योजना से लोगों के कुपोषण को दूर करने के परीक्षण किए जाएंगे। पूरे देश के कृषि विज्ञान केंद्रों में चार चयनित केंद्रों में कानपुर देहात के कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर को भी चुना गया है। गुरुवार को चेन्नई के स्वामीनाथन फाउंडेशन के निदेशक बायोटेक्नॉलॉजी डॉ जी एन हरिहरन ने दिलीपनगर कृषि विज्ञान केंद्र का निरीक्षण किया। साथ ही परीक्षण के लिए पांच एकड़ चयनित जगह का भी निरीक्षण किया। कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर के अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार ने बताया योजनाओं को कार्य पूर्ण करने के लिए प्रथम चरण में 6 करोड रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है। तीन साल योजना पर कार्य किया जाएगा। जिसमें पोषक तत्त्वों से भरपूर सब्जियों फलों वह अनाजों की प्रजातियां तैयार की जाएगी बाद में प्रजातियों का किसानों के बीच में प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के प्रबंध मंडल के सदस्य वीरसेन यादव ने बताया कि इस योजना में कानपुर देहात का चुना जाना बहुत ही सम्मान की बात है। शीघ्र ही प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा। केवीके के अध्यक्ष ने बताया कि पूरे देश में उड़ीसा,तमिलनाडु,महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश से कानपुर देहात के केवीके दिलीप नगर को चयनित किया गया है। भारत सरकार व स्वामीनाथन फाउंडेशन की देखरेख में प्रोजेक्ट चलाया जाएगा। फाउंडेशन के बायो टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉक्टर हरिहरन ने वरिष्ठ पत्रकार मधुकर राव मोघे को बताया कि वर्तमान समय में खाने में लोगों के पोषक तत्वों की कमी देखी जा रही है। इसलिए पोषण पूर्ण सब्जियों फलों अनाजों का उत्पादन परीक्षण के तौर पर देश के इन चार केंद्रों पर किया जाएगा।इसके बाद इन चीजों का प्रचार-प्रसार किसानों के बीच किया जाएगा जिससे कुपोषण की बढ़ती समस्या से निजात पाया जा सकेगा।
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