आगरा ।। जनपद का मान सम्मान एवं शान फतेहपुर सीकरी निवासी मुख्तार सिंह के सुपुत्र विक्रम सिंह मर्चेंट नेवी में 14 जनवरी को निंबस मरीन कंपनी में बतौर कैप्टन के पद पर तैनात हुए थे । मंगलवार को सुबह विक्रम सिंह के पिता मुख्तार सिंह के पास निंबस कंपनी के कर्मचारी का फोन आया और उन्हें सूचना दी कि दो जहाजों में तेल भरते समय दुर्घटना की वजह से आप के पुत्र की मौत हो गयी है, यह सुनते ही विक्रम सिंह के पिता बेहोश हो गए कुछ देर बाद उन्होंने पूरी जानकारी ली तो कंपनी के कर्मचारी ने बताया कि विक्रम सिंह निंबस कंपनी के तहत व्यापार के लिए तुर्की गए हुए थे वहां पर समुद्र में एक जहाज में से दूसरे पानी के जहाज में तेल डाला जा रहा था इसी समय किसी वजह से गैस रिसाव के कारण जहाज में आग लग गई जिसमें विक्रम सिंह सवार थे। पहले तो से विक्रम सिंह के पिता से कहा गया कि दुर्घटना में आप के पुत्र का शव नहीं मिल रहा है लेकिन कुछ समय बाद उन्हें सूचना दी गई कि आप के पुत्र का सब मिल गया है।यह सुनकर पूरे गांव सहित फतेहपुर सिकरी क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है पूरा क्षेत्र इस वीर पुत्र के शव का आने का इंतजार कर रहा है।शव के वापसी के बारे में विक्रम सिंह के पिता से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अभी तक सरकार की तरफ से ना तो कोई अधिकारी आया है ना ही कोई क्षेत्र का जनप्रतिनिधि आया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पीए से बात हुई है तो उन्होंने कहा है कि सब 2 या 3F दिन में वापस आ जाएगा लेकिन मुख्तार सिंह का कहना है कि हमें उनकी बात का विश्वास नहीं है उन्होंने कोई ठोस बात नहीं कही है विक्रम सिंह के चाचा का कहना है कि हमारे पास किसी प्रकार का कोई व्यक्ति नहीं आया है ना ही सरकार से ना ही जनप्रतिनिधि यह बहुत ही शर्म की बात है कि चुनाव सिर पर है। फतेहपुर सीकरी से सांसद भी बीजेपी से हैं और विधायक भी बीजेपी से यहां तक के सांसद तो मृतक विक्रम सिंह के फूफा भी लगते हैं फिर भी वह मौके पर नहीं पहुंचे हैं इससे यही प्रतीत होता है कि जनप्रतिनिधियों को क्षेत्रीय लोगों की जान जाने का उन्हें कोई गम नहीं है।वहीं पर छोटे भाई का कहना है कि मेरे भाई बहुत ही होनहार थे उन्होंने 8 दिन पहले ही इंजीनिरिंग पड़ पर जॉइनिंग किया और उनका देहांत हो गया है बहुत दुख है उनके परिवार में। विक्रम सिंह ने शुरुआती शिक्षा फतेहपुर सिकरी के छोटे से गांव दूरा से की थी उसके बाद आईआईटी की परीक्षा के लिए वह कोटा पहुंच गए वहां से वह मर्चेंट नेवी का कोर्स करने के लिए चेन्नई पहुंच गए कोर्स संपूर्ण होने के बाद उन्होंने निम्बस मैरीन कंपनी ज्वाइन कर ली जिसमें उनकी विदेश की पहली यात्रा थी उनको महज 8 दिन हुए थे नौकरी ज्वाइन करे हुए।परिवार का सरकार से आग्रह है कि उनके बेटे की जल्द से जल्द सब को उनके घर पहुंचाया जाए जिससे वह उनकी आत्मा की शांति के लिए उनका अंतिम संस्कार कर सकें।।
सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
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