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Wednesday, April 29, 2020

विश्व नृत्य दिवस के विषय में बताया


अमरपुर काशी,बिलारी।। नृत्य विधा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है श्रीमती मीरा अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज अमरपुर काशी में प्रातः काल एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रधानाचार्य पंडित विनोद कुमार मिश्र ने बताया संगीत में 3 बीघा होते हैं वादन गायन एवं नृत्य तीनों ही विधाएं अपने अपने क्षेत्र में अति लोकप्रिय हैं सतयुग द्वापर युग त्रेता युग में संगीत होता रहा है देवता गण एवं राक्षस गणों में भी नृत्य प्रधान रहा है शादी विवाह शुभ कार्यों में भी लोक संगीत क्षेत्रीय भाषाओं में अपनी-अपनी प्रथाओं के अनुसार गीत संगीत होता रहा है जैसे भारतीय संगीत में क्षेत्रीय नृत्य होता रहा है भारत में नृत्य और संगीत की बहुत समृद्ध संस्कृति है पारंपरिक शास्त्रीय लोक और जनजातीय नृत्य शैलियां भारत के अतुल्य पारंपरिक नृत्यों की एक अद्भुत छवि को उजागर करती है भरतनाट्यम देश में शास्त्रीय नृत्य का सबसे पुराना रूप और भारत में सबसे लोकप्रिय शास्त्रीय नृत्य है उत्तर प्रदेश में कथक नृत्य तमिलनाडु में भरतनाट्यम केरल में कथकली कुचिपुड़ी आंध्र प्रदेश का प्रसिद्ध नृत्य है मणिपुरी ओडिशा डांडिया नृत्य गुजरात मोहिनीअट्टम केरल एवं लोक नृत्य में धोबिया नृत्य कहारवा नृत्य गरबा नृत्य मयूर नृत्य वंशी नृत्य राजस्थानी कलश नृत्य आदि प्रसिद्ध है इसे मंगल संगीत एवं महिला संगीत के नाम से भी पुकारा जाता हैै भक्ति काल में कथा भागवत में भक्त गाने भाव विभोर होकर नृत्य करते हैं इस अवसर पर विनोद कुमार शर्मा मेघराज सैनी अंशुल शर्मा मुकेश कुशवाहा राकेश प्रजापति दानवीर सिंह लालाराम यादव शारीरिक दूरी के साथ गोष्ठी में भाग लिया।

राघवेंद्र सक्सेना बीनू ब्यूरो चीफ मुरादाबाद
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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