Translate

Sunday, April 12, 2020

जिले में हालातों को देख, क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 88 की गई


एटा, लॉकडाउन के चलते तेजी से हो रही गेहूं की फसल की कटाई की खरीद के लिए प्रशासन भी तैयार है। किसानों को किसी भी स्थिति में फसल की बिक्री करने में समस्या नहीं होगी। जिले में हालातों को देख क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 88 की गई है। लक्ष्य भी 60500 मीट्रिक टन तय किया गया है। गेहूं खरीद 15 अप्रैल से शुरू कराने को लेकर प्रशासनिक इंतजाम किए जा रहे हैं। यहां बता दें कि जिले में 1.45 लाख हेक्टेयर पर इस बार गेहूं का उत्पादन हुआ है। गेहूं की कटाई मढ़ाई का कार्य पूरे जिले में चल रहा है। लॉकडाउन की स्थिति में जरूरतमंद किसानों को फसल बिकवाली में दिक्कत न हो इसलिए इंतजाम बढ़ाए गए हैं। पहले 66 क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद होनी थी, लेकिन मंडी और खुदरा व्यापारियों का व्यापार बंद है। ऐसे में शासन ने 22 नए और केंद्र बढ़ाते हुए 15 अप्रैल से 88 केंद्रों पर खरीद कराने की तैयारी तेज की हैं। खरीद प्रभारियों के साथ बारदाना की उपलब्धता की गई है। इस बार औसतन 38 से 40 कुंतल प्रति हेक्टेयर उत्पादन माना जा रहा है। उधर 60500 मीट्रिक टन खरीद के लिए छह क्रय एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। डिप्टी आरएमओ नंद किशोर ने बताया है कि 15 अप्रैल से किसान 1925 रुपये प्रति कुंतल की दर तथा 20 रुपये मजदूरी खर्चा के साथ केंद्रों पर गेहूं बेच सकेंगे। 

बी एस बघेल ब्यूरो चीफ एटा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

No comments: