रायबरेली।। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के बेहद करीबी और विश्वसनीय कांग्रेसी नेता पूर्व गृहमंत्री पंडित रामकृष्ण द्विवेदी का शुक्रवार को देहांत हो गया। 90 वर्षीय राम कृष्ण द्विवेदी नें मेदांता अस्पताल में आखिरी सांसे ली। काँग्रेस नेता कमल सिंह चौहान ने कहाकि पंडित रामकृष्ण द्विवेदी का जीवन नई पीढ़ी के युवाओं को सदैव प्रेरणा देता रहेगा। पं. रामकृष्ण द्विवेदी गोरखपुर ने मनिराम से उपचुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री टीएन सिंह को मात दी थी। रामकृष्ण द्विवेदी को हराने के लिए उनके खिलाफ कैंपेन चलाई गई थी। उस कैंपेन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी, कर्पूरी ठाकुर, मोरारजी देसाई जैसे कई बड़े दिग्गज नेता थे। हालांकि यह सभी मिलकर रामकृष्ण द्विवेदी को चुनाव में पराजित नहीं कर पाए और रामकृष्ण द्विवेदी नें मुख्यमंत्री टीएन सिंह को उपचुनाव में पराजित किया था। भगवान उनकी मृत आत्मा को शांति दे पूरा कांग्रेस परिवार सदैव उनके परिवार के साथ खड़ा रहेगा। कांग्रेस के कर्मठ व पार्टी के प्रति आजीवन निष्ठावान रहे पूर्व गृहमंत्री रामकृष्ण द्विवेदी ने 1971-72 में उत्तर प्रदेश के सातवें मुख्यमंत्री रहे त्रिभुवन सिंह (टीएन) सिंह को गोरखपुर के तत्कालीन मनिराम विधानसभा उप चुनाव में शिकस्त देकर सियासी हलकों में भूचाल ला दिया था। देश में पहली बार किसी उपचनाव में कोई मुख्यमंत्री पराजित हुआ था।पंडित रामकृष्ण द्विवेदी को हराने के लिए उनके खिलाफ कैंपेन चलाई गई थी। उस कैंपेन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी, कर्पूरी ठाकुर, मोरारजी देसाई जैसे कई बड़े दिग्गज नेता थे। इसके बाद भी रामकृष्ण द्विवेदी नें मुख्यमंत्री टीएन सिंह को उपचुनाव में पराजित किया था। इसके बाद वह काफी चर्चा में रहे। जनता तथा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के लिए जमीन से जुड़े नेता के रूप में विख्यात पंडित रामकृष्ण द्विवेदी प्रदेश की पंडित कमलापति त्रिपाठी की सरकार में गृह मंत्री बने थे। वह पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के भी बेहद करीब थे। पंडित जी की निष्ठा, ईमानदारी,जनसेवा व क्रांतिकारी व्यक्तित्व सदैव नई पीढ़ी के नेताओं को प्रेरणा व ऊर्जा देता रहेगा।काँग्रेज़ के इस महानायक को सादर नमन, विनम्र श्रद्धांजलि।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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