कानपुर । नगर मैं नवजात बच्चों के त्यागने की कई घटनाएं प्रकाश मैं आ चुकी है और चाइल्ड लाइन द्वार अपील भी की गई की नवजात के हत्यारे न बने उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दे जिससे उसका जीवन तो सुरक्षित रहें और यदि आपके पास ऐसी गतिविधि हो रही हो तो उसकी जानकारी दे सूचना करता का नाम वह पता गुप्त रखा जाएगा साथ ही उक्त नवजात की सूचना पाकर गोद लेने के इच्छुक दर्जन भर लोग कार्यालय आये वह चाइल्ड लाइन के निःशुल्क 10 98 पर 50 से अधिक काले आई जिनकी चाइल्ड लाइन द्वार काउंसलिंग की गई और बच्चा गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया बताई गयीं चाइल्ड लाइन के समन्वयक प्रतीक धवन ने बताया की नवजात बच्ची का नाम चाइल्ड लाइन द्वार करिश्मा रखा गया है जिसको उसकी माँ वह किसी नए के द्वार लोक लाज के चलते त्याग कर दिया गया है जिसके साथ ही बच्ची का इलाज हैलट NICU में चल रहा है साथ ही उंहोंने बताया की बालिका को उसकी माँ द्वार झाड़ियों में मरने के लिए त्याग दिया गया था शुक्र है की बच्ची किसी गलत हाथों मैं नहीं पड़ी जिससे वह मरने से बच गयीं साथ ही बताए की किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अंतर्गत बच्ची को दत्तक ग्रहण मैं देने का अधिकार जिला जज अथवा मान्यता प्राप्त दत्तक ग्रहण को है जिसके साथ ही परित्याग बच्चों को गैर कानूनी ढंग से रखना किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धार 32 के अनुसार किशोर न्याय अधिनियम का उल्लंघन एवं बालक के अधिकारों का हनन मान जाता है और इसे गैर कानूनी गोद देने व लेने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवायी हो सकती है जबकि चाइल्ड लाइनें के संज्ञान मैं बालक को त्यागने का मामले प्रकाश मैं आता है तो तो परिजनों की जानकारी होने पर उनके खिलाफ सख्त करवाई करें जायेगी
मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
No comments:
Post a Comment