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Sunday, April 5, 2020

53 ग्राम सभाओं से उन परदेसियों को लाकर तय किए गए 8 बड़े विद्यालयों में 1301 लोगों को क्वारंटाइन किया गया


महराजगंज, रायबरेली।।  ब्लॉक क्षेत्र के 53 ग्राम सभाओं से उन परदेसियों को लाकर तय किए गए 8 बड़े विद्यालयों में 1301 लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। उनके खाने-पीने की व्यवस्था का जिम्मा मौजूदा प्रमुख, पूर्व ब्लाक प्रमुख समेत क्षेत्र के जाने-माने लोगों के जिम्मे कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने बढ़ चढ़कर प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई। सूची के मुताबिक उन लोगों को गांव गांव से लाकर इन केंद्रों पर रखवा दिया है। जिसकी सराहना लोग कर रहे हैं। वहीं मुख्य कस्बे महराजगंज के अंदर बाहर से आए सभी 10 वार्डों में मिलाकर 25 परदेसियों के अपने अपने घरों पर रुकने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प, जिसमें कोरोना से बचाव के लिए डिस्टेंसिंग का फार्मूला फेल हो रहा है। कस्बे के परदेसियों के बारे में यह चर्चा आम है कि, वह केवल अपने घरों पर रहते हैं बल्कि घूम टहल कर बाजारों में भी दिखाई पड़ते हैं। जिससे कस्बे वालों में संक्रमण फैलने का भय व्याप्त है। आपको बता दें कि, महराजगंज कस्बे में मुंबई दिल्ली के अलावा विदेशों से भी लोग लौटे हैं, जिनका स्वास्थ्य परीक्षण स्वास्थ्य विभाग ने हर घर जाकर किया और लोगों को आइसोलेट रहने की सलाह दी। इसी क्रम में परदेसियों ने अपने अपने घरों में ही अलग कमरे में रहने का दावा किया था। इसी प्रकार का दावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी हुआ था, किंतु प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बाहर से आए सभी लोगों को ग्राम पंचायतों में अलग ठहराने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। जिसका प्रशासन ने विशेषकर पुलिस ने बढ़-चढ़कर काम किया और लोग अपनी-अपनी ग्राम सभाओं में अलग स्कूलों आदि ने रखवा कर व्यवस्थित कर दिए गए थे। हालांकि 2 दिन पहले पुनः जिलाधिकारी सुभ्रा सक्सेना के निर्देश पर तहसील महराजगंज में पुलिस प्रशासन स्वास्थ्य व विकास से जुड़े लोगों की बैठक करके यह निर्णय लिया गया था कि, बाहर से आए लोगों को गांव में न रखकर बड़े-बड़े विद्यालयों में रखा जाए और उनकी समुचित व्यवस्था की जाए। इसी के चलते कल 4 अप्रैल 2020 को ब्लॉक क्षेत्र के 8 बड़े विद्यालयों में सभी 53 गांव से 1301 लोगों को पुलिस ने लाकर ठहरा दिया था। विकास विभाग के जिम्मे इनके खाने-पीने की व्यवस्था तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण जैसी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही हर केंद्र पर पर्याप्त पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया था, यहां का काम सुचारू रूप से शुरू तो हो गया, लेकिन इस आपाधापी में प्रशासन महराजगंज तहसील मुख्यालय के नगर पंचायत के सभी 10 वार्डों में इस प्रकार की व्यवस्था करने का मामला भूल ही गया। हालांकि एसडीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में महराजगंज कस्बे के परदेसियों को ठहराने के लिए राजा चंद्रचूड़ सिंह इंटर कॉलेज को चिन्हित किया गया था। इसी क्रम में कोतवाल महराजगंज अरुण कुमार सिंह ने विद्यालय जाकर वहां मौजूद कर्मचारियों को परिसर और कमरों की साफ-सफाई कर व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए थे। लेकिन आज 5 अप्रैल को जब राजा चंद्रचूर सिंह इंटर कॉलेज का मुवायना किया गया तो, उसका मुख्य द्वार बंद पाया गया। वहां मौजूद कर्मचारी ने बताया कि, यहां की व्यवस्था पूरी तरह तैयार है। लेकिन अभी तक एक भी आदमी ठहरने के लिए नहीं लाया गया है। इस मामले में जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर राधाकृष्णन से बातचीत की गई तो, उन्होंने बताया कि, महराजगंज कस्बे के 25 ऐसे लोगों की सूची इओ नगर पंचायत को उपलब्ध करा दी गई है। इसके पश्चात कई आला अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो फोन लाइन पर केवल कस्बे के लेखपाल विपिन कुमार मौर्य ही उपलब्ध हो पाए। उन्होंने बताया की सूची इओ महराजगंज के साथ-साथ उन्हें भी मिली है और वह प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कोई भी परदेसी सेंटर में जाने को तैयार नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि, कल वापस लौटे 3 परदेसियों ने क्वॉरेंटाइन अस्थल जाने से साफ मना करते हुए बताया कि, उन्होंने अपने टेंपरेचर की जांच करा ली है। उनको किसी आइसोलेशन की जरूरत नहीं है। इसके उपरांत इओ महराजगंज डॉ राजेश कुमार से बातचीत की गई, तो उन्होंने बताया कि, स्वास्थ्य विभाग की ओर से सूची मिल गई है। उस सूची को उन्होंने कोतवाल महराजगंज को भिजवाने की कोशिश की किंतु, कोतवाल नहीं मिले। आज बहुत जरूरी मीटिंग के सिलसिले में रायबरेली आए हुए हैं। व्हाट्सएप के जरिए महराजगंज कोतवाल को सूची भिजवाई जा रही है। जबकि कोतवाल अरुण कुमार सिंह का कहना है कि, अभी तक उन्हें महराजगंज कस्बे के परदेसियों की सूची नहीं मिली है। सूची मिलते ही 11 परदेसी को ढूंढ कर क्वॉरेंटाइन अस्थल पर पहुंचा दिया जाएगा। वही पूरा माजरा देखने के बाद यह समझ में आता है कि, प्रशासन नगर पंचायत सीमा के अंदर पढ़ने वाले क्षेत्र में लोगों के क्वॉरेंटाइन स्थल पर न पहुंच पाने के पीछे प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तालमेल का अभाव दिख रहा है। जिसका परिणाम है कि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा सूचना दिए जाने के बाद भी महराजगंज का एक भी परदेसी क्वॉरेंटाइन अस्थल नहीं पहुंचा। मामले में उच्चाधिकारियों द्वारा जांच किए जाने की बात वाजिब लगती है, ताकि प्रशासनिक मशीनरी की सक्रियता में गड़बड़ी ना आने पावे।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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