रायबरेली। 29 अगस्त उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार व मा0 अध्यक्ष जिला विधिक सेवा/जनपद न्यायाधीश रायबरेली अब्दुल शाहिद के दिशा-निर्देशन मे राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्रधिकरण के तत्वाधान मे जिला कारागार रायबरेली मे खेल के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव जिला विधिक सेवा प्रधिकरण सुमित कुमार के द्वारा की गयी। जिला कारागार मे आयोजित कार्यक्रम मे सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुमित कुमार द्वारा बताया गया कि हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद का इस दिन जन्म हुआ था और उनकी याद में खेल दिवस को मनाया जाता है। सचिव द्वारा जेल मे निरुद्ध बंदियो को खेल के प्रति जागरूक किया गया इस अवसर पर खेलकूद का आयोजन भी हुवा। बताया गया कि मेजर ध्यानचंद ने ओलंपिक खेलों में भारत का झंड़ा लहराया था और तीन बार हॉकी में देश को गोल्ड मेडल जिताया था। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बताया गया कि मेजर ध्यानचंद की अगुवाई में भारतीय टीम हॉकी के खेल में हमेशा टॉप पर रही। मेजर ध्यानचंद को साल 1965 में हॉकी को अपना पूरा जीवन समर्पित करने के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। मेजर ध्यानचंद के बारे मे कहा जाता था कि वह जब हॉकी स्टिक लेकर मैदान पर उतरते थे तो गेंद उनकी स्टिक में ऐसी चिपकी रहती थी, जैसे मानो किसी ने उस पर चुंबक लगा रखी हो। ऐसा ही संदेह होने पर एकबार उनकी स्टिक को तोड़कर जांच भी की गई थी।राष्ट्रीय खेल दिवस पहली बार साल 2012 में मनाया गया था। इसके बाद से हर साल 29 अगस्त को इसको मनाया जाता है। इस अवसर पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बताया गया कि खेल के क्षेत्र मे दिए जाने वाले सबसे बड़े अवार्ड खेल रत्न अवॉर्ड को अब मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जायेगा जो की हाकी के जादूगर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर कारापाल सत्य प्रकाश, उपकारापाल अनिल विश्वकर्मा, पैनल अधिवक्ता जय सिंह यादव व पराविधिक स्वयं सेवक पवन कुमार श्रीवास्तव व जमुना प्रसाद उपस्थित रहे।
रिपोर्ट : जावेद आरिफ
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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