Translate

Tuesday, December 11, 2018

धान क्रय केंद्रों पर कागजों पर हुई खरीद किसान बेहाल परेशान स्थानीय प्रशासन नतमस्तक

लखीमपुर खीरी।। जनपद की तहसील मोहम्मदी क्षेत्र के अंतर्गत गेहूं खरीद की भाति सरकारी धान खरीद भी सिर्फ कागजो तक सिमट कर रह गयी। मण्डी समिति में दिखावे के लिये लगाए गए तीन सरकारी धान खरीद केन्द्र हो या पिपरिया कप्तान एवं पसगवंा ब्लाक क्षेत्र के धान क्रय केन्द्र हो। सभी पर खरीद सिर्फ कागजो पर तो दर्शायी गई लेकिन किसान का एक किलो धान नहीं खरीदा गया। धान खरीद के फर्जी आकड़े जिम्मेदार बताकर अपने को बचाने में लगे है एसएमआई पांच हजार कुन्टल धान खरीद की जानकारी दे रहे है तो स्थानीय प्रशासन कभी चार सौ कुन्टल तो कभी चार हजार कुन्टल धान खरीद की बात कह कर मीडिया से मुंह छिपा रहे है। जबकि सत्यता यह है कि मोहममदी में मण्डी समिति एवं पिपरिया कप्तान में लगे धान क्रय केन्द्रो पर आज तक एक किलो धान की खरीद नहीं की गयी। गेहूं की भाति धान खरीद में भी सम्बन्धित विभाग एवं ठेकेदार की जोड़ी शासन-प्रशासन एवं सत्ता के संरक्षण में घाल-मेल किये है और बेचारा अन्नदाता जिसे अभी तक गेहूं का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ औने-पौने दामो पर आढ़तियो को धान बेचने को मजबूर है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के उपरान्त भी अन्नदाता की न स्थिति बदली न परिस्थितियां बदली किसान को चाहे वो सरकारी गेहूं धान क्रय केन्द्र हो या फिर गन्ना मिलो के गन्ना क्रय केन्द्र हो हर जगह किसान को लूटा गया या किसान के नाम पर सरकार के नाम पर सरकार को लूटा गया। गेहंू खरीद में सैकड़ो कुन्टल मिट्टी और अकसा-कचरा मिलाकर सरकार को पचासो लाख का चूना लगाया। अब उसी तर्ज पर सरकारी धान खरीद केन्द्रो पर किसानो से एक किलो धान की खरीद नहीं हुई लेकिन स्थानीय प्रशासन चार सौ कुन्टल खरीद करने का दावा कर रहा है तो एसएमआई एस कुमार श्रीवास्तव पांच हजार कुन्टल धान खरीद का दावा कर रहे है। जबकि गतदिवस पत्रकारो की टीम ने मण्डी समिति स्थित आरएफसी के दो और पीसीएफ के एक धान केन्द्रो तथा ग्राम पिपरिया कप्तान स्थित केन्द्रो का जायजा लिया। मण्डी स्थित केन्द्रो पर अपनी अल्टो कार संख्या यूपी-27जे-7804 से आये एसएमआई एस कुमार ने बार-बार पूछने पर भी ये नहीं बताया कि कितनी खरीद हुई। बात न कर बार-बार एक ही शब्द दोहराते रहे कि भइया जाओ माफ करो हमे बात नहीं करनी। दूसरे दिन पिपरिया में बड़ी मुश्किल से बात की तो बताया कि पांच हजार कुन्टल धान की सब खरीद हुई है। लेकिन ये खरीद कहा किस किसान की हुई बताने से मना कर दिया।बताते चले कि गत माह विधायक लोकेन्द्र प्रताप सिंह ने मण्डी स्थित सरकारी धान क्रय केन्द्रो का जायजा सेन्टरो पर जाकर लिया था। जहां एक माह में किलो धान नहीं खरीदा गया था। नमी मापने वाला यन्त्र पैक रखा मिला था। वहां मौजूद किसानो ने उन्हे बताया भी था कि यहां धान खरीद नहीं होती। केन्द्र पर रहने वाले लोग किसानो को व्यापारियो के पास धान ले जाने को कहकर भगा देते है। विधायक श्री सिंह ने धान खरीद की इस सच्चाई से मुख्यमंत्री को अवगत करा कर कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई क्यो ? सूत्रो की माने तो धान खरीद मे आढ़ती, केन्द्र प्रभारी और हैंडलिग ठेकेदार की तिगड़ी कमाल दिखाकर सरकार को लाखो का चूना लगा रहे है। आढ़तियो व मिलो पर खरीदा गया धान की खरीद इन सरकारी केन्द्रो पर अभिलेखो में किसानो के फर्जी अभिलेखो को लगाकर दिखाई जा रही है। सरकार से धान खरीद मे लगने वाला लेवर, बोरो में भराई सिलाई एवं ट्रको से मुख्यालय गोदाम तक भेजने के नाम पर सरकारी खजाने से लूटी जा रही राशि का बन्दरबाट किया जा रहा है। इसमे स्थानीय प्रशासन एवं विभाग के अधिकारियो की भी मूक सहमति शामिल होती है। मोहम्मदी में इस वर्ष हुए गेहूं खरीद एवं धान खरीद की किसी ईमानदार अधिकारी के द्वारा जांच करा ली जाये तो दूध का दूध, पानी का पानी होकर सामने आ जायेगा। नगर के एक वरिष्ट पत्रकार ने धान खरीद की असलियत जानने के लिये सूचना अधिकार का सहारा लिया है तथा प्रदेश सरकार के मुखिया को यहां मची लूट से अवगत करा कर जांच और कार्यवाही की मांग भी की है। देखना है कि क्या कार्यवाही होती है और अन्नदाता को क्या राहत मिलती है।

दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

No comments: