Translate

Tuesday, May 11, 2021

कोरोना गाइडलाइन का पालन ना करने पर जुर्माना व जेल हो सकती है : जिलाधिकारी

उन्नाव। कोतवाली सदर क्षेत्र के अंतर्गत स्पॉट स्थान आदर्श नगर में हो रहे सेनेट्राइजेशन का जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक द्वारा निरीक्षण किया गया । तथा लोगों को अनावश्यक बाहर निकलने पर हिदायत दी गई साथ ही साथ समस्त क्षेत्रवासियों को सूचित कराया गया कि समय-समय पर हाथों को धोते रहें और अपने घरों के आसपास गंदगी ना फैलने दें क्योंकि इस महामारी के चलते हमें अपने परिवार तथा अपनी सुरक्षा करना है और ऐसा ना करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी सभी लोग अपने अपने घरों में रहेंगे कोई भी अपने घर से अनावश्यक निकलेगा या गाइडलाइन का पालन नहीं करता है तो उस पर ₹1000 से लेकर 10,000 तक की जुर्माना या जेल हो सकती है।

रिपोर्ट : कुंदन कुमार
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

अज्ञात वाहन की टक्कर से स्कूटी सवार घायल

हरगाँव,सीतापुर। महोली रोड खमौना के पास स्कूटी सवार को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी जिसमे स्कूटी सवार दो लोग घायल हो गए घायल दोनों व्यक्ति प्रभाकर तिवारी ग्राम राजेपुर पोस्ट रायपुर थाना हरगाँव जिला सीतापुर के बताए जा रहे है घायल दोनों व्यक्ति को हरगाँव अस्पताल भेजा दिया गया सूचना पुलिस को दे दी गई है।

रिपोर्ट : अजय सिंह 
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

सुपरफूड मोरिंगा पेड़ ही नहीं बल्कि मानव के लिए कुदरत का चमत्कार

कानपुर। के. वी. के. दलीपनगर, कानपुर देहात दुनिया के कई देश इस समय कोरोना वायरस के प्रकोप से पीड़ित हैं। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर हमारे जीवन पर काल बनकर टूट पड़ी है। इसीलिए सरकार ने 18 वर्ष से बड़े सभी लोगों के लिए कोविड-19 वैक्सीनेशन कराने के निर्देश दिये हैं और इसके नियन्त्रण हेतु प्रयास जारी हैं। इसके अतिरिक्त कोविड प्रोटोकाल जैसे मास्क पहनना, सोशल डिस्टेसिंग आदि का अनुपालन अनिवार्य कर दिया है। किन्तु इसके साथ-साथ हमें अपनी सेहत पर स्वयं भी ध्यान देने की जरूरत है।
कोविड से वे ही लोग सुरक्षित रह सकते हैं जिनका इम्यून सिस्टम या शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए हमारे आस-पास आसानी से उपलब्ध मोरिंगा के पौधे का सेवन बहुत ही लाभकारी है। मोरिंगा को हिन्दी में सहजन और अंग्रेजी में ड्रमस्टिक कहते हैं। मोरिंगा का उत्पत्ति स्थान भारत है जोसूखी जगहों पर भी आसानी से उग जाता है। यह एक ऐसा पौधा है जिसके अधिकतर भाग जैसे पत्तियां, फूल, फलियां, जड़ आदि का उपयोग किसी न किसी रूप में मनुष्य के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है। सहजन का पौधा औषधीय गुणों से भरा होता है। इसके अलग-अलग हिस्सों में 300 से अधिक रोगों की रोकथाम के गुण हैं। इसमें 92 तरह के मल्टीविटामिन, 46 तरह के एन्टीआक्सीडैन्ट्स, 36 तरह के दर्द निवारक और 18 तरह के एमिनो एसिड पाये जाते हैं। मोरिंगा में प्रोटीन्स, विटामिंस और मिनरल्स भरपूर होता है। मोरिंगा में संतरे के मुकाबले 7 गुना ज्यादा विटामिन सी होता है और केले के मुकाबले 14 गुना ज्यादा पोटेशियम पाया जाता है। गाजर की तुलना में 10 गुना ज्यादा बीटा-कैरोटीन होता है, जोकि आँखों, स्किन और रोगप्रतिरोधक तंत्र के लिए बहुत लाभदायक है, दूध के मुकाबले 17 गुना ज्यादा कैल्सियम और पालक के मुकाबले 25 गुना ज्यादा आयरन पाया जाता है। इसके अलावा मोरिंगा में कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, अमिनो एसिड आदि भी पाए जाते हैं।सहजन की पत्तियों में प्रोटीन, विटामिन बी 6, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, जिंक जैसे तत्व पाए जाते हैं. मोरिंगा एंटीऑक्सीडेंट व बायोएक्टिव प्लांट कंपाउंड से भरपूर होते हैं जिस कारण से इम्यूनिटी स्ट्रोंग बनाये रखने में मदद मिलती है। एंटीऑक्सीडेंट्स कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से भी बचाते है।मोरिंगा की पत्तियों के प्लांट कैमिकल ब्लड शुगर को सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं। मोरिंगा में कैल्शियम और फास्फोरस पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। मोरिंगा में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो ब्लड प्रेशर को बढ़ने नहीं देते हैं। मोरिंगा का उपयोग अस्थमा, मधुमेह, मोटापा, रजोनिवृत्ति के लक्षण और कई अन्य बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। सहजन हल्का रेचक है, अतः यह पेट साफ करता है. फाइबर की वजह से यह कब्ज दूर करता है. पेट के कीड़े और जीवाणुओं से भी सहजन मुक्ति दिलाता है. इसकी जड़ का पाउडर पेट के राउंड वर्म को खत्म करता है। सहजन में डाईयूरेटिक गुणों के कारण सहजन वजन घटाने में लाभकारी है। यही कारण है कि मोरिंगा को सुपरफूड या इम्यूनिटी बूस्टर कहा जाता है। भारतीय हरित कान्ति के पितामह प्रो० एम. एस. स्वामिनाथन ने मोरिंगा को “प्राकृतिकरूप से बायोफोर्टिफाइड पौधा” कहा है।चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौ० विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा गोद लिए भारत के प्रथम जैव संवर्धित गाँव अनूपपुर, कानपुर देहात में मा० कुलपति डा० डी.आर. सिंह जी के निर्देशन में अनूपपुर को कुपोषण मुक्त करने हेतु नोडल अधिकारी, डा. अशोक कुमार, अध्यक्ष के. वी. के.. कानपुर देहात द्वारा गांव के प्रत्येक घर में विकसित पोषण वाटिकाओं में मोरिंगा के पौधे निश्चित रूप से लगवाये गये हैं। गांव वालों को मोरिंगा की फलियां भी वितरित की जाती हैं।डा० अशोक कुमार, अध्यक्ष, डा० अरविन्द कुमार, मृदा वैज्ञानिक एवं डा० राजेश राय, प्रसार वैज्ञानिक, रवि प्रताप आदि मंजूर थे।

रिपोर्ट : मधुकर राव मोघे
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

प्राइवेट अस्पतालों को छोड़ गए डॉक्टर

कानपुर। कोविड‌ अस्पताल बनते ही नर्सिंग होमो को डॉक्टर छोड़ कर चले गए बड़े अस्पतालों में नियमित चल रहे डॉक्टरों के पैनल का पता नहीं है अस्पताल संचालक जुगाड़ से मरीजो का इलाज करा रहे हैं अस्पताल के पास नियमित डॉक्टरों का संकट खड़ा हो गया है शासन को भेजी रिपोर्ट चौंकाने वाली है नगर में लगभग 20 से 25 कोविड-19 अस्पताल हैं पहले इनमें डॉक्टरों का पैनल काम कर रहा था इसमें मेडिसिन और सर्जरी के अलग-अलग डॉक्टर काम कर रहे थे एक साथ साझा होकर कोशिश की जा रही है लेकिन कोविड अस्पताल बने तो सभी डॉक्टर नर्सिंग होमो से अलग हो गए नर्सिंग होमो में मरीज भर्ती होने लगे जल्दबाजी में नर्सिंग होम संचालक पैनल नहीं बना सके अस्पतालों में कुल 75 डॉक्टरों के उपलब्ध होने की जानकारी शासन को भेजी गई है सबसे बड़ा संकट वेंटीलेटर पर भर्ती मरीजों के इलाज पर है सभी 413 वेंटीलेटर पर मरीज भर्ती है मगर इन्हें कौन देख रहा है जब अस्पतालों के पास विशेषज्ञ डॉक्टर ही नहीं है जबकि सीएमओ का कहना है की विशेषज्ञ डॉक्टर की उपलब्धता पहली शर्त है अस्पतालों से कहा जा रहा है वह पैनल पूरा करें।

रिपोर्ट : मधुकर राव मोघे
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी के पिता आदित्य कुमार अवस्थी का निधन

 लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम-9 के अहम हिस्सा अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी के पिता आदित्य कुमार अवस्थी का सोमवार को निधन हो गया। कोरोना वायरस संक्रमित आदित्य कुमार अवस्थी ने संजय गांधी पीजीआई के कोविड हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। दिन में 12 बजे लखनऊ के भैंसा कुंड में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उनकी अत्येष्टि की गई। लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी के श्वसुर आदित्य कुमार अवस्थी स्वतंत्र भारत के इंजीनियर्स के पहले बैच के सदस्य थे। उन्होंने वाराणसी के आईआईटी-बीएचयू से इंजीनियरिंग की। वह एक मेटलर्जिस्ट और जर्मनी में प्रशिक्षित इंजीनियर थे। उनका देश में लौह व इस्पात बुनियादी ढांचे की नींव रखने में योगदान था। वह बेहद अनुशासनप्रिय थे। वह दृढ़ इच्छा-शक्ति और शांत व्यक्तित्व के लिए अपने काम में लगन से जुट जाने के लिए विख्यात थे। अपनी जुझारू प्रवृति के कारण ही उन्होंने लम्बे समय तक कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाने के बाद भी संघर्ष किया। उनके परिवार में पत्नी उषा अवस्थी के साथ तीन पुत्र अवनीश कुमार अवस्थी, मनीष कुमार अवस्थी व आशीष कुमार अवस्थी और तीन पुत्रवधू पद्मश्री मालिनी अवस्थी, मनाली अवस्थी व जूही अवस्थी हैं। अवनीश कुमार अवस्थी उत्तर प्रदेश कॉडर के सीनियर आईएएस अफसर हैं। जबकि मनीश व आशीष अमेरिका में कार्यरत हैं। स्वर्गीय आदित्य कुमार अवस्थी के परिवार में सात पोता-पोती में अद्वितीया-गायत्री, श्रेया, अनुग्रह, अक्षत अवस्थी और केशव-अनन्या मल्होत्रा हैं।

रिपोर्ट :  ब्यूरो लखनऊ
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

एंबुलेंस का किराया हुआ निर्धारित

शाहजहांपुर। जिलाधिकरी इन्द्र विक्रम सिंह ने बताया है कि कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु उनके आवास अथवा चिकित्सारत् हास्पिटल से रेफरल हास्पिटल / कोविड हास्पिटल तक मरीजों को लाने-ले जाने हेतु एम्बुलेंस चालकों / स्वामियों द्वारा मरीजों के परिजनों से मनमानी दर के अनुसार किराया वसूलने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। उक्त दृष्टिगत उन्होंने कोविड-19 संक्रमित रोगियों के इलाज हेतु उपयोग में लाये जाने वाले एम्बुलेंस के किराये की दरें जनपद अन्तर्गत निर्धारित कर दी है, जिससे आम जनता को निर्धारित शुल्क पर उक्त प्रकार के वाहन / एम्बुलेंस सुगमता से उपलब्ध हो सके।  श्री सिंह ने ‘‘द एपीडेमिक डिजीज एक्ट 1897, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 एवं उत्तर प्रदेश महामारी कोविड-19 नियमावली 2020‘‘ में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कोविड-19 संक्रमित रोगियों के इलाज हेतु जनपद में एम्बुलेंस के किराये की दरें निर्धारित करते हुए बताया है कि अक्सीजन रहित एम्बुलेंस का रू0 1000/-10 किमी की दूरी तक/ उसके पश्चात रू0 100/- किमी दर से, व आक्सीजन युक्त एम्बुलेंस का रू0 1500/-10 किमी की दूरी तक/ उसके पश्चात रू0 100/- किमी दर से तथा वेन्टीलेटर सपोटेड/बाई पैप एम्बुलेंस का रू0 2500/-10 किमी की दूरी तक/ उसके पश्चात रू0 200/- किमी दर से निर्धारित किया है।उन्होंने बताया है कि उक्तानुसार निर्धारित दरें प्रति ट्रिप के अनुसार ही देय होगी। मरीज को कोविड हास्पिटल तक पहुंचाने के उपरान्त एम्बुलेंस की वापसी का किराया अनुमन्य नहीं होगा। कोविड-19 से संक्रमित मरीज अथवा उनके परिजन उक्तानुसार निर्धारित दर से अधिक दर / धनराशि लिये जाने की शिकायत पुलिस हेल्प लाईन नम्बर 112 व क्षेत्राधिकारी (पुलिस) नगर, शाहजहाँपुर को उनके दूरभाष नम्बर 9454401336 पर दर्ज करा सकते हैं।  जिला मजिस्ट्रेट ने उपरोक्त कार्यवाही के अनुश्रवण हेतु श्री प्रवीण कुमार क्षेत्राधिकारी (पुलिस) नगर (मोबाइल नम्बर 9454401336 ) तथा श्री मनोज कुमार वर्मा, सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) शाहजहाँपुर ( मोबाइल नम्बर-8005441192) को नोडल अधिकारी नामित किया है। उन्होंने बताया है कि उक्त दोनों नामित नोडल अधिकारियों का दायित्व होगा कि वह उपरोक्तानुसार निर्धारित दरों के आधार पर सम्बन्धित परिवहन सेवा से जुड़े हुए वाहन स्वामियों / संचालकों से अनुपालन कराना सुनिश्चित करेंगे। ऐसे वाहनचालक / स्वामी, जो निर्धारित किराये से अधिक धनराशि मरीज / परिजनों से वसूल करते है, तो सम्बन्धित वाहन स्वामी / एम्बुलेंस चालक के विरूद्ध ‘‘द एपीडेमिक डिजीज एक्ट 1897, उत्तर प्रदेश महामारी कोविड 19 विनियमावली 2020‘‘ में निहित प्राविधानों के अनुसार दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।

रिपोर्ट : सुहेल शाह
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

ऑक्सीजन से नहीं थमेंगी आंवला क्षेत्र की सांसे जीवनदायिनी संजीवनी टीम का हुआ गठन: निहाल सिंह


बरेली। आंवला में पवित्र मेंथे फेयर ऑर्गेनिक प्राइवेट लिमिटेड के सीएमडी निहाल सिंह ने क्षेत्र की जनता को निशुल्क ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए एक नई पहल की है जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वर्तमान में कोरोना की महामारी के चलते पूरे देश में मौत का तांडव चल रहा है। सरकार स्थिति को नियंत्रण में लाने का भरसक प्रयास कर रही है। अस्पतालों में बैड और ऑक्सीजन की कमी के चलते लोगों को प्राण त्यागने पड़ रहे हैं। सभी कहीं ना कहीं मजबूर हैं ऐसे में अनेकों संस्थाएं, विदेशी मदद, सरकारी मदद, ऑक्सीजन की पूर्ति में लगी हैं। मगर वे नाकाम साबित हो रही हैं ऐसे में लोगों की पीड़ा और मजबूरी को देखते हुए समाजसेवी निहाल सिंह ने लोगों को निशुल्क ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। हमारे संवाददाता आदित्य भारद्वाज से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वो 10 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर अर्थात ऑक्सीजन बनाने वाली मशीनें जनता के उपयोगार्थ सौंप दी हैं। जहां एक मशीन से एक बार में 3 लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा सकती है। इसके अतिरिक्त कोरोना से बचाव हेतु आयुर्वेदिक काढ़ा व गिलोय वटी किट बांटने की भी बात उन्होंने बताई। यही नहीं उन्होंने आम जनता से वृक्षारोपण की अपील भी की है वैसे आपको बता दें कि शीघ्र समाचारों के माध्यम से आपको हेल्प लाइन नंबर उपलब्ध करा दिए जाएंगे जहां से जरूरत में मदद ली जा सकती है। उनके इस कार्य की लोग काफी सराहना कर रहे हैं। वही कार्यक्रम के दौरान पत्रकार साथियों व अतिथियों को अंगवस्त्र गमछा, काढ़ा हर्बल किट उन्होंने वितरित की। इस अवसर पर कंपनी के सीएमडी निहाल सिंह, प्रोजेक्ट हेड राहुल शर्मा, मनोज श्रोत्रिय, सुभाष चंद्र व अन्य उपस्थित रहे।

रिपोर्ट : बरेली ब्यूरो
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

आदर्श पब्लिक सोशल समिति ने कराया सैनेटाइज कार्य


शाहजहाँपुर। आदर्श पब्लिक सोशल समिति के कार्यकर्ताओं ने कचहरी चौराहे, कलेक्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, रोडवेज बस स्टैण्ड, लाल इमली चौराहे पर सैनेटाइज करने का कार्य किया। समिति के प्रदेश अध्यक्ष मोनिश भगत सिंह ने बताया कि आदर्श पब्लिक सोशल समिति के कार्यकर्ताओं ने कचहरी परिसर, टाउन हाल स्थित गांधी भवन, विश्वनाथ मंदिर परिसर और रोडवेज बसों को भी सेनेटाइज किया। तथा सभी कार्यकर्ताओं ने कोविड-19 से बचने के लिए लोगो को मास्क लगाने और कोरोना वैक्सीन लगबाने के लिए भी प्रेरित किया। तथा ये भी बताया वैक्सीन पूर्णतया सुरक्षित है और सभी 18 वर्ष से ऊपर के लोग सभी प्रकार की अफवाहों से बचकर अपना पंजीकरण कराएं और नंबर आने पर वैक्सीन अवश्य लगवाए। तथा प्रदेश उपाध्यक्ष एसपाल सिंह ने बताया कि आदर्श पब्लिक सोशल समिति चार टीमें पूरे शाहजहांपुर में सेनेटाइज करने का कार्य करेंगी तथा सनेटाइज करने में मुनेंद्र सिंह तोमर, अरुण यादव, धर्मेन्द्र भारतीय अरुण सिंह गोविंद शुक्ला आदि शामिल रहे।

रिपोर्ट : सुहेल शाह
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

आगरा के प्राचीन कैलाश मंदिर में दुनिया से कोरोना के खात्मे को लेकर शुरू हुआ महामृत्युंजय जाप अखंड ज्योति प्रकाशित

आगरा। आगरा के सिकंदरा स्थित प्राचीन कैलाश शिव मंदिर में कोरोना महामारी के खात्मे को लेकर महामृत्युंजय का जाप किया जा रहा है। ये जाप तब तक चलेगा जब तक दुनिया से कोरोना महामारी का खात्मा नहीं हो जाता इसके अलावा मंदिर में कोरोना महामारी के खात्मे को लेकर अखंड ज्योति भी जलाई जा रही है. महंत गौरव गिरी ने बताया कि कैलाश मंदिर में सोमवार शाम को सात बजे से महामृत्युंजय जाप का आयोजन शुरू हो चुका है। उन्होंने बताया कि मंदिर में लगातार 11 पंडित महामृत्युंजय जाप करेंगे और यह जाप तब तक चलता रहेगा जब तक कोरोना का कहर दुनिया से खत्म नहीं हो जाता। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस जाप के दौरान मंदिर में अखण्ड ज्योत भी जलाई जा रही है जो महामृत्युंजय जाप के साथ लगातार उज्जवलित रहेगी। महंत गौरव गिरी ने बताया कि भगवान शिव तो भोले हैं, अगर सच्चे मन से उनकी आराधना की जाए तो वह सदा ही अपने भक्तों के दुख हर लेते हैं।इसलिए कोरोना के कहर से दुनिया को बचाने के लिए कैलाश मंदिर में महामृत्त्युंज जाप अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है महामृत्युंजय जाप का ये होगा समय महंत गौरव गिरि के अनुसार महामृत्युंजय जाप सोमवार शाम सात बजे से शुरू हो गया है. ये हर दिन सुबह चार घंटे और शाम को चार घंटे तक चलेगा. इसकी प्रक्रिया कोरोना के खात्मे तक चलती रहेगी।

रिपोर्ट : सोनू सिंह
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

भाजपा विधायक ने खुली आगरा स्वास्थ्य विभाग की पोल

आगरा। ताजनगरी में अफसरों ने कोविड-19 संक्रमितों के इलाज के लिए कितनी व्यवस्था की है। कि भाजपा विधायक की पत्नी को जिलाधिकारी के आगे दो बार गुहार लगाने पर भी इलाज के लिए घण्टों भटकना पड़ता है। और भर्ती होने पर भोजन पानी तक नहीं मिल पाता है।विधायक जब चाह कर भी पत्नी का हाल चाल नहीं जान पाता है। तो मजबूरन उसे वीडियो वायरल कर अफसरशाही को कोसते हुए आगरा की व्यवस्थाओं की सच्चाई उजागर करनी पड़ जाती है।मामला आगरा के एसएन मेडिकल कालेज का है।फिरोजाबाद की जसराना विधानसभा से विधायक राम गोपाल लोधी और उनकी पत्नी संध्या लोधी कोविड पॉजिटिव हुए और फिरोजाबाद में इलाज के दौरान संध्या को तबियत बिगड़ने पर आगरा एसएन मेडिकल रेफर किया गया।शुक्रवार को पहले विधायक प्रतिनिधि संध्या लोधी को एसएन लेकर आये तो उन्हें कोविड वार्ड के बाहर से ही सिक्युरिटी गार्डों ने भगा दिया।विधायक ने जिलाधिकारी आगरा को मामले से अवगत कराया तो जिलाधिकारी ने तत्काल व्यवस्था का आश्वाशन देकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए पर उन्होंने जिलाधिकारी की भी नहीं सुनी और घण्टों विधायक की पत्नी भटकती रही।हालात बिगड़ने पर जब प्रतिनिधि ने विधायक को जानकारी दी तो विधायक ने दोबारा जिलाधिकारी प्रभु नारायण से पत्नी को भर्ती कर इलाज दिलवाने की गुहार लगाई।इस बार डीएम ने तेवर सख्त किये तो ढाई घंटे बाद विधायक पत्नी कोविड वार्ड में भर्ती तो हो गईं पर बेड और ने व्यवस्थाएं नहीं मिली।सांस लेने पर तकलीफ के बाद जैसे तैसे उन्हें वेंटिलेटर और बेड मिल पाया।विधायक ने ढंग से राहत की सांस तक नहीं ली थी कि सुबह उन्हें पत्नी को दवा,भोजन पानी आदि न मिलने की जानकारी हुई और लाख प्रयासों के बाद संपर्क न होने पर उन्होंने वीडियो वायरल कर आगरा की चिकित्सा व्यवस्था की पोल खोलते हुए वीडियो वायरल कर दिया।वेफल वीडियो में उन्होंने सरकार की मेहनत को अफसरान द्वारा बदनाम करने का आरोप लगाया और कहा है कि जब भाजपा विधायक के साथ ऐसा हो रहा है तो आमजन के साथ क्या हो रहा होगा।फिलहाल मामले में आला अधिकारी विधायक पत्नी को उचित इलाज मिलने की बात के आगे एक शब्द बोलने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे हैं।विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

रिपोर्ट : सोनू सिंह
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र