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Wednesday, April 25, 2018

खारा पानी पीने को मजबूर गांव वासी दूसरे गांव से भर कर लाते है पानी यह है सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र 

रायबरेली ।। कहने को संसद सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र लोगों को लगता होगा कि यहां विकास की गंगा बह रही है लेकिन हकीकत कुछ और ही है आइए हम आपको रूबरू कराते हैं एक ऐसे गांव से जहां पीने के पानी को तरस रहा है पूरा गांव जी हां यह कहावत नहीं हकीकत है आप खुद ही देखिए यह लाइनों में लगी कतार राशन यज्ञ सिलेंडर की लाइन नहीं बल्कि पानी भरने के लिए लगी लाइन है यह है । रायबरेली शिवगढ़ विकास खण्ड के सैमरगंज मजरे भौसी  का नजारा पूरे गांव के लोग आजादी के इतने दिन बीत जाने के बाद भी लोग 2 किलोमीटर पीने योग्य पानी भरने जाते है। ग्रामीणों के अनुसार उनके सारे गांव के नलों में खारा पानी निकलता है,जिससे न खाना बन पाता है।न प्यास बुझ पाती है।मजबूरी में दूसरे गांव से पानी लाना पड़ता है।लगभग 600 लोगे की आबादी वाला सैमरगंज गांव आज भी एक बूंद पानी के लिए दूसरे गांव पर निर्भर है,ग्रमीण का कहना है।कि हमारे गांव में पानी की इतनी ज्यादा किल्लत है कि किसी की सादी की बात की जाती है। कोई हमारे गांव में अपनी बेटी नही देना चाहता वजह सिर्फ गांव का पानी,ग्रामीण का तो यह भी कहना कि पता नही किस देवी देवता ने हमारे गांव में कोप भजन कर दिया है कि हमारी बूढ़ी मां पीने के लिए पानी दूसरे गांव लेने जाती है छोटे बच्चों और महिलाओं का भी बुरा हाल है, ग्रामीणों के अनुसार गांव का जलवायु पता नही कैसा है।कि समूचे गांव में खारा पानी ही निकलता है ग्रामीणों ने सैकङो बार ब्लाक से लेकर जनप्रतिनिधियों विधायक जिलाधिकारी मुख्यमंत्री तक पीने लायक पानी की लिए गुहार लगाई परंतु समस्या की सुनवाई किसी ने नही की उसी गांव के राजेस्वर मास्टर जी ने बताया कि खारे पानी पीने की वजह से उनके समय से पहले आधे से ज्यादा दाँत गिर गये, और गांव से एक किलोमीटर दूर ग्राम समाज की भूमि में एक नल लगवाया गया जिसका पानी पीने योग्य है।और उसी जगह साशन प्रशासन से मांग करते है,की एक सूर्य ऊर्जा चलित मिनी टंकी लगवा दी जाये तो पूरे ग्रामीणों को काफी हद तक रहात मिल जायेवही जब इस पूरे मामले पर महाराजगंज तहसीलदार से बात हुई तो उन्होंने बड़ी हैरानी से इस बात को संज्ञान में आने की बात कही और गांव का जायजा भी लेने पहुंचे और आश्वासन भी दिया कि जल्द से जल्द इस समस्या का निदान निकाला जाएगा और ग्रामीणों को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराया जाए इसके लिए पूरा प्रयास भी किया जाएगा अब देखना यह होगा कि इतने सालों शेरू का यह प्रयास कब पूरा होता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा कल से लगे सोनिया गांधी के दो दिवसीय दौरे को देखते हुए शायद तहसीलदार ने जल्दबाजी में बयान तो दे दिया लेकिन अगर खबर को संज्ञान में जिले की सांसद लेती है तू शायद इस गांव का दौरा कर ग्रामीणों से रूबरू होकर इसका समाधान करा सके जिससे इन ग्रामीणों को पीने योग्य पानी उपलब्ध हो सके

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

बच्ची एवं उसके परिजनों की नहीं थी आर्थिक स्थिति ठीक, इसलिए मदद को जिला प्रशासन द्वारा दिलाये गए थे स्कूल संचालक से एक लाख रुपये

जिला प्रशासन द्वारा मुझसे बच्ची की मदद को कहा गया तो कर दी-मयंक भटनागर

किड्स कॉर्नर स्कूल मामले में डीएम का स्पष्ट कहना

कहा-जिस शिक्षिका की थी गलती उसको निकालने के भी किये थे आदेश-पता चला है उसे निकाल दिया गया है

फ़िरोज़ाबाद।। पिछले कई दिनों से किड्स कॉर्नर स्कूल का बच्ची के मानसिक उत्पीड़न का मामला गरमाया हुआ है। चर्चाएं है अगर स्कूल संचालक की गलती नहीं थी तो उन्होंने मदद को एक लाख रुपये क्यों दिए। जिस पर स्कूल संचालक का कहना था कि जिलाधिकारी के कहने पर छात्रा के परिजनों की आर्थिक स्थिति ठीक न होने में कारण उसकी मदद की गयी किसी गलती की वजह से नहीं बाकी जिस शिक्षिका के ऊपर आरोप लगाए गए उसे भी नौकरी से निकाल दिया गया है। अब इससे ज्यादा और क्या किया जा सकता है। बाक़ी जब जिलाधिकारी नेहा शर्मा से बात की गयी तो उन्होंने कहा किड्स कॉर्नर स्कूल की बच्ची का मामला उनके संज्ञान में आया। स्कूल टीचर के कारण बच्ची मानसिक रूप से परेशान बतायी जा रही थी और परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी इस कारण उन्होंने स्कूल संचालक मयंक भटनागर से इसकी मदद करने के अलावा ऐसी टीचर को स्कूल में न रखने में आदेश भी दिए थे जिस पर बताया उस टीचर को निकाल दिया गया है। इसके अलावा बच्ची का एम्स अस्पताल में बेहतर इलाज के लिये सिटी मजिस्ट्रेट के द्वारा स्कूल संचालक द्वारा दी गयी धनराशि को उसके परिजनों को दिया गया है।

कश्मीर सिंह मण्डल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

बढ़ती दुर्घटनाओं के कारण खुले नालों को ढकने की उठी मांग

आगरा। आम व्यक्ति के हितों की सुरक्षा करने में लगी हुई अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की जिला इकाई ने शहर वासियों की सबसे बड़ी समस्या को महापौर नवीन जैन के सामने रखा। यह समस्या थी खुले नालों की थी जो आए दिन शहर में कहीं पर भी देखने को मिल जाती हैं। इतना ही नहीं इन खुले नालों के कारण कई लोग अपनी जान तक गंवा चुके हैं। पिछले दिनों मीडिया की सुर्खियों में रहे शास्त्रीपुरम के यूपीएसआईडीसी के 8 फुट चौड़ा और 14 फुट गहरे नाले में कार के गिरने से जिसमें चार युवक युवतियों की मौत हुई थी तो अगले दिन एक मोटरसाइकिल सवार भी उस में जा गिरा और उसकी भी मौत हो गई थी। प्रतिदिन पैदा हो रहे मौत के नाले को लेकर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत जिला इकाई ने नगर निगम कार्यालय में महापौर नवीन जैन से मुलाकात की और पंचायत की ओर से ज्ञापन सौंप शहर भर के तमाम  खुल नालेे ढकने की मांग उठाई। इसके साथ मुगल रोड कमला नगर की वर्षों पुरानी पुलिया के चौड़ीकरण के साथ-साथ इसी क्षेत्र में नाले के निर्माण की भी मांग उठाई। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के सदस्यों का कहना था कि आज शहर की तमाम समस्याओं को लेकर पंचायत की ओर से महापौर को ज्ञापन सौंपा गया और समस्या समाधान की मांग की गई है। पंचायत के जिला अध्यक्ष मुरारी लाल गोयल का कहना था कि महापौर को आगरा शहर में खुले नालों की समस्या से अवगत कराया गया है जिसमें गिरकर आए दिन किसी की मौत हो जाती है। यह नाले शहर की जल निकासी के लिए जाने नहीं जा रहे बल्कि आगरा की यह नाले मौत के नालों के नाम से सुर्खियां बटोर रहे हैं। महापौर से निवेदन किया गया है कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान कराएं जिससे किसी व्यक्ति की समय से पहले नाले में गिरकर मौत ना हो।

सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

खाद्य अधिकारी की जांच से मचा हड़कंप, जांच को लिए सैंपल

आगरा। कैंट रेलवे स्टेशन देश के बेहतर स्टेशनों में शुमार है। ताजमहल के कारण सबसे अधिक पर्यटक ट्रेनों के माध्यम से आगरा पहुँचते है। इतना ही नहीं देशी और विदेशी पर्यटक भी इन संचालित ढाबों पर खाना खाते है लेकिन आगरा कैंट स्टेशन के बहार संचालित ढाबों पर उस समय हड़कंप मच गया जब खाद्य विभाग की महिला अधिकारी इन ढाबों पर मिलने वाले खान पान की चीजों की गुणवत्ता की जांच करने पहुंची। कोई भी समझ नहीं पाया कि अखिरकर हो क्या रहा है। अधीनस्थ अधिकारियों ने जिला खाद्य अधिकारी श्वेता सैनी के नेतृत्व में यहां संचालित ढाबों पर बनने वाले खाने के सैंपल भरे। कई ढाबों पर गंदगी मिलने पर उन्हें साफ सफाई रखने के निर्देश दिए गए। वहीं ढाबा संचालकों को लाइसेंस बनवाने के लिए भी हिदायत भी दी गई। श्वेता सैनी की कार्रवाई से ढाबा संचालकों में अफरा तफरी मची रही। जिला खाद्य अधिकारी श्वेता सैनी ने बताया कि छावनी क्षेत्र में औचक निरीक्षण किया गया। यहां से शिकायतें मिल रही थीं कि ढाबा संचालक खराब क्वालिटी का सामान इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके बाद यहां निरीक्षण किया गया। साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है। खाद्य विभाग के लाइसेंस भी कई ढाबा संचालकों पर नहीं मिले। इस कार्रवाई में 11 सदस्यीय टीम मौजूद रही। उनकी टीम ने यहां से पेठे के नमूने लिए है। वहीं जो सामान ये लोग इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके भी नमूने लिए गए हैं। दाल, आटा, बेसन, सब्जी के नमूने भर कर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।जिला खाद्य अधिकारी श्वेता सैनी का कहना था कि इस क्षेत्र में पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। ख़राब खाने के करण किसी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ न हो और आगरा का नाम ख़राब ना हो इसलिये कार्यवाही की गयी है।

सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

बारात में बारातियों ने जमकर हर्ष फायरिंग की। जिसका शिकार एक वृद्धा और मासूम बनी

आगरा। हर्ष फायरिंग के दौरान अप्रिय घटनाओं में हुई बढ़ोत्तरी के बाद सरकार ने हर्ष फायरिंग पर रोक लगा दी लेकिन हर्ष फायरिंग रुकने का नाम नहीं ले रही है। इस आदेश को सख्ती से पालन करने के लिए सरकार ने हर्ष फायरिंग की जानकारी होने पर सम्बंधित थाना प्रभारी पर कार्यवाही करने तक के आदेश दिए है लेकिन इसके बाबजूद भी पुलिस की नाक के नीचे हर्ष फायरिंग की घटनाएं हो रही है।ताजा मामला आगरा के लोहामंडी थाना क्षेत्र के राज नगर का है। बीती रात बस्ती से निकल रही बारात में बारातियों ने जमकर हर्ष फायरिंग की। जिसका शिकार एक वृद्धा और मासूम बनी। हर्ष फायरिंग में चली गोलियों के छर्रे घर के बाहर बैठी एक महिला और मासूम बच्ची के जा लगे।गोली लगाने की सूचना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और घटना की जानकारी होते ही क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुँच गयी। पुलिस ने महिला और बच्ची को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है तो वहीं मामले की जाँच भी शुरू कर दी है। एसपी सिटी अनुपम सिंह का कहना था कि हर्ष फायरिंग में वृद्धा और मासूम बच्ची घायल हुई है उपचार के लिए एस एन में भर्ती कराया है वही इस मामले की जांच शुरु कर दी है। आरोपियों पर कार्यवाही की जायेगी।

सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

लेडी लॉयल में कार्यरत महिला चिकित्सक ने मौत का इंजेक्शन लगा खुदकशी की

आगरा ।। जनपद के लेडी लॉयल में कार्यरत महिला चिकित्सक ने मौत का इंजेक्शन लगा खुदकशी कर ली। वह मानसिक तनाव में थीं। नौकरों की सूचना पर पहुंचे पति डॉक्टर को एसएन इमरजेंसी लेकर गए, वहां उन्हें मृतक घोषित कर दिया।  लेडी लॉयल परिसर स्थित स्टाफ क्वार्टर में रहने वाली डॉ. मोनिका सिद्धू (32) ने एसएन मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था। तीन साल पहले डॉक्टर हरविंदर सिंह से शादी करने के बाद चिकित्सक दंपती लेडी लॉयल में कार्यरत थे।  मंगलवार को लेडी लॉयल में बाहर से आई टीम द्वारा निरीक्षण किया जा रहा था। डॉ. मोनिका सिद्धू इसमें नहीं पहुंची। वह सास और डेढ़ साल के बेटे के साथ घर पर ही रहीं। दोनों नौकर भी घर पर थे। पति डॉ. हरविंदर सिंह बाजार गए हुए थे। रात सवा आठ बजे नौकर कमरे में गया तो डॉक्टर की हालत बिगड़ी देखी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। सी ओ कोतवाली ने बताया कि लेडी लायल में।कार्यरात महिला डॉक्टर मृत अवस्था में पाई गयी है। मृतका के शरीर को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच शुरू कर दी गयी है।।

सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

अछनेरा में एक 7 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया।मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया

आगरा ।। बच्चों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं  रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। आये दिन एक के बाद एक  घटना  हर रोज बढ़ती जा रही है। सख्त कानून होने की खबर सुनने के बाद भी  दुराचारी लोग  अपनी मानसिकता में बदलाव नहीं ला रहे। 3 दिन के अंदर 4 घटनाएं  आगरा में  घटित हुई  जिसमें से एक आरोपी  गिरफ्तार हुआ और अन्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं । थाना एत्माद्दौला के  टेढी बगिया में बच्ची के साथ घटना, थाना खंदौली में  नाबालिग की  दुराचार के बाद हत्या की गयी, थाना फतेहपुर सीकरी  बच्ची के साथ  दुष्कर्म । अब एक और मामला थाना अछनेरा क्षेत्र का है यहाँ 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है । पीड़ित परिवार ने थाने में तहरीर  दी है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद,  आरोपी को  गिरफ्तार, कर लिया और पुलिस कानूनी कार्यवाही कर रही है।

आगरा से क्राइम रिपोर्टर राकेश यादव की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

लघु एवं सिचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की मिली भगत के चलते किसानों को योजना का पूर्ण लाभ नही

मोहम्मदी,लखीमपुर खीरी।। विकास  खण्ड क्षेत्र  के अंतर्गत किसानों को दी जाने वाली बोरिंग आदि मे किसानों  को  शासन द्वारा जो सुविधाएँ दी गयी है। उनका लाभ किसानों को नही मिल पा रहा है। किसानों का कहना है कि लघु एवं सिचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की मनमानी के चलते हम सभी किसानों को योजना के बारे मे जानकारी नहीं मिल पाती है।शासन द्वारा जो सुविधाएँ किसानों को दी गयी है उसकी जानकारी लाभार्थियो को नहीं मिल पाती है जिसके चलते किसानों का शोषण होता रहता है। लाभार्थियो की माने तो वोरिग कराने के लिये उनको सिर्फ़ बोरिग का सामान मिल पाता है उसमें भी पाइप आदि की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं  दी जाती हैं। वोरिग कराने के लिए जो लेवरी आदि  का पैसा भी लाभार्थियो को ही देनी होती हैं। ज़्यादातर वोरिग चलती हुई नहीं मिलती है। लघु एवं सिचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की मिली भगत के चलते किसानों को योजना का पूर्ण लाभ नहीं मिल पाता है। योजना की पूर्ण जानकारी लाभार्थियो को नहीं दी जाती हैं जिसके चलते किसानों को परेशानी का सामना करना पङता है। लाभार्थियो ने ज़िला प्रशासन से जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही है।

दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

गाॅव के प्रधान व ग्राम सचिव की मिली भगत के चलते विकास कार्य को सुचारू ढंग से नही

मोहम्मदी,लखीमपुर खीरी।। विकास खण्ड क्षेत्र के एक गांव के ग्रामीणो ने खण्ड विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र के माध्यम से आवास, शौचालय, राशन कार्ड आदि की मांग की है ।बताते चले ग्राम भोगियापुर के ग्रामीणो ने ब्लाक पर आकर खण्ड विकास अधिकारी को लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है ।जिसमे ग्रामीणो बताया है कि गाॅव के प्रधान व ग्राम सचिव की मिली भगत के चलते विकास कार्य को सुचारू ढंग से नही किया जा रहा है ।शौचालय आदि भी पात्रो को न देकर मनमाने तरीके से दिया जा रहा है ।गाॅव मे साफ सफाई की व्यवस्था नही हो रही है । ग्रामीणो ने यह भी बताया कि गाॅव मे सफाई कर्मी कभी देखने को नही मिलता है और न ही गाॅव साफ सफाई ही होती है ।गाॅव मे गंदगी होने से बीमारियो का खतरा बराबर बना रहता है । आवासो को भी पात्रो को नही दिया जा रहा है ।पानी के लिए लगे हैण्ड पम्प भी शो पीस वनकर रह गये है ।नाली ,खण्जा आदि भी अपने तरीके से वनवाने का निर्णय ले लिया जाता है ।परिवार रजिस्टर की नकल आदि के लिए भी ग्रामीणो को महीनो चक्कर काटने पडते है ।राशन आदि लेने के लिए ग्रामीणो को दिक्कत का सामना करना पडता है । उचितदर विक्रेता के यहाॅ  पर्वेक्षणीय अधिकारी / कर्मचारी कभी नजर नही आते है ।ग्रामीणो की समस्या को सुनने वाला कोई नजर नही आरहा है । ग्रामीणो ने गांव की समस्याओ को कईबार उच्चाधिकारियो को अवगत कराया परन्तु अभीतक कोई सुधार होता दिखाई नही दे रहा है ।ग्रामीणो ने जांच कर आवश्यक कार्यवाही की मांग की है ।प्रार्थना पत्र पर कुषमा देवी,मुन्नी देवी, मनोज कुमार , रामप्रताप ,रामलडैते,ऊषा देवी सहित लगभग तीन दर्जन लोगो के हस्ताक्षर मौजूद है ।

दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

ग्राम पंचायतो में ग्राम प्रधान व जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी के चलते विकास कार्य नहीं हो पा रहा

मोहम्मदी,लखीमपुर खीरी ।। विकासखंड क्षेत्र के  अंतर्गत  ग्राम पंचायतो में ग्राम प्रधान व जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी के चलते विकास कार्य नहीं हो पा रहा है ।बताते चलें की  ग्रामीणों ने स्वच्छ भारत मिशन व सरकार की अहम योजनाओं पर उंगली उठाई है और कहां है कि उनकी ग्राम पंचायत में सैकडों कूड़ेदान आए और शौचालय भी आए परंतु ग्राम प्रधान की मनमानी के चलते लगवाए व बनवाए नहीं गए जनता ग्राम प्रधान से लेकर आला अधिकारी के कार्यालय के चक्कर काटती घूम रही है फिर भी इस समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है इसी तरह ग्राम पंचायत में लगे नल नाली खडंजा आवास इत्यादि विकास कार्य भी अधूरे है।ग्रामीणो  को परिवार रजिस्टर की नकल , मृत्यु , जन्म प्रमाण पत्र इत्यादि बनवाने के लिए महिनो चक्कर काटने पड़ते हैं जिससे ग्रामीणो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी  तरह लगभग कुछ  ग्रामपंचायतो  को छोडकर शेष सभी ग्राम पंचायतो मे सरकार की अहम योजनाओं को भी ग्राम प्रधान, जिम्मेदार पलीता लगाते हुए नजर आ रहे है ।

दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र