Translate

Tuesday, May 21, 2019

जिलाधिकारी ने मत गणना स्थल का लिया जायजा मण्डलायुक्त भी रहे


मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर ।आगामी 23 मई को मतगणना होनी है समस्त तैयारियों का जायजा लेने मण्डलायुक्त श्री सुभाष चन्द्र शर्मा ने नोबस्ता गल्लामडी का निरीक्षण कर निर्देशित करते हुए कहा कि पोलिंग एजेंटों को साफ दिखे इस हेतु भी लगाई गई जाली से स्पाट दिखे उसकी निगरानी कर ली जाये।समस्त क्षेत्र में सीसीटीवी से नजर रखी जाए कोई भी क्षेत्र अछूता न रहे ।23 मई को जाम न लगे इस हेतु यातायात व्यवस्था हेतु अभी से प्लान तैयार कर लिया जाये। जिलाधिकारी श्री विजय विश्वास पन्त ने निर्देशित करते हुए कहा कि मतगणना में लगे समस्त कर्मी यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक दशा में उनको मोबाइल फोन नही लाना है, साथ ही समस्त पुलिस तथा एजेंटों के लिए भी मोबाइल फोन पूर्ण प्रतिन्धित रहेगा।उन्होंने 23  मई को  मतगणना होनी है इस हेतु नोबस्ता गल्लामंडी बन्द रहेगी इस हेतु मंडी सचिव समस्त व्यापारियों को निर्देशित कर दे ।एसएसपी अनन्त देव ने निर्देशित करते हुए कहा कि मंडी के समस्त क्षेत्र में कोई भी पत्थर ईटना इकट्ठा हो इस हेतु समस्त पुलिसकर्मी निरीक्षण कर यदि ईट पत्थर कही हो तो  हटवाना सुनिश्चित करें। निरीक्षण में आई जी श्री आलोक सिंह ,मुख्य विकास अधिकारी श्री अक्षय तिपाठी, एडीएम सिटी श्री विवेक श्रीवास्तव, एडीएम  भू अध्याप्ति श्री केहरि सिंह , सिटी मजिस्ट्रेट आदि सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

मायावती के करीबी बसपा के पूर्व ऊर्जा मंत्री व सादाबाद से वर्तमान विधायक रामवीर उपाध्याय को बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित किया गया


आगरा ।। बसपा के पूर्व ऊर्जा मंत्री व सादाबाद से वर्तमान विधायक  रामवीर  उपाध्याय उत्तर प्रदेश के बड़े ब्राह्मण नेता रामवीरउपाध्याय को लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने और अनुशासनहीनता की वजह से निलंबित किया गया है।पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने यह कार्रवाई की है।उनके ऊपर लोकसभा चुनाव में आगरा, फतेहपुर सीकरी, अलीगढ़ समेत कई सीटों पर पार्टी प्रत्याशी का विरोध करने का आरोप लगा है। रामवीर उपाध्याय को बसपा ने विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी के मुख्य सचेतक पद से भी हटा दिया है।साथ ही कहा गया है। कि वे अब पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे और न ही उन्हें इसके आमंत्रित किया जाएगा.गौरतलब है। कि बसपा ने पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय को फतेहपुर सिकरी से प्रत्याशी बनाया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. इसके बाद रामवीर उपाध्याय अलीगढ़ में बीजेपी प्रत्याशी सतीश गौतम के साथ चुनाव प्रचार में भी दिखे. इतना ही नहीं रामवीर उपाध्याय आगरा से बीजेपी प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल के साथ भी दिखे. कहा तो यह भी गया है।कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के लिए वोट भी  मांगे।

सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

Monday, May 20, 2019

अखिल भारतीय हिंदू शक्ति दल ने दिल्ली में घटित घटना को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा


शाहजहाँपुर से नीरज शर्मा की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
शाहजहाँपुर।। अखिल भारतीय हिन्दू शक्ति दल,शाहजहांपुर के तत्वावधान में राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिला अधिकारी को सौंपा, ज्ञापन में दिल्ली में एक अत्यंत दुखद घटना घटित हुई, जो मानवता को शर्मसार करती है।भारतीय मानव अधिकार का उल्लंघन दर्शाती है। घटना क्रम इस प्रकार है दिल्ली के एक हिन्दू परिवार ध्रुवराज त्यागी की पुत्री के साथ छेड़खानी की गई जब पिता ने इसका बिरोध किया तो मुस्लिम गुण्डे मोहम्मद आलम,और उसका साथी जहांगीर खान ने खुलेआम चाकूओं से गोदकर ध्रुवराज त्यागी की हत्या कर दी,जब पिता को बचाने लडका अनमोल त्यागी आया तो हत्यारों ने उसपर भी जानलेवा हमला कर दिया जो बुरी तरह घायल हो गया। जो जिन्दगी, मौत से लड रहा है। पुलिस ने मामूली झगड़े की रिपोर्ट दर्ज की ,अपराधियों के विरूद्ध शख्त कार्यवाही नहीं हुई।और ना ही प्रशासन व सरकार ने कोई मदद की। ज्ञापन में बताया गया कि दिल्ली निवासी ध्रुवराज त्यागी के हत्यारों को फांसी दिये जाने, ध्रुवराज के पुत्र अनमोल त्यागी जो जिन्दगी और मौत की लडाई लड़ रहा है। उसका निशुल्क इलाज साथ ही ध्रुवराज त्यागी के परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाये।ध्रुवराज त्यागी के परिवार को पूर्ण सुरक्षा दी जाये,और दिल्ली सरकार से कम से कम 30 लाख और केंद्र सरकार से 20 लाख मुआवजा दिया जाये। अखिल भारतीय हिन्दू शक्ति दल,महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार से न्याय और सुरक्षा की अपेक्षा करते हुये,शीध्र कार्यवाही की मांग करता है। ज्ञापन देने वाले शिष्ट मंडल में जिला अध्यक्ष शिवनन्दनसागर, जिला संयोजक अवधेश दीक्षित, अखिलेश सक्सेना, पवन दीक्षित, शिखर बर्मा, तुषार दीक्षित, सक्षम तिवारी, तुषार गुप्ता, आदित्य भटनागर, अभिल राठौर,अंकुश राठौर, रजतरंजन बाजपेयी, सुधांशु बाजपेयी,आशीष कुमार अरविंद मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

मीडिया मे प्रकाशन के बाद विभागो की चेतना जागी


                
मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र             
कानपुर । कानपुर शहर मे कल्याणपुर का इन्द्रानगर ऐसा इलाका है जहाँ देश के राष्ट्रपति का आवास भी है बावजूद नगरनिगम, जल निगम, विकास प्राधिकरण या अन्य समाज हित से जुडे कार्य  की जिनपर जिम्मेदारी है सर्व हिताय किर्यो से अमूमन टाल मटोल करते है तब आनन्द मंगल क्लब के महामंत्री मुन्ना अग्रवाल का घोडा दौडपडता है फिर मीडिया की कलम आती है हरकत में अभी हाल ही मे लापरवाही के कारण यहाँ जनता को आठ दिन इस गरमी के सीजन पानी के लिए तरसना पडा था। उसमे सुधार हुआ तो बारह सौ मीटर की सीवर लाइन चोक हो गयी जिसकी खुदाई केवल दो सौ मीटर ही हो पाई है समझने वाली बात यह है कि मौसम विभाग बराबर मौसम के दश्तक दिये जाने की चेतावनी जारी कर रहा है *अक्रॉस टाइम्स*   मे छपी खबर का ही असर है कि कल से जल निगम खुदाई कर सीवर लाईन डालेगा यह खुलासा अभियन्ता वर्मा ने बताया इस बात से बेहद खुश आनन्द मंगल क्लब के महामंत्री मुन्ना अग्रवाल जो प्रधानमंत्री मोदी जी की तरह चैतन्य है ने कहा मानव व समाज सेवा परमो धर्मा फिलहाल सडक खुदाई किस गति से होती है यही देखना है वैसे जल निगम और पी डब्लू डी  ने सजगता से काम किया तो वर्षा रितु से पहले जनता को समस्या से निजात मिल जाएगी और तब दोनो विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सराहना के होगे पात्र।

नवनिर्मित कक्षाओं का परंपरागत तरीके से फीता काटकर लोकार्पण किया गया



मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर। पुराना बिठूर स्थित राउंड टेबल गया प्रसाद विद्यालय में राउंड टेबल 125 एवं लेडीस सर्किल अट्ठासी के द्वारा दो शिक्षण कक्षाओं का निर्माण कराया गया है जिसका लोकार्पण आज राउंड टेबल 125 एवं लेडीस सर्कल अट्ठासी के पदाधिकारियों द्वारा किया गया ।  नवनिर्मित  कक्षाओं का परंपरागत तरीके से फीता काटकर लोकार्पण किया गया लेडीस सर्किल 88 चेयर पर्सन रश्मि धवन ने बताया की उनका क्लब  सन 2002 से इन विद्यालय से जुड़ा हुआ है और उनका क्लब निरंतर विद्यालय में पढ़ रहे गरीब एवं असहाय बच्चों को सहयोग दे रहे हैं क्लब द्वारा विद्यालय परिसर में दो शिक्षण कक्ष का निर्माण कराया गया है  इसके अलावा बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर की भी व्यवस्था कराई गए हमारी संस्था का यह उद्देश्य रहते हैं जो गरीब असहाय बच्चे हैं जो महंगी फीस नहीं दे सकते उनको सहयोग कर उन्हें शिक्षित बनाए और देश की प्रगति में एक योगदान दें इस समारोह में प्रमुख रूप से ध्रुव डालमिया दीपक बजाज सुरेश कपूर दिव्या कपूर मोहित कपूर अनुज अग्निहोत्री सालिका पारिक सुरेश चंद्र दीक्षित इसके अलावा विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं प्रबंधक राम प्रकाश यादव तथा समस्त शिक्षक गण उपस्थित रहे ।

टेनरी कर्मियों को दिया डी एम ने आश्वास


मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर।जिलाधिकारीऔर एसएसपी आनंद कुमार देव पहुचे जाजमऊ टेनरी मालिक और कर्मचारियों कर्मचारियों को दिया आश्वासन कहा कि रमजान तक बिजली लाइन नहीं कटेगी कोई भी टेंडर नहीं होगी बन्द रमजान बाद जो भी फैसला होगा देखा जाएगा जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया।

एस ओ ने खुद चालान काटे और कहा न सुधरे तो सीज करेगे

      
मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर । बिठूर मन्धना चौराहे पर जाम को देखते हुए टेंपो विक्रम वालों की अराजकता के चलते यशो बिठूर ने मन्धना चौराहे पर भरी दुपहरी में चलाया अभियान अभियान चलाकर किए चालान कहा दोबारा ऐसा करने पर गाड़ी सीज होगी।

गजल किंग पद्मश्री पंकज उदास ने किया नक्काश का म्यूजिक लान्च,फ़िल्म 31 मई को होगी रिलीज

फ़िल्म की स्टार कास्ट के साथ शायर आलोक श्रीवास्तव भी मौजूद रहे

पंकज उदास ने कहा कि दिलों को जोड़ने वाले ऐसे गानो का बनना जरूरी

मुंबई। कटेंट और स्ट्रांग स्टोरी की वजह से चर्चा में आई फिल्म नक्काश का म्यूजिक मुंबई में मशहूर गज़ल गायक पद्मश्री पंकज उदास ने लांच किया। इस मौके पर फिल्म के डायरेक्टर ज़ैग़म इमाम, प्रोड्यूसर पवन तिवारी गोविंद गोयल स्टार कास्ट इनामुलहक, शारिब हाशमी और कई जाने माने चेहरे मौजूद थे। पंकज उदास ने नक्काश के मेन टाइटिल सांग "वो दौर दिखा जिसमें इंसान की खूशबू हो, इंसान की सांसों में ईमान की खूशबू हो" की जमकर तारीफ़ की और कहा कि ऐसे गानें दिलों को जोड़ते हैं इनमें मिट्टी की खूशबू है इसलिए इनका बनना बेहद जरूरी है। उन्होंने इस गीत को लिखने वाले शायर आलोक श्रीवास्तव की तारीफ भी की कहा कि आलोक की गजलें इंसानियत को बढ़ावा देने वाली होती हैं। फिल्म के इस गाने का टीज़र सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है। मीडिया बात करते हुए आलोक श्रीवास्तव  ने कहा कि ये गज़ल जब मैंने लिखी तो ये जरूर लगा कि इसे कोई बड़ा प्लेफॉर्म मिलना चाहिए और नक्काश के जरिए ऐसा हो गया। नक्काश सामाजिक सरोकारों से जुड़ी एक बेहतरीन फिल्म है और मेरा गाना इस फिल्म का हिस्सा है ये खुशी की बात है। इस गाने के जरिए लोग इंसानियत को महसूस कर सकते हैं। इस गानों को बच्चों ने गाया है। फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर अमन पंत ने कहा कि गाने के बोल अच्छे थे और हम काफी दिनों तक ये सोचते रहे कि इसे आखिर कैसे रिकॉर्ड किया जाए आखिर में ये विचार आया कि इसे बच्चों की प्रार्थना का रूप दिया जाए। हमने ऐसा किया और ये प्रयोग सफल रहा। नक्काश के डायरेक्टर जैगम इमाम ने इस गाने को फिल्म में लेने के बारे बताया कि पहली बार में मैंने इस गाने की एक लाइन आलोक श्रीवास्तव के ट्विटर हैंडल पर देखी थी तब से से दिमाग में ये बात थी कि इसे नक्काश में शामिल करना है। नक्काश 31 मई को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है।

मेरा कोई राजनीतिक स्टैंड नहीं है, लेकिन बतौर फिल्ममेकर मैं स्टैंड लेता हूँ : जैगम ईमाम

फ़िल्म नक्काश और जैगम ईमाम की ज़िंदगी व फिल्मी कैरियर के बारे में अक्रॉस टाइम्स के संवाददाता ने पूछ तो उन्होंने बताया कि मेरा कोई राजनीतिक स्टैंड नहीं है, लेकिन बतौर फिल्ममेकर मैं स्टैंड लेता हूँ।

प्रश्न : नक्‍काश किस जोनर की फिल्‍म है, फिल्‍म के बारे में थोडा तफसील से बताएं ?

उत्तर: ये एक सोशल पॉलिटिकल ड्रामा है। सीधे शब्दों में कहें तो सामाजिक फ़िल्म है लेकिन ट्रीटमेंट के लिहाज़ से सोशल पॉलिटिकल थ्रिलर भी कह सकते हैं। नक्काश बनारस में बेस्ड है और इसके केंद्र में एक मुस्लिम किरदार अल्लाह रक्खा सिद्दीकी है जो मंदिरों में नक्काशी का काम करता है। अल्लाह रक्खा और उसके पूर्वज लंबे अर्से से ये काम करते आ रहे हैं। अल्लाह रक्खा को उसके काम में ट्रस्टी भगवान दास वेदांती का संरक्षण प्राप्‍त है। मठ के अध्यक्ष वेदांती अल्लाह रक्खा से प्यार करते हैं और बतौर कलाकार उसे बड़ा सम्मान देते हैं लेकिन बदलती हुई राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों के बाद अल्लाह रक्खा का मंदिर में जाना कितना मुश्किल होता है और उसे दोनों समुदायों का कट्टरपंथियों का विरोध भी झेलना पड़ता है। उसके अपने लोग यानि मुसलमान उससे इस बात से नाखुश हैं कि वो एक मुस्लिम होते हुए भी मंदिर में काम करता है तो वहीं हिंदू धर्म के कुछ लोगों को इस बात से आपत्ति है कि मंदिर के गर्भगृह में मुसलमान का काम करना सही नहीं है। कबीर के शहर बनारस में दोनों समुदायों के बीच पिस रहे अल्ला रक्खा का क्या होता है यही आगे की कहानी है। क्या वो नक्काशी जारी रख पाता है या फिर उसे हालात के आगे सिर झुकाना पड़ता है। 

प्रश्न : दोजख, अलिफ और अब नक्‍काश तीनों फिल्‍मों के केंद्र में बनारस है, इसकी कोई खास वजह ?
प्रश्न : बनारस को चुनने की कई वजहे हैं। पहली तो यह कि मैं खुद बनारस से हूं और लंबे अर्से तक वहां के सामाजिक बदलावों को देखा है। दूसरी और सबसे बड़ी वजह यह कि देश में बनारस को सांस्कृतिक राजधानी का दर्जा प्राप्त है। देश में गंगा जमुनी तहजीब की बात बिना बनारस के पूरी नहीं हो सकती है। कबीर के इस शहर में हिंदू मुस्लिम रिश्ते और उनके बीच के सामाजिक ताने बाने को जितनी अच्छी तरह से समझा जा सकता है मेरे ख्याल से कहीं और मुमकिन नहीं है। मेरी अब तक कि फिल्में देश में हिंदू मुस्लिम के रिश्तों बदलावों और कट्टरता पर कड़ी चोट से जुड़ी रही हैं। मुझे लगता है कि अगर बनारस न होता तो मैं अपनी कहानियां कभी कह नहीं सकता।  

प्रश्न : आपकी तीसरी फिल्‍म रिलीज को तैयार है, खुद को कहां पाते हैं, कैसा एक्‍सपीरियेंस रहा ?
उत्तर : फिल्म मेकिंग अपने आप में मुश्किल काम है। उससे भी ज्यादा मुश्किल है एक के बाद अच्छी फिल्में बनाना। पहली फिल्म में आपके ऊपर दबाव कम होता है। आप ये कहकर भी छूट सकते हैं कि नए है लेकिन दूसरी तीसरी फिल्मों में परफॉर्म करना बेहद जरूरी है क्योंकि फिर कोई भी आपको इस बात की छूट नहीं देगा। जहां तक खुद को कहां पाते हैं का सवाल है तो काफी बेहतर पोजीशन में हूं। सिनेमा एक बहुत बड़ा माध्यम है और इसे समझना आसान नहीं है। धीरे धीरे सीख रहा हूं यही कह सकते हैं। इन सब बातों के बीच इस बात की खुशी भी होती है कि तीन फिल्में बना चुका और पब्लिक ने काफी सराहना की और प्यार दिया। एक फिल्ममेकर को और क्या चाहिए। 

प्रश्न : डिफरेंट जोनर की फिल्‍में बन रही इन दिनों ,ऐसे में आप किस तरह के ऑडिएंस को टारगेट कर फिल्‍म बनाते हैं ?
प्रश्न : देखिए भारतीय सिनेमा में सकारात्मक बदलाव आए हैं। मसाला फिल्मों के अलावा ऐसी फिल्मों को भी तरजीह मिल रही है जो समाज के उन अनछु, पहलुओं पर बात कर रही हैं जिनके बारे में लोग बात भी नहीं करना चाहते। जहां मेरी फिल्मों के आडिएंस की बात है तो मैं ये सोचकर फिल्में नहीं बनाता कि किस वर्ग को देखनी चाहिए या फिर किस वर्ग को नहीं। मेरी फिल्में हर कोई देख सकता है। 

प्रश्न : तीनों फिल्‍मों का केंद्र हिन्‍दू मुस्लिम है तो क्‍या इस फिल्‍म से दोनों समुदाय की दूरी बढेगी या घटेगी ?

प्रश्न : देखिए कला का मतलब ही सकारात्मकता फैलाना है। मेरी फिल्म उन मुद्दों उन नकारात्मक घटनाओं पर चोट करती है जिनकी वजह से समुदायों में दूरियां बढ़ रही हैं। आप फिल्म को देखकर सोचने पर मजबूर होंगे जाहिर सी बात है कि ये फिल्म आंखें खोलने वाली होगी और दोनों समुदायों के बीच दूरियां घटाएगी। जिस तरह पत्रकार, लेखक और दूसरी विधाओं में पारंगत कलाकार समाज में अपना अपना कांट्रीब्यूशन करते हैं ठीक वैसे ही एक फिल्म मेकर होने के नाते मैं अपना पार्ट निभा रहा हूं।


प्रश्न :  वर्तमान राजनीतिक परिदूश्‍य में यह फिल्‍म किस खाके में फिट बैठेगी ?
प्रश्न : देखिए जहां राजनीतिक परिदृश्य का सवाल है तो एक फिल्म मेकर होने के नाते मैं अपने आपको राजनीति से दूर रखता हूं। बतौर फिल्ममेकर मेरा राजनीतिक स्टैंड नहीं है, हां बतौर फिल्म मेकर मैं स्टैंड लेता हूं, जो आपको मेरी फिल्मों में दिखता है। आजके राजनैतिक परिदृश्य ने सामाजिक देश के सामाजिक ढांचे को प्रभावित किया है ये बात आपको नक्काश में भी दिखेगी अब इसका कोई किस तरह से मतलब निकालता है ये उसके ऊपर निर्भर करेगा। 

प्रश्न : ऐसा भी तो हो सकता था कि मस्जिद में किसी हिंदू को काम करते दिखाते ?
उत्तर : बिल्कुल हो सकता है। लेकिन नक्काशी की जिस कला को मैंने अपनी कहानी का बैकड्राप बनाया उसमें मेरे पास इस तरह का कोई उदाहरण नहीं था। मैं पेशे से एक पत्रकार रह चुका हूं। पहले मैं बनारस के मंदिरों में नक्काशी करने वालों पर डाक्यूमेंट्री बनाना चाहता था, लेकिन बहुत सारे लोगों ने जब कैमरे पर इस बारे में बात करने से इंकार कर दिया तो फिर मैंने फिल्म बनाने की सोची। वैसे सच कहूं तो मेरे ख्याल से  मेरी फिल्में हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल होती हैं फिर चाहे मुस्लिम मंदिर में काम करे या फिर हिंदू मस्जिद में मेरे लिए ये दोनों बातें एक जैसी ही हैं। 

प्रश्न : फिलवक्‍त के सामाजिक माहौल में आपकी फिल्‍म कितनी साकारात्‍मक ऊर्जा भरेगी ?
उत्तर : देखिए मैं ये कहना चाहूंगा कि मेरी फिल्म आज के माहौल में आंखें खोलने वाली साबित होगी। हमारे देश का लंबा सांस्कृतिक इतिहास रहा है। सर्व धर्म समभाव और वसुधैव कुटुंबकम हमारी रग रग में है ऐसे में नक्काश फिर से उसी चेतना को जगाने वाली फिल्म होगी जो हमें बताती है कि हम हिंदू या मुसलमान होने से पहले इंसान हैं और हिंदुस्तानी हैं।

ज्ञान प्रकाश ( सम्पादक)
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

ड्राइविंग लाइसेन्स की प्रिन्टिंग व डिस्पैच का कार्य केन्द्रीयकृत रूप से मुख्यालय लखनऊ द्वारा किया जा रहा


शाहजहाँपुर।। प्रशासन/प्रवर्तन सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी मनोज प्रसाद वर्मा ने बताया कि परिवहन विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद के परिवहन कार्यालय में बनने वाले ड्राइविंग लाइसेन्स की प्रिन्टिंग व डिस्पैच का कार्य केन्द्रीयकृत रूप से मुख्यालय लखनऊ द्वारा किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि आवेदक अपने ड्राइविंग लाइसेन्स (स्थायी, नवीनीकृत, द्वितीय प्रति आदि) की अद्यतन स्थिति की जानकारी के लिए किसी भी कार्य दिवस में प्रातः 08ः00 बजे से सायं 08ः00 बजे तक हेल्पलाइन नम्बर 18001800152 (टाॅल फ्री) पर दूरभाष से वार्ता कर जानकारी ले सकते हैं।

गौरव शुक्ला ब्यूरो चीफ शाहजहाँपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

निःशुल्क 480 घण्टे का इन्फारमेशन टेक्नालाॅजी प्रशिक्षण की अन्तिम तिथि 05 जून


शाहजहाँपुर। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी ले0कर्नल लक्ष्मी नारायण त्रिवेदी ने बताया है कि जनपद के समस्त भूतपूर्व सैनिकों/वीर नारीयों/स्व0 सैनिकों की पत्नियों को तथा उनके आश्रितों को सूचित किया जाता है कि निःशुल्क 480 घण्टे का इन्फारमेशन टेक्नालाॅजी प्रशिक्षण, 300 घंटे का कम्प्यूटर फैशन डिजाईनिंग एवं 180 घंटे का टैली प्रशिक्षण, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास, कल्याण द्वारा कराया जाना प्रस्तावित है। इच्छुक पात्र 31 मई, 2019 तक जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास, कार्यालय शाहजहाँपुर से आवेदन प्राप्त कर 05 जून 2019 तक जमा कर दें।

गौरव शुक्ला ब्यूरो चीफ शाहजहाँपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र