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Friday, July 27, 2018
उच्च कोटि मिश्रित भारतीय मेजर कार्प मत्स्य बीज की आपूर्ति के साथ ही शुद्ध कतला/ग्रास कार्प/सिल्वर कार्प राजकीय दरों पर वितरण
जिला उद्योग बन्धु समिति एवं कानून तथा सुरक्षा व्यवस्था समिति की बैठक 29 जुलाई को
सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुँचायें ताकि कोई भी पात्र लाभार्थी योजनाओं से वंचित न रह जायें: विधायक रोशनलाल वर्मा
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी ) अमृत एवं स्मार्ट सिटी मिशन के तृतीय वर्षगाँठ 29 जुलाई को
आंवलखेड़ा में मनाया गया गुरुपूर्णिमा महोत्सव
आंवलखेड़ा। आचार्य पं.श्री राम शर्मा की पावन जन्म स्थली में गुरुपूर्णिमा महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। शुक्रवार सुबह 6 बजे से ही हवन कार्यक्रम प्रारंभ हो गया था। डोर दराज से आये हुए भक्तों ने हवन में आहुति दी और गुरु दीक्षा प्राप्त की। गुरु दीक्षा के बाद हजारों भक्तों ने प्रशाद ग्रहण किया। दो दिन से लगातार हो वारिश के कारण हर साल की अपेक्षा इस साल आने बाले भक्तों में कमी हुई है। मंदिर के केंद्र व्यवस्थापक घनश्याम देवांगन द्वारा बताया गया कि भारी बारिश के कारण भी गुरु के प्रति भक्तों में बड़ी आस्था देखने को मिली।
आगरा से सोनू सिंह की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
प्राथमिक विद्यालय की छत गिरी
आगरा। लगातार हो रही बारिश के कारण एक प्राथमिक विद्यालय की छत भरभरा कर गिर गयी। स्कूल की छत गिरने की आवाज पर ग्रामीणों ने दौड़ लगाई और इस हादसे की जानकारी प्रशासन को भी दी। गनीमत यह रही कि गुरुवार को मौसम विभाग से भारी बारिश की मिली चेतावनी के बाद जिलाधिकारी ने 12वीं क्लास तक के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए थे। इस आदेश के चलते प्राथमिक विद्यालय बन्द था नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।मामला सैंया थाना क्षेत्र के नगला तेजा गांव का है। शुक्रवार सुबह बारिश के कारण इस गांव के प्राथमिक विधालय की जर्जर छत भर भराकर गिर पड़ी। लोगों ने बताया कि विद्यालय की छत ख़राब हो गयी है जिसकी रिपेयरिंग होनी है। विद्यालय की छुट्टी होने के कारण कोई भी छात्र स्कूल में नहीं था नहीं तो स्कूल प्रशासन की लापरवाही से कोई बड़ा हादसा हो जाता। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस विद्यालय के जीर्णोद्धार कराने और बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने की मांग की है।
आगरा से सोनू सिंह की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
भारी बारिश के बाद जिला प्रशासन का अलर्ट, शनिवार को रहेगी स्कूलों की छुट्टी
आगरा। बुधवार देर रात से शुरू हुई बारिश ने आगरा शहर को जलमग्न कर दिया है। चारों ओर सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। स्कूल हो या ऑफिस या फिर मार्केट सभी इस समय जलमग्न नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए अलर्ट के बाद लगातार हुई बारिश ने जिला प्रशासन के भी होश उड़ा दिए हैं। लगातार हुई मूसलाधार बारिश के कारण जिला प्रशासन भी कोई जोखिम उठाना नहीं चाहता है। इसीलिए जिला प्रशासन की ओर से भी अलर्ट जारी कर दिया है, साथ ही 28 जुलाई को स्कूल को बंद करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। 28 जुलाई को जिले के सभी स्कूल बंद होने के साथ-साथ भारी बारिश की चेतावनी के आदेश एडीएम सिटी के पी सिंह ने जारी किए हैं।आपको बताते चलें कि मौसम विभाग ने बुधवार को ही 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। इस चेतावनी के कुछ ही घंटों बीते थे कि लगातार हुई बारिश के कारण आगरा जलमग्न हो गया। जिला प्रशासन ने चेतावनी जारी कर लोगों को सतर्कता बरतने की हिदायत दी है और अनावश्यक रुप से बाहर ना निकलने की भी अपील की है, जिससे कोई अप्रिय घटना ना हो सके।
आगरा से सोनू सिंह की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
खाण्डा का गांव नगला फ़ूटरा बना जलाशय। पानी भरने से मकान पर गिरा पेड़। बाल बाल बचा परिवार
आगरा।। योगी सरकार ने विकास के लिए करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाये। लेकिन वहीं अधिकारियों व कर्मचारियों ने इस गांव की इस ओर ध्यान नहीं दिया। वही खंदौली ब्लॉक के ग्राम पंचायत खाण्डा का गांव नगला फ़ूटरा(वासइंद्रा) बना तालाव। गलियों में तीन तीन फुट पानी भरा हुआ है। महिलाओं व पुरुषों का निकलना हुआ दुस्वार। पानी भरने से पीपल का पेड़ भरभराकर मकान के ऊपर गिर गया। जिसमें पूरा परिवार बच्चों सहित बैठा हुआ था । गनीमत रही कि पूरा परिवार बाल बाल बच गया। पानी पीने वाले हैंडपंप भी पानी मे डूब गए। जलभराव से बच्चों व पुरुषों में संक्रमण बीमारी फैलने की हुई संभावना बनी हुई है। वहीँ लेखपाल से फोन पर बात की गई तो लेखपाल ने कहा ज्यादा हालात खराब नहीं। पेड़ गिरने की जानकारी दी तो लेखपाल द्वारा अनिभिज्ञता जताई। क्या इसी तरह गलत रिपोर्ट लगाकर ग्रामीणों को गुमराह करते रहेंगे हल्का लेखपाल। महिलाओं का निकलना बहुत मुश्किल है। यदि परिवार में कोई बड़ा हादसा हो जाता तो इसका जिम्मेदार कौन होता।
आगरा से सोनू सिंह की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हादसा, दो की मौत
आगरा । आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार को सड़क हादसे में दो की मौत हो गई। दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली से सीतापुर जा रहे परिवार की कार आवारा जानवर को बचाने के प्रयास में पलट गई थी। हादसे में कई लोग घायल भी हो गए। सूचना पर इलाका पुलिस मौके पर पहुंच गई और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां सभी की हालत खतरे से बाहर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली का एक परिवार कार से सीतापुर जा रहा था। चालक कार को गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे लखनऊ एक्सप्रेस-वे निकाल रहा था तभी कार के सामने आए कुत्ते को बचाने के प्रयास में कार पलट गई। कार में सवार चार लोग बुरी तरह घायल हो गए। कार के पलटते ही उसमें सवार लोग जान बचाने के लिए चीख-पुकार करने लगे थे। चीख-पुकार को सुनकर आसपास में ग्रामीण पहुंच गए। सूचना पर डौकी पुलिस भी पहुंच गई।पुलिस और ग्रामीणों ने कार में फंसे सभी लोगों को बाहर निकला और एसएन अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने शिवांगी पत्नी पंकज सिंह और रवि को मृत घोषित कर दिया। और दो घायलों को इलाज के लिए भर्ती कर लिया।शिवांगी की 2017 में शादी हुई थी। आपको बता दें कि इनर रिंग रोड और लखनऊ एक्सप्रेसवे पर आवारा जानवर घूमते रहते हैं बचाने के चक्कर में अब तक कई लोगों की जाने जा चुकी हैं, लेकिन न तो यूपीडा और न ही एडीए के अधिकारी इन हादसों पर ध्यान दे रहे हैं। जिसके चलते रोजाना लखनऊ एक्सप्रेसवे और इनर रिंग रोड पर हादसे होते रहते हैं। थाना प्रभारी डौकी ने बताया मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गइ है। वे सीतापुरा और दिल्ली से चल दिए है। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आगरा से सोनू सिंह की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
ब्लॉक खंदौली ग्राम पंचायत सेमरा गांव में घर बने तालाब
आगरा। लगातार हो रही बारिश सेे खंदौली के कुछ इलाको में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। चारों और सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है। आलम यह है कि जलभराव के कारण लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है और लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हो गए हैं तहसील एत्मादपुर के ब्लॉक खंदौली के ग्राम पंचायत सेमरा के दो दर्जन गांव में पानी ही पानी नजर आ रहा है। गांव की पोखरें बरसात के पानी से लबालब है और अब बरसात का पानी घरों में घुसने लगा है।सेमरा में हालात सामान्य नहीं है। पिछले 50 साल का रिकॉर्ड बारिश ने तोड़ दिया है। बुजुर्गों से बात करने पर पता चला है कि पिछले 50 साल के अंदर सेमरा में ऐसी कभी बारिश नहीं हुई जिसने ऐसी आफत बरसाई हो। इस जलभराव के कारण लोग घरों में कैद हो गए है तो वहीं जो जहाँ था वहीं ठहर गया है। क्षेत्रो में बाढ़ जैसी स्थिति बनने और जलनिकासी न होने से प्रधान के भी हाथ पांव फूल गए हैं। इस समस्या से निपटने के प्रयास शुरु कर दिए है जलभराव से पीड़ित लोगों का कहना है कि क्षेत्र में जलनिकासी की उचित व्यवस्था नहीं है। अगर प्रधान ने इस बार समय रहते हुए तालाबों की खुदाई कराई होती तो आज लोगों को जलभराव की समस्या जूझना नहीं पड़ता मौके पर पहुंचे एत्मादपुर SDM और बब्बू प्रधान का कहना है कि इन क्षेत्रो में जल भराव की समस्या से निपटने के लिए जल्दी ही कार्य योजना बनाई गई है और लोगों को राहत देने के लिए पानी निकलने की व्यस्था की जा रही है।
आगरा से सोनू सिंह की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र