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Monday, February 4, 2019

बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों के दृष्टिगत गोष्ठी

लखीमपुर खीरी।।  07 फरवरी से 02 मार्च 2019 तक प्रस्तावित हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को सुचितापूर्ण, शांतिपूर्ण, नकलविहीन एवं सुचारू रूप से संचालन हेतु  04-02-19 को जिलाधिकारी महोदय एवं पुलिस अधीक्षक महोदया खीरी की अध्यक्षता में समीक्षा गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में अपर पुलिस अधीक्षक, समस्त क्षेत्राधिकारीगण,जोनल, सेक्टर,स्टैटिक मजिस्ट्रेट, विद्यालयों के प्रधानाचार्य, केंद्र व्यवस्थापक आदि अधिकारीगण सम्मिलित हुए। इस दौरान परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गयी। बोर्ड परीक्षा हेतु सम्पूर्ण जनपद में 137 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जिनपर करीब 550 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। साथ भी 6 सचल दल को भी तैनात किया गया है। 09 संवेदनशील केंद्रों एवं 02 अति संवेदनशील केंद्रों पर विशेष रूप से चर्चा की गयी व आवश्यक निर्णय लिया गया।


दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

डम्फर से हजारों बोतल शराब बरामद हुई


कन्नौज।। जनपद में सुबह भाजपा प्रदेश मंत्री सुब्रत पाठक के पिता की मौत का कारण बने डम्फर से हजारों बोतल शराब बरामद हुई है। हरियाणा ब्रांड की अंग्रेजी शराब डम्फर में मौरंग के नीचे छिपाकर ले जाई जा रही थी। पुलिस ने जब सुपुर्दगी में लेने के लिए डम्फर खाली कराना शुरू किया तब शराब तस्करी का भंडाफोड़ हुआ।बताते चले लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे सहाब तस्करों का पसंदीदा रास्ता बनता जा रहा है। कन्नौज पुलिस ने कई बार लक्जरी गाड़ियों के जरिये शराब तस्करी का भंडाफोड़ भी कर चुकी है। लेकिन भाजपा मंत्री के पिता ओमप्रकाश पाठक की गाड़ी के हादसे का कारण बने मौरंग के डम्फर ने पुलिस को चैंका दिया। देर रात यह डम्फर लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे कन्नौज के तिर्वा कट पर खराब हो गया था। ड्राइवर डम्फर ठीक कराने के लिये मैकेनिक बुलाने गया था तभी हादसा हो गया। हादसे के बाद जब पुलिस डम्फर थाने पहुंचाने के लिये मौरंग हटवा रही तभी उसमे अंदर शराब के गत्ते नजर आए। गट्टे खुलवाकर देखा तो पुलिस की आंखे फटी रह गयी। गत्तों में हरियाणा ब्रांड की अंग्रेजी शराब की हजारों बोतलें थी। जिनकी कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। पुलिस अब शराब जब्त कर तस्करों पर कार्यवाही की तैयारी कर रही है।

कन्नौज से मुशर्रत अली की रिपोट
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र

देश का किसान करे खेत मे डी कम्पोजर का स्तेमाल तो हो जाएगा मालामाल: जगत सिंह


मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर। हमारा भारत देश दुनिया मे सदा से क्रषि प्रधान देश रहा है यहाँ गेहू दलहन तिलहन और तमाम खाद्यान सम्बन्धी वस्तुए निर्यात की जाती रही है कुछ वर्षो पूर्व ज्याद उत्पादन पाने की लालच मे यूरिया डीएफपी आदि का खेती मे किसानो ने प्रयोग तो कर लिया पर आज जमीन बंजर से भी बहत्तर होती जा रही थी। किन्तु गाजियाबाद मे स्थित क्रषि अनु संधान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने गाय के गोबर एवं मात्र से प्राप्त तत्व जिसे डी कम्पोजर नाम दिया है अपने आपमे क्रषि भूमि स्वास्थ्य  के  लिए वरदान साबित हो रहा है।  यह जानकारी गाजियाबाद के क्रषि अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक एवं निदेशक श्री जगत सिंह ने कुछ ऐसा बताया कि पब्लिक पावर ने देश के किसानो के संग्यान मे डालना जरूरी समझा पर अधिक उवर्कों एवंथ्ब्ब् कीटनाशकों का प्रभाव
 जैवाँश व हरीखाद की कमी से भूमि के जैवांश कार्बन में आई गिरावट
 उपरोक्त कारण से उत्पादन तथा पोषण गुणवत्ता दोनों हुई प्रभावित
 वेस्ट डी कम्पोजर है सही समाधान
 वेस्ट डी कम्पोजर 
 इसे किसान अपने स्तर पर कैसे तैयार करें
 क्या हैं इसके फायदे 
 वेस्ट डी कम्पोजर का प्रयोग खेती में कैसे करें 
प्रयोग विधी
  बुवाई से पुर्व बीजोपचार
  पौधजड़ोपचार
  फसलों एवं बागवानी में छिड़काव
  वेस्ट डीकम्पोजर से  भूमि स्वास्थ्य में इजाफा
  समस्याग्रस्त भूमियों के लिए वरदान
   फसलों में कीट एवं ब्याधियों से  बचाव
   वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग में सावधानियां

भारतीय कृषि व्यवस्था ने यूं तो वर्ष 2003 के बाद आत्मनिर्भरता की सीढ़ियाँ लांघकर स्थाई उत्पादन के रूप मे  स्थिर हुई। जिसके पीछे हरितक्रांति के मूल स्तम्भों में अच्छे बीजए खादए उचित सिंचाईं व्यवस्था तथा कीटनाशकों के प्रयोग मुख्य कारण रहे हैं। लेकिन हम एक तरफ जहाँ उत्पादन में आत्मनिर्भर होना शुरू हुये वहीं दूसरी तरफ गुणवत्ता युक्त यपौषक तत्वों से परिपूर्णद्ध उत्पादन में कमी आई है ऐसा वर्ष 2016 विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार   पोषक तत्वों में 20रू  तक की कमी की पुष्टि हुईं है। जोकि वर्तमान तथा भविष्य के स्वास्थ्य के लिये एक बड़ी चुनौती के रूप मे उभरकर सामने आयी है। तथा अधिक कीटनाशकों तथा कुपोषित भोजन के कैन्शरए मधुमेहए हड्डी रोगए नपुंसकता जैसी भयंकर सम्स्याओं से जूझने तथा साथ ही साथ भूमि के अत्यधिक दोहन के कारण  भूमि शख्तए भौतिक दशा खराबए जैवाँश कार्बन में कमी के फलस्वरूप मृदा सूक्ष्मजीवों व केंचुओं की संख्या में  कमी के साथ साथ कई पोषक तत्वों में भारी कमी आयी है। इसके के लिए  भूमी का स्वस्थ रहना नितांत आवश्यक है।

सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिये भूमी स्वास्थ्य ही है सही समाधान

स्वस्थ भूमि से ही तमाम खाद्यान्न यअनाजए दालए तेलए फल व शाकशब्जियां द्ध तथा पशुओं के लिये चारा दाना इत्यादि प्राप्त होते  हैं। अतः भूमि स्वास्थ्य ही सभी का एक मात्र समाधान है। जिसके लिये  फसल बुवाई से पुर्व अच्छी व पची हुई गोबर की खादध कम्पोस्ट व वर्मीकम्पोस्ट का प्रयोगए  वर्ष में में एक बार मिश्रित हरी खाद उत्पादन, वैल्यू एडिड खादों का प्रयोग, दलहन व तिलहन फसलों को प्राथमिकताए विभिन्न ऊंचाई वाली मिश्रित फसलें लगाना, फसलचक्र पर उचित ध्यान देनाए खरपतवारों को मल्चध् पलवार के रूप में खेत में बिछानाए खेत के फसल अवशेषों तथा जैविक कचरे को खाद बनाकर प्रयोग आदि करने से मृदा स्वास्थ्य में तेजी लाई जा सकती है। उपरोक्त सभी तकनीक अपनाने के साथ साथ राष्ट्रीय जैविक खेती केन्द्र गाजियाबाद द्वारा इजाज किये वेस्ट डीकम्पोजर जिसे हर तरीके से खेती में प्रयोग किया जा सकता है की उपियोगिता का एक बार मात्र 20 रुपये के खर्च से अपने खेतीरू स्वास्थ्य को हमेशा हमेशा के लिये दुरुस्त रखा जा सकता है।

क्या है  डी कम्पोजर
यह देसी गाय के गोबर से निकाले गये बहुउपयोगी सूक्ष्म जीवों का कल्चर है जिसे किसान सिर्फ एक बार मंगाकर हमेशा हमेशा अपने घर पर बड़ी आसानी से अपनी आवश्यकतानुसार 10 लीटर से लाखों लीटर तक तैयार किया जा सकता है। यह दही के जामुन बनतक जंतजमत की तरह से काम कर बीजोपचार,  पौध,जड़ो,पचार, फसलों एवं बागानों में छिडकावए  सिंचाई के साथ प्रयोग करते रहने से भूमि का सम्पूर्ण स्वास्थ्य समाधान किया जासकता है।

वेस्ट डीकम्पोजर तैयार करने का तरीका

सर्वप्रथम वेस्ट डीकम्पोजर की एक बाँटल मगाकरए एक प्लास्टिक के ड्रम में 200 लीटर साफ पानी भरकरए  ड्रम में दो यएक प्रतिशत गुड़ का घोल द्ध किलो सादा गुड़  ठीक प्रकार से घोलने के बाद एक.दो लीटर पानी में इस वेस्ट डीकम्पोजर की बाँटल के कल्चर को  अच्छी प्रकार से घोलने के बाद 200 लीटर वाले गुड़ के घोल वाले ड्रम में अच्छी तरह से डंडे की सहायता से चलायें।गरमियों में यह घोल 4 से 6 दिन में तैयार हो जाता है। तथा सरदियों में 9 से 12 दिन में तैयार हो जाता है।
तैयार घोल की पहचान
वेस्ट डीकम्पोजर घोल तैयार होने पर इसमें गुड़ की चासनी जैसी मीठी मीठी महक आने लगती है तथा इसका रंग भी हल्का पीलापन लिये सफेदए या थोड़ा गहरा या कई बार गहरा भूरा जोकि गुड़ के रंग की वजह से ऊपर नीचे हो सकता है। जल्दी तैयार करने के लिये ड्रम में हवा के बुलबुलों द्वारा अथवा टुल्लू पंप की मोटर ड्रमों में डालकर ध्छोटे मोटर पंप की मदद् से इस घोल के सरकुलेशन द्वारा जल्दी तैयार किया जा सकता है।एक ड्रम से कई गुना उत्पादन कैसे करेंः
जब आपके पास एक ड्रम वेस्ट डीकम्पोजर घोल तैयार हो जाये तब अपनी आवश्यकता के अनुसार 5 या 10 ड्रमों में एक प्रतिशत गुड़ध् 2 किलो गुड़ प्रति 200 लीटर ड्रम की दर से सभी ड्रमों में अच्छी तरह से घोलकर पहले बनाए गये वेस्ट डीकम्पोजर घोल का 5 से 10रू घोल को जामुन के रूप में हर ड्रम में डालकर डंडे आदि से  अथवा मोटर चालित पंप की मदद से एयरेशन करते रहने से  सभी ड्रमों में वेस्ट डीकम्पोजर का घोल तैयार होने लगेगा तथा घोल को बार बार तैयार करने के लिये हर ड्रम में 5 से 10ः घोल बचायें तथा प्रति ड्रम दो किलो गुड़ हर बार डालें। आप एणक से दस ड्रम तथा दस से सौ ड्म और यदिण्आवश्यक हो तो इसी प्रकार से लाखों से करोडों लीटर वेस्ट डीकम्पोजर आप लगातार तैयार कर सकते हैं।
प्रयोग विधीः
1. बीजोपचार
2. पौधजड़ोपचार
3. उपचार
4. फसल बढवार
5. कीट व बिमारियों से बचाव
6. लवणीय एवं क्षारीय भूमियों का शुधार
बीजोपचारः
वेस्ट डीकम्पोजर का ताजा एंव तैयार घोल में बराबर मात्रा में पानी मिलाकर बहुत ही हल्के एंव छोटे बीजों फ्वारे द्वारा छिड़काव कर बीज को उलट पलट कर बीजोपचार करने के बाद हल्का.फुल्का छाया में सुखाकर तुरंत बुबाई करें। मध्यम व बड़े आकर के बीजों को भी फ्वारे छिड़काव विधी द्वारा 5 से 15 मिनट तक उपचारित कर बुवाई करें। धान के पानी में भीगे बीजों पर 25 से 30 मिनट तक उपचार के बाद बुवाई करें।बीजोपचार के दौरान मूंगफली व सोयाबीन जिनका छिलका उतरने का डर रहता है के बीजों का सावधानी पुर्वक उपचार कर शीघ्र ही बुवाई करें।
पौधजड़ोपचारः
ऐसी फसलें जिनकी नर्शरी तैयार कर पौध तैयार की जाती है बीजोपचार के साथ साथ बीच में सिंचाई के साथ भी वेस्ट डीकम्पोजर प्रयोग करते हुए पौध रोपाई के दौरान पौध को पौधशाला से निकालने के बाद वेस्ट डीकम्पोजर के ताजे एवं तैयार धोल में आधा पानी मिलाकर पौध के जड़ भाग को 15.30 मिनट तथा धान आदि की पौध को एक घंटे तक भी उपचारित करने के बाद मुख्य खेत में रोपाई करें। कंदए कटिंगशए व अन्य बुवाई युक्त मैटीरियल जैसे आलूएअरबीए शकरकंदए अदरखए गन्नाए गुलाबए गुल्दाब्दी व अन्य फसलों को भी आधा पानी व आधे घोल के साथ 15.20 मिनट तक उपचारित कर बुवाई कर सकते हैं।
भूमि उपचारः 
आज देश कीकृषि योग्य भूमी की दशा अति दैनिय हैए भूमि अत्यधिक कठोरए व जैवाँश कार्बन की की अत्यंत कमी के कारण उतपादन देने मे शक्ष्म नहीं है तथा फसलें कीट व बिमारियों की चपेट में आने के कारण उत्पादन देने मे सक्षम नहीं हो पातीं ऐसे में वेस्ट डीकम्पोजर भूमि को कम से कम समय में उपजाऊ तथा उर्वर बनाए रखने में अत्यधिक कारगर है। बस आप 200 से 500 लीटर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग सामान्यतः
फसलों पर हर सिचाई के साथ प्रयोग करें। यदि भूमि ज्यादा कमजोर है तो देसी गोबर खाद आदि का प्रयोग कर 500 स 1000 लीटर या इससे भी अधिक मात्रा का प्रयोग हरेक सिंचाई पर करनें से भूमि बहुत ही जल्दी मक्खन जैसी मुलायमए गहरी भूरीए भुरभुरी होने के साथ स्वास्थ्य और उपजाऊ बनने लगती है तथा साथ ही साथ भूमि का जैवाँश कार्बन भी बढने से खेत मे केचुओं की संख्या में भारी वृद्धि होने होने से सभी पोषक तत्व भूमि मे घुलनशील अवस्था में आने के कारण फसलों का उत्पादन भी बढने लगता है तथा लगातार वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग के कारण उपजाऊ मिट्टी के कालम में भी बढोत्तरी होने लगती है जिसके कारण भूमि की जलधारण क्षमता मे वृद्धि होने से वर्षा जल भी भूमि द्वारा आशानी से शोख लिया जाता है तथा भूमि में जैवाँश कार्बन के बढने से केचुऔं तथा सूक्ष्मजीवों की संख्या में भारी वृद्धि होती है।
फसल बढवार के लिए छिड़कावः
फसलों की बढवार के लिए वेस्ट डीकम्पोजर का ताजा एवं तैयार घोल की 20 से 30रू का घोल नर्शरीए नई उगी 15 .20 वाली मुलायम पत्तियों वाली फसलो के लियेए 40. 50रू सामान्य फसलें के लिये तथा 60.70रू घोल का छिड़काव बागवानी फसलें तथा मजबूत पत्तियों वाली फसलों पर हरण्हफ्ते प्रयोग करते रहने से फसलें की बढवार बहुत ही अच्छी तथा उत्पादन ज्यादा मिलता है।
कीटव्याधियों की रोकथामः
आमतौर पर फसलें उगने के बाद से ही कीटव्याधियों की चपेट में आने लगती हैं। इसके लिये भी वेस्ट डीकम्पोजर का ताजा एवं तैयार मे दशपरणी शत जिसमें य नीमए बकायनए आखए धतूराए कांग्रेस घासए अरंडए शरीफाए करंजए बेशरमए अमरबेल आदि अथवा वे कड़वे पत्ते जो आपके आस पास उप्लब्द्ध हों की 10 किलों मात्रा 50 लीटर वेस्ट डीकम्पोजर के घोल में बारीक काट कूट कर द्ध 10 .15 दिन रखनेके बाद तैयार हो जाता है। इसका 7.10रू का हर हफ्ते शुरू से ही प्रयोग करने से सभी प्रकार की कीटव्याधियों के प्रकोप से बचा जा सकता है।
लवणीय तथा क्षारीय एंव समस्या ग्रस्त भूमियों के सुधार के लिएः
देश भर में भूमी का बडा भाग समस्या ग्रस्त भूमियों की श्रेणी में आता है जिन भूमियों में उत्पादन या तो अच्छा नहीं मिलता अथवा यहां तक कि बीजों का अंकुरण  भी ठीक प्रकार से नहीं होताए इस प्रकार की भूमियों में अच्छी गोबर की खाद के साथ या हरी खाद के प्रयोग के साथण्500 से 2000 लीटर प्रति एकड़ की दर से वेस्ट डीकम्पोजर का हर सिचाई पर प्रयोग करते रहने से भूमि शुधार तथा फसलोत्पादन में काफी अच्छा शुधार देखने को मिलता है। वेस्ट डीकम्पोजर के लगातार प्रयोग से भूमि जैवाँश स्तर मे शुधार के साथ साथ भूमि की भौतिकए रसायनिक तथा जैविक दशा मे उत्रोतर शुधार होता है साथ ही साथ भूमी मेंण्केचुओं तथाअन्य सू्क्ष्मजीवों की तादाद मे वृद्धि होने से भमि रंध्राकाश मेंण्शुधार होने से भूमि की जलधारण क्षमता में भी वृद्धि होती है।
वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग से लाभः
1. बीजोपचार द्वारा जमाव प्रतिशत में शुधार तथा अंकुरण जल्दी आता है।
2. फसल में फुटाव तथा किल्लों की संख्या मे वृद्धि से उत्पादन बहतर होता है।
3. खेत के जैवाँश तथा जलधारण क्षमता मे वृद्धि होने से भूमि के उपजाऊ कालम में वृद्धि होती है।
4. फसलों को पोषकतत्व आसानी से उपलब्ध होने लगते हैं।
5. फसलों पर कीटव्याधियों का प्रकोप कम होता है।
6. फल व शब्जियों की गुणवत्ता तथा भंडारण क्षमता में वृद्धि होती है।
7. खेत में खरपतवारों के प्रकोप में कमी तथा भूमि मुलायम होने के कारण खरपतवार आसानी से निकल जाते हैं।
8. गोबर तथा कूड़े कचरे से खाद अच्छी तथा कम समय में ही तैयार हो जाती है।
9. खेती में उवर्कोंए कीटनाशकों तथा खरपतवार नाशकों के खर्च मे काफी कमी आती है। 
10. वेस्ट डीकम्पोजर सेण्तैयार फसलेंए फल तथा शब्जियां जल्द तथा महंगी बिकतीं हैं। 
11 जुताई, सिचाई तथा कीटनाशकों के खर्च में कमीण्आती है।
12. एक बार खरीदने के बाद किसान को बार बार खरीदने की जरूरत नहींण् पड़ती।
13 एक किसान से ही सैकड़ों व हजारों किसानों को बांटा जा सकता है।
14. मात्र 20 रूपये की लागत से आजीवन प्रयोग कर लाभ उठाया जा सकता है।
वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग करने में सावधानियां
1. नंगे हाथों से वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कदापि न करें।
2. वेस्ट डीकम्पोजर तैयार करतेण् समय इसे बच्चों तथा पशुओं की पहुंच से दूर रखें।
3. छिड़काव तथा बीजोपचार के लिए हमेशा ताजे एवं तैयार घोल का ही प्रयोग करें।
4. बीजोपचार कर बीज को ज्यादा समय तक न छोड़कर जल्दी ही बुवाई करें।
5. घोल बनाने के लिए हमेशा स्वच्छ पानी का प्रयोग करें।
6. गुड़ की जगह लाट या शीरे का प्रयोग कर सकते हैं।
7. गुड़ के स्थान पर चीनी का प्रयोग न करें।
8. घोल के ड्रम को हमेशा ढक कर रखें 

प्रथम परिवर्तन पाठशाला एवं कार्यालय का हुआ शुभारंभ



आगरा।। नया विचार नयी ऊर्जा फाउंडेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में शिक्षा क्रांति के जनक और फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत और मुरादाबाद के सहायक नगर आयुक्त गम्भीर सिंह (चबे) की प्रेरणा से सूरजभान की बगीची, रेनवो हॉस्पिटल के बराबर स्थित आगरा में जिला कार्यालय का 3 फरवरी को उद्घाटन एवं परिवर्तन पाठशाला(गरीब बच्चों को पढ़ाने का स्थान)के बच्चों को स्कूल बैग मय स्कूल सामग्री के वितरण किया गया।वही प्रथम परिवर्तन पाठशाला एवं कार्यालय का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री सुखवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक(वायरलेस) एवं पुलिस उपाधीक्षक श्री ह्रदयेश कुमार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.आर.बी.एस.पुष्कर जी द्वारा की गयी। विशिष्ट अतिथि आबकारी अधिकारी श्रीमती नीलम सिंह  मौहम्मद फारुख बैग जी , आर.एन.पुष्कर  द्वारा नया विचार नयी ऊर्जा फाउंडेशन द्वारा शिक्षा क्रांति के लिये किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और कार्योँ के बारे में विस्तार से बताया गया और आगरा में और अच्छे तरीके से कार्य करने के लिये प्रेरित करते हुए फाउंडेशन के कार्यों की सराहना की और शिक्षा के प्रति जागरूक किया।फाउंडेशन की आगरा यूनिट द्वारा सभी अतिथियों को शील्ड देकर स्वागत किया और भोजन की ब्यवस्था भी की गयी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अरविंद पुष्कर,मौहम्मद दिलशाद बेग,  पवन कुमार,  सुषमा सिंह , कंचन भारती, अंकित सिंह,  एम.पी.सिंह, विजय प्रताप सिंह,  आशीष कुमार,  नम्रता पुष्कर, विनय पुष्कर,  मिथुन पुष्कर, शमा बेग,पूजा पुष्कर आदि सहित सेकड़ों बच्चे उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कंचन भारती और आभार व्यक्त जिलाध्यक्ष अरविंद पुष्कर द्वारा किया गया।

सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र 

दो नाबालिग लड़कियों की गला दबाकर हत्या के मामले में मोहम्मदी विधायक/जिलाध्यक्ष लोकेन्द्र प्रताप सिंह ने घटनास्थल पर पहुंच कर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक पसगवां सत्येन्द्र कुमार सिंह से बातचीत की ।और घटना का पर्दाफाश करने के लिए कहा

लखीमपुर खीरी ।।उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की पसगवां कोतवाली क्षेत्र के जीराबोझी मे बीते शुक्रवार की शाम को दो नाबालिग लड़कियों की गला दबाकर हत्या की गई थी ।हत्या के बाद आरोपियों ने दोनो शवों को आत्महत्या साबित करने के लिए हाईटेंशन बिजली के  खम्भे से दोनो शवों को लटका दिया था । जिनकी शिनाख्त अंजली (12)पुत्री लक्ष्मण राजनंन्दिनी (14)पुत्री हरिश्चन्द्र के रूप मे हुई थी। पुलिस अधीक्षिका पूनम सिंह ने घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस की  तीन टीमे गठित की है।जिसमे सीओ गोला अभिषेक प्रताप, सीओ क्राइम प्रदीप सिंह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक पसगवां सत्येन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व मे पुलिस की तीनो टीमों ने क्राइम ब्रांच के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए और मोहम्मदी विधायक/जिलाध्यक्ष लोकेन्द्र प्रताप सिंह ने घटनास्थल पर पहुंच कर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक पसगवां सत्येन्द्र कुमार सिंह से बातचीत की ।और घटना का पर्दाफाश करने के लिए कहा और म्रतक के परिजनों से मिलकर बातचीत की और कहा कि जो भी हत्यारे है उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी ।फिलहाल पुलिस को अभी तक घटना से सम्बंधित कोई सुराग नही मिला है । पुलिस टीमे दावा कर रही है कि हत्यारे जल्द ही पकड़े जाएगे । इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष लोकेन्द्र प्रताप सिंह, के साथ भाजपा युवा मोर्चा बरबर मण्डल अध्यक्ष शिवम मिश्रा ,बरबर मण्डल अध्यक्ष अखिलेश त्रिवेदी, सहित तमाम भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे ।

लखीमपुर खीरी से शिवेंद्र सिंह सोमवंशी की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

Sunday, February 3, 2019

सड़क हादसे में भाजपा प्रदेश मंत्री सुब्रत पाठक के पिता और उनके एक रिश्तेदार की मौत हो गई


कन्नौज ।।जिले के तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर घने कोहरे के चलते सड़क हादसे में भाजपा प्रदेश मंत्री सुब्रत पाठक के पिता और उनके एक रिश्तेदार की मौत हो गई। बताया जा रहा है हादसा सुबह करीब 4 बजे हुआ।   सुब्रत पाठक के पिता दिल्ली से वापस अपने घर कन्नौज की तरफ आ रहे थे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से होकर कन्नौज की तरफ उतरते वक्त एक ट्रक आगे खड़ा था घने कोहरे की वजह से ट्रक में पहले से कई और गाड़िया पीछे से जा घुसी उन्ही के पीछे सुब्रत पाठक के पिता की गाड़ी पीछे से घुस गई और उनकी गाड़ी के पीछे आ रहे बस सुब्रत पाठक के पिता की गाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी जिसमे प्रदेश भाजपा मंत्री के पिता और उनके एक रिश्तेदार की मौके पर मौत हो गई और हादसे में करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुची पुलिस से घायलों को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उन्हें कानपुर रिफर कर दिया।

कन्नौज से मुशर्रत अली की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

35 सौ रुपये के लेनदेन के विवाद में भतीजे ने अपने चाचा की लाठी डंडो से पीट-पीटकर हत्या कर दी


कन्नौज।। जिले छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र में महज 35 सौ रुपये के लेनदेन के विवाद में भतीजे ने अपने परिवार के साथ मिलकर अपने चाचा की लाठी डंडो से पीट-पीटकर हत्या कर दी और फरार हो गया। बताया जा रहा है कि छिबरामऊ के सिकंदरपुर निवासी विजय का उनके ही परिवार के लोगों से 35 सो रुपए को लेकर घर में किसी तरह का विवाद हुआ जिसके बाद विजय के भतीजे महेंद्र ने उनके ऊपर लाठी डंडों से हमला कर दिया महेंद्र ने अपने चाचा के सर पर लाठी मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया घायल विजय को परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है वहीं घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी भतीजा अपने परिवार सहित फरार हो गया घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई है वहीं मृतक के परिजनों ने बताया कि इनके भतीजे महेंद्र नहीं 35 सौ रुपए के लेन-देन के विवाद में अपने परिवार के चार पांच सदस्यों के साथ मिलकर लाठी से पीट-पीट कर इनकी हत्या कर दी।

अक्राॅस टाइम्स से मुशर्रत अली संवाददाता की रिपोर्ट कन्नौज

नालियों में होकर जाने वाले जल सयोंजको से घरों में पहुंचा दूषित जेढ़ाझाल का गंगाजल जन स्वास्थ्य पर मंडरा रहा है खतरा


फिरोजाबाद।। करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी क्षेत्रीय जनता को गंदा बदबूदार जल पीने को मजबूर होना पड़ रहा है जो नियमानुसार अपने घर के सामने से सप्लाई ले रहे हैं। नगर निगम के सख्त चेतावनी के बाद भी कुछ उपभोक्ताओं द्वारा वैध/अवैध जल संयोजक नालियों से होकर ही ले जाये गये हैं और कुछ हमेशा खुले ही रखते हैं जिसकी वजह से दूषित जल घर घर तक पहुंचता है। इन्हीं कारणों के चलते प्रतिदिन सुबह 06:30 बजे  होने वाली जलापूर्ति आज रविवार को दूषित हो गई और लगभग 10 मिनट तक गंदा बदबूदार जल वार्ड:51 के अंतर्गत मौहल्ला अट्टावाला के उपभोक्ताओं को मिला और स्वच्छ पानी भी खराब हो गया जिसके फैलाने से गंगाजल भी बर्बाद हुआ। यदि समय रहते हुए नगर निगम के अधिकारियों ने आवश्यक कार्यवाही नहीं की तो डायरिया जैसी खतरनाक बीमारियों का सामना क्षेत्रीय जनता को करना पड़ सकता है। स्थानीय निवासियों को भी स्वतः ही जल सयोंजको को नालियों से हटाकर अपने घर तक सुरक्षित ले जाना चाहिए।

कश्मीर सिंह मण्डल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

सबका साथ सबका विकास पर आधारित है बजट श्याम किशोर अवस्थी




दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
लखीमपुर खीरी।। केंद्र सरकार द्वारा पेश किया गया बजट गरीब, मध्यम वर्ग और किसानों के हित का बजट है बजट में सबका साथ सबका विकास का नारा चरितार्थ होता है उक्त बातें भाजपा व क्षेत्र के प्रचार प्रसार व निर्माण विभाग के संयोजक श्याम किशोर अवस्थी ने व्यक्त की केंद्र सरकार द्वारा पेश बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा नेता श्याम किशोर अवस्थी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में मध्यमवर्ग किसानों व गरीबों का खास ध्यान रखा गया है यह बजट सबका साथ सबका विकास पर आधारित बजट है बजट में लघु व सीमांत किसान जो अपनी फसलों में लागत लगाने के लिए अपने घर की तमाम चीजों को गिरवी डालकर बिचौलियों से पैसा लेते थे उनको राहत पहुंचाने का काम किया गया है अब लघु एवं सीमांत किसानों के खाते में केंद्र सरकार सीधे ₹6000 डालेगी जिससे किसान खाद बीज खेतों में डाल सकते हैं जिससे उन्हें काफी राहत पहुंचेगी पूरे देश के 12 करोड़ करोड़ से अधिक किसानों को इस किसान सम्मान निधि का लाभ पहुंचेगा इसके अलावा श्रमिकों की मौत पर पहले ढाई लाख रुपए मुआवजा दिया जाता था जिसे बढ़ाकर ₹6लाख कर दिया गया है देश की सुरक्षा के साथ भी बजट में कोई समझौता नहीं किया गया है भारत के इतिहास में पहली बार रक्षा बजट 3लाख करोड रुपए आवंटित किया गया है मध्यमवर्ग को आयकर में ₹5लाख की आय सीमा तक छूट दी गई है जिसे लगभग तीन करोड़ लोगों को फायदा पहुंचेगा इसके अलावा मनरेगा आयुष्मान योजना प्रधानमंत्री सड़क योजना जैसे गरीबों की हित कारी योजनाओं के लिए बजट में काफी धन आवंटित किया गया है उन्होंने कहा कि यह बजट गरीबों किसानों और मध्यम वर्ग के लिए हितकारी बजट है आज तक सरकारों ने सिर्फ लेने का काम किया है मोदी सरकार ऐसी पहली सरकार है जो बड़े बजट में कुछ ले नहीं रही है बल्कि उसने देने का काम किया है श्याम किशोर अवस्थी ने कहा नरेंद्र मोदी सरकार ने सही मायने में सबका साथ सबका विकास के नारे को चरितार्थ किया है पूरे 5 साल महंगाई दर नियंत्रित रही है विकास दर ऊपर उठी है रक्षा के क्षेत्र में तमाम बड़े काम हुए हैं कुल मिलाकर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के पथ पर अग्रसर है।

Friday, February 1, 2019

हिंदू युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष शिवम पाण्डेय ने जिला अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही के कारण बच्चे की हुई मृत्यु को लेकर जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन


शाहजहांपुर  -विवेक मिश्रा पत्नी धर्मेंद्र मिश्रा निवासी मोहल्ला नई बस्ती रेती जनपद शाहजहांपुर में अपनी पत्नी को सरकारी अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती कराया था जो कि समय लगभग 4:20 बजे सुबह की सही स्थिति में थी डॉक्टर रुशी  को अत्यंत लापरवाही के कारण मरीज के तेज दर्द होता रहा और चिल्लाती रही फिर भी उचित इलाज न करके मरीज का समय बर्बाद करती रही तवियत बिगड़ती देख कर प्रार्थी ने यह मामला सी 0एम 0एस0 साहब रंजीत दीक्षित के संज्ञान में डाला परंतु सी0 एम0 एस0 साहब ने भी लापरवाही दिखाते हुए कोई कार्यवाही नहीं की इस बीच डॉक्टर इंद्रा राजेश को  चार्ज सौंपा गया उन्होंने भी मरीज पर कोई ध्यान नहीं दिया और जबकि मरीज की स्थिति बिगड़ती चली गई और मरीज की  डिलीवरी बिस्तर पर होने लगी परंतु फिर भी किसी भी डॉक्टर ने बच्चे पर ध्यान नहीं दिया जिसके कारण बच्चे की मौत हो गई और माँ की स्थिति काफी गंभीर हो गई तब इसका ध्यान फिर प्रार्थी ने डॉक्टर को ध्यान दिलाया तो आनन फानन में बच्चे के ऊपर बच्चे  के डॉक्टर के पास भेज दिया गया जो कि पहले से से मरा हुआ था और काउंटर से सभी डॉक्टर भाग गए इस संबंध में प्रार्थी ने एक प्रार्थना पत्र कोतवाल साहब को को दिनांक 27/01/ 2019 को दिया परंतु उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई जबकि यह जानकारी आला अधिकारियों को भी थी इस
मामले को संज्ञान लेते हुयें   शिवम पाण्डेय ने कहा कि दोषी लोगो के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज करके जेल भिजवाकर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये  और जिला अस्पताल के डॉक्टर खिलाफ कलक्ट्रेट में जोर-जोर नारे लगाये  जिसमें मुख्य संरक्षक-शिवम पाण्डये जिला अध्यक्ष,विवेक मिश्रा, सुनीत मिश्रा,अनमोल, करण, श्याम ,शोभा ,नंदन अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे

शाहजहाँपुर से नीरज शर्मा की रिपोर्ट