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Wednesday, May 16, 2018
किसान दिवस का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया
माफियाओं के विरूद्ध 28 एफ0आई0आर0 दर्ज कराई गई
पूर्वी दिल्ली में राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अन्तर्गत छः शिविरो का सफल आयोजन
Tuesday, May 15, 2018
मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत आवेदन की अन्तिम तिथि 25 मई
जनपद में रबी फसलों की कटाई का कार्य समाप्ति की ओर - जिलाधिकारी
सम्पूर्ण समाधान दिवस में 167 शिकायतें प्राप्त हुई मौके पर कुल 02 शिकायत का निस्तारण
एक विधवा के ऊपर ससुरालीजनों का अत्याचार
आगरा।। मोदी सरकार व योगी सरकार में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है लगातार महिलाओं के साथ दुराचार और अत्याचार तथा उत्पीड़न की घटनाएं देखने को मिल रही हैं जी हां बरसों से एक विधवा महिला के साथ ससुरालीजनों का अत्याचार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जी हां आइए आपको बताते हैं कि इस महिला पर हो रहे अत्याचारों ने कब जन्म लिया जी हां पीड़ित महिला का नाम बेबी है जिसकी शादी 25 मई 1997 में ग्राम बाजिदपुर के निवासी नरेंद्र सिंह के साथ हुई थी दुर्भाग्यपूर्ण उसके पति को कैंसर की भयानक बीमारी से ग्रसित होना पड़ा और इलाज के लिए पीड़िता ससुरालीजनों से सहायता की गुहार लगाती रही लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की जिसके चलते उसके पति नरेंद्र सिंह की सन 2014 में कैंसर से मृत्यु हो गई उसके बाद ससुरालीजनों ने नरेंद्र की पत्नी बेबी पर अत्याचारों का कहर ढाना शुरू कर दिया और उसे गंदी नजर से देखना शुरू किया और दिन प्रतिदिन उसे टॉर्चर करते रहे और उसकी जमीन को हड़पना चाहते थे जिसके लिए ससुरालीजनों व देवरों में पीड़िता के भाइयों उसके बेटे को मारने की धमकी भी दे डाली और लगातार पीड़िता को डराते धमकाते रहते हैं ऐसे में पीड़िता ने आज तहसील दिवस में जाकर तहसील दिवस अधिकारियों के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कराई और और उनसे न्याय की उम्मीद लगाई है और अपनी सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है क्योंकि पिता के साथ कभी भी कोई भी घटना घटित हो सकती है वहीं पीड़िता चाहती है कि कानून जल्द से जल्द उचित कार्यवाही कर दोषियों को जेल भेजें अब देखना यह होगा कि पीड़िता को योगी सरकार मोदी सरकार में इंसाफ मिल पाता है या नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा वही अधिकारियों का कहना है कि पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई के सख्त आदेश दे दिए हैं।
सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
आतंकी घुसपैठ के बाद चल रहा था सर्च आॅपरेशन, पाक की फायरिंग में गई जवान की जान
आगरा। देश की रक्षा में एक और जवान की जान चली गई। आगरा का बहादुर लाल भारतमाता की सेवा करते हुए बलिदान हो गया। जवान की शहादत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजन बेटे के शव आने का इंतजार कर रहे हैं। शहीद के घर सांत्वना देने वालों की भीड़ जुटी हुई है। शहीद जवान की तीन साल पहले शादी हुई थी और उसके दो बच्चे हैं। सीमा सुरक्षा बल की 173वीं बटालियन में थे देवेंद्र थाना सिकंदरा के लखनपुर गांव निवासी नारायण सिंह के छोटे बेटे देवेंद्र बघेल पुत्र नारायण सिंह सीमा सुरक्षा बल की 173 वीं बटालियन में थे। देवेंद्र की तैनाती जम्मू में कठुआ जिले के हीरानगर भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर थी। सूत्र बताते हैं कि यहां सूचना मिली थी कि सीमा पार से आतंकी घुसपैठ कर रहे हैं। आतंकियों की घुसपैठ के बाद सर्च आॅपरेशन चलाया जा रहा था। इसी बीच पाकिस्तान की ओर से फायरिंग होने लगी। इस फायरिंग में सीमा सुरक्षा बल के जवान देवेंद्र सिंह घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। जम्मू में शहीद देवेंद्र को श्रद्धांजलि दी गई। देश की सेवा है परिवार शहीद के पिता नारायण सिंह दो बेटे देश की सेवा में है। बड़ा बेटा देवी लाल केंद्रीय अर्धसैनिक बल में जवान हैं। वहीं, छोटे देवेंद्र सिंह का 2011 में सीमा सुरक्षा बल में चयन हुआ था। देवेंद्र बघेल की शादी तीन साल पहले आगरा के खंदौली के नगला हेता निवासी पिंकी से हुई थी।
सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
हैवान बना टीचर बुरी तरह पीटा छात्रा को
कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर।। जनपद के फजलगंज थाना क्षेत्र के महारानी राजाराम स्कूल में टीचर नागेन्द्र ने हैवान होकर एक छात्रा को बुरी तरह पीटा कि उसकी पीठ पर पिटाई के निशान बन कर रह गए। गुस्साए परिजनो ने थाने मे शिक्षक के विरूद्ध तहरीर दे उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। बताते चले इस स्कूल में सरकारी टीचर और प्रिंस्पल मंजू भाटिया ने कहा कि कई बार शिक्षक से मना किया है। बच्चो को न पीटा करे ।।
काली पट्टी बाँध वकीलो ने किया विरोध
कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर। इलाहाबाद में हुई वकील राजेश श्रीवास्तव की हत्या को लेकर आज कानपुर के कचहरी परिसर में वकीलों ने उपवास रक्खा।बताते चले तीन दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी को पुलिस गिरफ्त से बाहर है। आज कानपुर में अधिवक्ताओ ने एक दिन के अनसन पर बैठे व हाथों में काली पट्टी बांध विरोध जताया ।