सरकार के दावे फेल अस्पताल पहुंची तांगे में प्रसूता
पूर्व में भी हो चुकी थी लापरवाह डॉक्टरों की खातिर डिलीवरी के दौरान महिला की मौत
आगरा ।। आवल खेड़ा पीएम नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में नए कदम उठा रहे है। करोड़ो अरबों रूपया सेवाओं के लिए खर्च किया जा रहा है, लेकिन वास्तविक स्थिति में इनका फायदा लोगों को नहीं मिल रहा है। 102 और 108 एम्बुलेंस के संबंध में आगरा फिसड्डी है सरकार चाहे लाख दावे करें लेकिन सरकारी दावे आगरा में . फेल साबित होते नजर आ रहे हैं जिसे देख कर आम जनमानस की आंखें शर्म के मारे झुक जाती हूं लेकिन बेशर्म प्रशासन के अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगती वही लापरवाह अधिकारी गुनहगार लोगों को बचाने में लग जाते हैं चांदी की चमक कहे या कुछ और जिसकी खातिर कोई कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझते सावन के अंधे की तरह उन्हें चारों तरफ हरा भरा ही दिखाई पड़ता है मामला अगर मीडिया की सुर्खियों में आए तो कुछ दिनों बाद या तो उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है या मात्र खानापूर्ति कर अपनी पीठ थप थपा ली जाती है ऐसा ही नजारा तहसील एत्मादपुर के आवल खेड़ा स्थित माता भगवती देवी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर देखने को मिला जहां एक प्रसूता तांगे में पहुंची प्रसूता कई घंटों तक तड़पती रही एंबुलेंस के लिए फोन किया आखिरकार पीड़ित परिवार बिना एंबुलेंस के तांगे में रखकर महिला को अस्पताल ले पहुंचा 7 दिन पहले बाथनु निवासी एक महिला की डिलीवरी के दौरान डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मौत हो गई उसमें भी डॉक्टरों ने लीपापोती कर अटैक पड़ जाने के कारण मौत बता कर पल्ला झाड़ लिया ऐसे लापरवाह की मेहरबानियों के कारण केवल कम लोगों को ही इसका लाभ मिला है। अधिकांश प्रतिशत लोगों को इसकी सुविधा ही मयस्सर नहीं हुई।गभर्वती महिलाओं के लिए 108 सुविधा सरकार की तरफ से आम जन को दी हुई है। इसके तहत फोन करने पर एम्बुलेंस घर आकर मरीज को लेकर जाएगी। इलाज के बाद में वापस उसे घर छोड़ा जाता है। मुख्य तौर पर गर्भवती महिलाओं की सेवा में 108 एम्बुलेंस सेवा को लगाया हुआ है। सीएमओ की तऱफ से अगर इसकी जांच की जाए और शासन को रिपोर्ट भेजी जाए। तो अनेकों तथ्य सामने उजागर होंगे लेकिन समय तो ऐसा हो नहीं सकता वही लोगों का दबी जुबान से यह भी कहना है कि नीचे से लेकर ऊपर तक क्या है जिस वजह से एक दूसरे पर आरोप लगाकर अपने आप को पाक साफ कर लेते हैं जिसका खामियाजा आम जनता भुगतने को मजबूर संभावना है कि अधिकांश लोगों को एम्बुलेंस सेवा का लाभ नहीं मिल रहा है। फर्जी तथ्यों के आधार पर सरकार को एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने वाली एजेंसी और उसका स्टॉफ चूना लगा रहे हैं। मुफ्त में इन सेवाओं को उपलब्ध कराने वाली संस्था के लोग सरकार से पैसा पा रहे है। लेकिन इसके बावजूद भी आम जनमानस को बेहतरीन सुविधा देने के लिए नाकाम साबित हो रही है अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस पर अमल करता है या यूं ही मात्र खानापूर्ति कर बैठ जाने को विवश होगा
आगरा से राकेश यादव की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र