रिपोर्ट : दिनेश सिंह सोमवंशी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
लखीमपुर खीरी। लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे - जैसे नजदीक आती जा रही है, वैसे - वैसे लोकसभा प्रत्याशियों की भागदौड़ भी बढ़ती जा रही है। सपा और भाजपा जहां अपने कोर वोटरों से मिलकर चुनाव जीतने की हर संभव प्रयास में लगे है तो वही बसपा प्रत्याशी श्याम किशोर अवस्थी दलित मुस्लिम और ब्राह्मण के सहारे जीत की दावेदारी कर रहे है। श्याम किशोर अवस्थी को इन तीन वर्गों से साथ साथ अन्य वर्गों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है, जिसकी वजह से सपा व भाजपा प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ गई है। श्याम किशोर अवस्थी जहां आम जन मानस से सीधा संवाद कर रहे है, तो वही दूसरी तरफ सपा, भाजपा प्रत्याशी अपने खास लोगो के सहारे जीत का स्वाद चखना चाहते है। राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो सबसे ज्यादा आबादी वाला ब्राह्मण समाज की पहली पसंद श्याम किशोर अवस्थी है, जिन्हे ब्राह्मण समाज का करीब 70 प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद है। जबकि बसपा का कोर वोटर किसी दूसरी पार्टी को वोट या समर्थन देना नही पसंद कर रहा है। बात अगर मुस्लिम समुदाय की कि जाए तो मुसलमानों के पास सपा और बसपा के रूप में सिर्फ दो ही विकल्प है, जिनमे अधिकतर सपा को वोट करना पसंद करते है। अगर श्याम किशोर अवस्थी ने मुस्लिम वोटो में सेंधमारी कर दी और मुस्लिम मतों को अपने पाले में कर लिया , तो बसपा की जीत काफी आसान हो जाएगी। फिलहाल अभी चुनाव का शुरुआती दौर है, हर प्रत्याशी के अपने अपने विकास सहित अन्य तमाम तरह के दावे है, लेकिन वोटिंग के दिन किसके पक्ष में मतदान होता है, यह देखने वाली बात होगी।