मोहम्मदी खीरी। सरकार ने जो भी व्यवस्थाएं आवारा छुट्टा पशुओं के लिए की हैं वह फिलहाल फेल नज़र आ रही है ज्यादा तर एक्सीडेंट व हादसे का कारण आवारा छुट्टा पशुओं की वजह से हजारों की संख्या में लोगों की जानें चली गयीं लेकिन सही से अभी भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है मोहम्मदी क्षेत्र में दर्जनों ग्रामों में सैकड़ों किसानों का कहना है कि हम सब को रात भर जाग-जाग कर कर फसलों की रखवाली करनी पड़ती है कई बार इसकी शिकायत भी की गई लेकिन समस्या से निजात आज तक नहीं मिल सकि कुछ स्थानों पर नजदीकी गौशाला होने के बावजूद भी मवेशियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है किसानों के लिए छुट्टा आवारा पशु सर दर्द बने हुए हैं रातों की नींद हराम हो गई है आवारा पशुओं के आतंक के कारण खुद ही फसलों की रखवाली कर रहे हैं वहीं जिम्मेदार विभाग भी मवेशियों की समस्या से निजात दिलाने के लिए किसानों के हित में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं कई बार इस समस्या को लेकर समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित होने के बाद कुछ जिम्मेदार अधिकारियों ने मवेशियों के प्रबंधन हेतु निरीक्षण वगैरा किया लेकिन स्थिति अभी भी वही बनी हुई है ना ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया इसके अलावा किसानों को मजबूरी में अपने खेतों से नुकीले तार लगवाने पड़ रहे हैं आज के समय में न केवल किसान ही बल्कि आम शहरी को भी बड़ी ही चैतन्यता के साथ चलना पड़ता है पता नहीं आगे कब कहां पर क्या घटना हो जाए फिर भी कहीं ना कहीं से छुट्टा पशुओं की वजह से प्रतिदिन घटनाएं होती हैं कितने लोगों की मृत्यु हो जाती है शासन प्रशासन को इस पर खड़े कदम उठाने चाहिए आज के समय में यह जनहित का बहुत बड़ा मुद्दा बन चुका है।
रिपोर्ट : दिनेश सिंह सोमवंशी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र