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Tuesday, February 5, 2019

सट्टा खिलवाते हुए 02 अभियुक्त गिरफ्तार


लखीमपुर खीरी।। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अपराध की रोकथाम व अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के दौरान थाना खीरी पुलिस द्वारा 4 फरवरी की रात्रि मो० पट्टीरामदास कस्बा खीरी से हार जीत की बाजी लगाकर सट्टा खिलवाते हुए रामआसरे पुत्र बालेराम निषाद व शराफत पुत्र बाबू खाॅ निवासी गण मो० पट्टीरामदास कस्बा व थाना खीरी को सट्टे से सम्बन्धित 36 पर्चियों,3625 रू०नकद आदि के साथ गिरफ्तार किया गया।

दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

02 किलोग्राम डोडा के साथ 01 शातिर अभियुक्त गिरफ्तार


लखीमपुर खीरी।। पुलिस अधीक्षक महोदया खीरी के निर्देशन में अपराध की रोकथाम व अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे चेकिंग अभियान के दौरान थाना मितौली पुलिस द्वाराअक्षरौला मोड़ से 02 किलोग्राम डोडा के साथ गोरे बाबू पुत्र मेंहदी हसन नि० ताजपुर थाना मितौली जनपद खीरी को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म का अपराधी है जिसके विरूद्ध जनपद खीरी, सीतापुर व शाहजहाॅपुर में दर्जनों अभियोग पंजीकृत है।

दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

लगभग 4 लाख रुपये कीमत की चोरी की 07 मोटरसाइकिल सहित 03 शातिर अभियुक्त गिरफ्तार



लखीमपुर खीरी ।। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में एवं अपर पुलिस अधीक्षक महोदय  खीरी के निकट पर्यवेक्षण में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के दौरान 4 फरवरी की रात्रि घोसियाना मार्ग से बालूडीहा चौराहा के रास्ते चोरी की मोटर साइकिल बेचने पलिया की तरफ जा रहे 02 मोटर साइकिलों, सहित 03 शातिर अभियुक्त जितेन्द्र कुमार उर्फ पट्टे पुत्र रामचन्द्र व कौशल किशोर पुत्र बन्नू  और जितेन्द्र वर्मा पुत्र नन्द किशोर वर्मा को गिरफ्तार किया गया तथा गिरफ्तार अभियुक्तगण की निशानदेही पर मो० नौरंगाबाद में स्थित अभियुक्त जितेन्द्र उर्फ पट्टे उपरोक्त के घर में छिपाकर रखी चोरी की अन्य 07 मोटर साइकिल बरामद की गई। अभि०गण का शहर लखीमपुर व आस-पास के थाना क्षेत्रों से मोटर साइकिल चोरी करने का एक सुसंगठित गिरोह है जो चोरी की मोटर साइकिलें इकट्ठा करके उनके नम्बर प्लेट में हेर-फेर कर धोखा-धड़ी कर बदल देते हैं तथा पड़ोस के राष्ट्र नेपाल ले जाकर अच्छे दामों पर बेचकर अवैध धनोपार्जन करते थे।

दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

महिला वस्त्र परिवर्तन कक्ष बना मूत्रालय


मधुकर मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर। बिठूर मे इसे दुर्भाग्य  ही कहा जाएगा कि रानी लक्ष्मीबाई घाट पर लाखों रुपए की लागत से तैयार हुआ महिला व वस्तु परिवर्तन कक्ष अब मूत्रालय के रूप में परिवर्तित हो चुका है l भारत सरकार ने नमामि गंगे संस्था को उत्तर प्रदेश में घाटों के सुंदरीकरण का कार्य सौंपा है जिसके अंतर्गत बिठूर में कई घाटों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है इसी कड़ी में रानी लक्ष्मीबाई घाट जोकि बिठूर का ऐतिहासिक एवं पौराणिक घाट है पर लाखों रुपए की लागत से महिला वस्त्र परिवर्तन कक्ष का निर्माण कराया गया था परंतु रखरखाव के अभाव में अब हुआ मूत्रालय के रूप में परिवर्तित हो चुका है तीर्थ पुरोहित आचार्य देव कुमार व आचार्य आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि बिठूर में वैसे तो 30 से 32 छोटे बड़े मिले होते हैं जिसमें कानपुर के अलावा अन्य जिलों से हजारों श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं जिसके मद्देनजर शुक्ला घाट और वर्तमान में ही रानी लक्ष्मी घाट पर  लाखों रुपए की लागत से महिला वस्त्र परिवर्तन कक्ष बनाया गया था परंतु अब वह पूर्ण रूप मूत्रालय बन गया है l गंगा सभा अध्यक्ष  शिवदीन द्विवेदी ने बताया कि इससे पहले शुक्ला घाट पर केडीए द्वारा लाखों रुपए की लागत से महिला वस्त्र वितरण कक्ष बनाया गया था जिसमें आवारा पशु बैठा करते थे परंतु अब नगर पंचायत बिठूर की कड़ी मेहनत से उस कक्ष को सफाई कराकर सुरक्षित रखा गया है जो केवल  मेलों में ही खोला जाता है ।

सेंट्रल बार के नव निर्वाचित उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राठौर का कलान प्रथम नगर आगमन पर हुआ जोर दार स्वागत





ब्यूरो समाचार अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
शाहजहांपुर।। सेंट्रल बार शाहजहांपुर के नव निर्वाचित उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राठौर का आज कलान पहुचने पर अधिवक्ताओं एवं क्षेत्रीय जनता ने जोरदार स्वागत किया कस्वा कलान में स्थित विद्या बत्ती मंडन पब्लिक स्कूल में आयोजित अपने अभिनन्दन समारोह में अपने स्वागत एवं अभिनन्दन से अभिभूत भूपेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि कटरी क्षेत्र की गरीब ,निर्वाल,असहय जनता के लिये हम निःषुल्क कानूनी मदद के लिये हर पल तैयार रहेंगे आप अपने क्षेत्र के हमारे युवा अधिवक्ता साथी भाई कुँवर मुनीश सिंह परिहार एड0 के माध्य्म से हमे आप निःसंकोच अपनी कानूनी समस्याओं से अवगत कराये तो हम आप को विस्वाश दिलाते है कि आप के भरोसे को हम कभी ना टूटने देगे और ना ही कमजोर होने देंगे इसके पूर्व परम् वीर चक्र विजेयता नायक जदुनाथ सिंह के पैतृक गांव खजुरी पहुंच कर नायक जी के प्रतिमा पर माल्यर्पण किया एवं प्रतिमा स्थल पर आयोजित अभिनन्द गोष्टी को संबोधित करते हुये कुँवर मुनीश सिंह परिहार एड0 ने कहा कि नायक जी के बलिदान को भुलाया नही जा सकता है हमारी नायक जी के सम्मान में जंग जारी रहेगी चाहे हमे इस के लिये जितनी भी बड़ी कुर्बानी ही कियो ना देनी पडे हम इस से पीछे नही हटेंगे हम देश और प्रदेश की सरकारों से पुरजोर मांग करते है कि नायक जी के पुण्य स्मृति  में खजुरी में रष्टीय स्मारक का निर्माण कराया जाए जिस से क्षेत्र एवं देश की नई पीढ़ी नायक जदुनाथ सिंह जी से प्रेरणा लेकर क्षेत्र का और अपने पूवर्जों का नाम रोशन कर सके के युवा नायक जी से प्ररेणा लेकर देश की सेवा, रक्षा,सुरक्षा,के लिये आगे आये और सेना में जा कर क्षेत्र का नाम रोशन करें कार्यकर्मो की अध्यक्षता शिक्षक विधायक संजय मिश्रा ने की एवं अपने अध्यक्षयी सम्बोधन में उन्होनें कहा कि वित्त विहीन शिक्षकों को मान देय दिलाकर ही हम चैन से बैठेंगे और जब तक हम मान देय नही दिला देते है जब तक हम अपने सम्मान समारोह में ना ही शामिल होंगे और ना ही माला पहनेंगे कार्यक्रम का संचालन युवा कवि भानु सक्सेना ने किया इस अवसर पर प्रमुख रूप से ओमवीर शर्मा,अवनीश सिंह,ब्रजेश राठौर,चोधरी विनोद यादव,अरविंद यादव,देव मोहन मिश्रा, सचिन मिश्रा, भूपेंद्र यादव,रिंकू यादव,डा0 वेद प्रकाश शर्मा,हर नारायण गुप्ता,वीर पाल यादव,अतुल यादव,अतुल चतुर्वेदी, धनन्जय यादव,आकाश गुप्ता,अरुण गुप्ता,इमरान खान,रोहित वर्मा,आशीष कोविंद,कार्यक्रम के अंत मे ग्राम प्रधान अजय कुमार कोविंद ने सभी का आभार व्यक्त किया ।

Monday, February 4, 2019

जिलाधिकारी नेहा शर्मा और पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल द्वारा 30 वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह 2019 के अवसर पर आमजन को हेलमेट बाँट कर उनके अमूल्य जीवन को बचाने के लिए जागरुक किया



फ़िरोजाबाद।। जिलाधिकारी नेहा शर्मा और पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल द्वारा 30 वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह 2019 के अवसर पर आमजन को हेलमेट बाँट कर उनके अमूल्य जीवन को बचाने के लिए जागरुक किया। साथ ही इस अवसर पर यातायात कार्यालय का उद्घाटन कर यातायात जागरुकता रैली को हरी झंण्डी दिखायी गयी जिसमें स्कूली बच्चों द्वारा बढ चढकर हिस्सा लिया गया । पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल द्वारा आमजन को सडक सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर बताया कि हम सभी जानते हैं कि सड़क दुर्घटना, चोट और मृत्यु आज के दिनों में बहुत आम हो चला है। सड़क पर ऐसी दुर्घटनाओं की मुख्य वजह लोगों द्वारा सड़क यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा उपायों की अनदेखी है। गलत दिशा में गाड़ी चलाना, सड़क सुरक्षा नियमों और उपायों में कमी, तेज गति, नशे में गाड़ी चलाने आदि के कारण सड़क दुर्घटनाओं के बारे में हम हमेशा खबरों या अपने दोस्तों के द्वारा में सुनते हैं। रोज के सड़क हादसों की संख्या को घटाने के लिये उनकी सुरक्षा के लिये सभी सड़क का इस्तेमाल करने वालों के लिये सरकार ने विभिन्न प्रकार के सड़क यातायात और सड़क सुरक्षा नियम बनाये हैं। हमें उन सभी नियमों और नियंत्रकों का पालन करना चाहिये जैसे रक्षात्मक चालन की क्रिया, सुरक्षा उपायों का इस्तेमाल, गति सीमा को ठीक बनायें रखना, सड़क पर बने निशानों को समझना आदि ।गाड़ी चलाने के दौरान सेल फोन या दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के इस्तेमाल के कारण चालक का ध्यान हटने के कारण सड़क दुर्घटना का खतरा बढ़ा है। ऐसे मामलों में सड़क हादसों और चोटों से दूर रखने के लिये यातायात नियम और कानून आपकी बहुत मदद करता है। सड़क सुरक्षा उपाय वो हथियार है जो आपको महँगे यातायात अर्थदंड, गंभीर अपराधों, ड्राईविंग लाइसेंसो के निष्कासन आदि से बचा सकता है। पैदल चलने वाले भी सड़क पर चलने का नियम जानते है जैसे क्रॉसवॉक का उचित प्रयोग, जेबरा क्रॉसिंग का इस्तेमाल आदि। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर राजेश सिंह पुलिस अधीक्षक ग्रामीण महेन्द्र सिंह, क्षेत्राधिकारी सदर,यातायात प्रभारी श्री देवेन्द्र शंकर पाण्डेय, स. सम्भागीय परिवहन अधिकारी श्री शान्ति भूषण पाण्डेय, एसएसपी पीआरओ और पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण मौजूद रहे।

कश्मीर सिंह मण्डल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

2019 चुनाव महाभारत युद्ध सा,मोदी अर्जुन जनता श्री कृष्णा है : सांग

एक दर्जन गांवों में घूमी यात्रा व मैथा में हुआ कार्यकर्ता सम्मेलन

कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
शिवली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विपक्षी दल महाभारत के प्रतापी योद्धा अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसना चाह रहे हैं।  पर  जिस प्रकार भगवान श्री क्रष्ण ने अर्जुन का साथ दे विजय श्री दिलाई थी । जनता जनार्दन का सहयोग भगवान श्री कृष्ण की तरह विपक्षियों की चाल को नाकाम बनाना होगा। यह बात रविवार को मैथा में  कार्यकर्ता सम्मेलन में बिठूर के विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कही। इससे पहले सांगा की जन जागरूकता यात्रा कल्यानपुर, रास्तपुर, ककरदही, फतेहपुर, टोडरपुर ,नौबस्ता प्रतापपुर,भीखर,बैरी सवाई ,गहलो ,मंडौली गई। मैथा में विधायक सांगा ने कार्यकर्ताओं से कहा कि देश के इतिहास में पहली बार भाजपा की केंद्र सरकार ने किसानों को सम्मान राशि देने का निर्णय लिया है।पांच लाख तक की आय को कर मुक्त भी घोषित किया है। वरिष्ठ पत्रकार गीतेश अग्निहोत्री को सम्मानित किया।इस मौके पर अशोक शुक्ला,राम किशोर अवस्थी,लाला तिवारी, श्रीकांत त्रिवेदी, मोहम्मद यासीन,बाबू शुक्ला को सम्मानित किया, विकासविकास मिश्रा,वैभव दीक्षित सुमित अवस्थी, धर्मेंद्र पाल दिग्विजय सिंह कंचन ठाकुर आदि मौजूद रहे।

बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों के दृष्टिगत गोष्ठी

लखीमपुर खीरी।।  07 फरवरी से 02 मार्च 2019 तक प्रस्तावित हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को सुचितापूर्ण, शांतिपूर्ण, नकलविहीन एवं सुचारू रूप से संचालन हेतु  04-02-19 को जिलाधिकारी महोदय एवं पुलिस अधीक्षक महोदया खीरी की अध्यक्षता में समीक्षा गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में अपर पुलिस अधीक्षक, समस्त क्षेत्राधिकारीगण,जोनल, सेक्टर,स्टैटिक मजिस्ट्रेट, विद्यालयों के प्रधानाचार्य, केंद्र व्यवस्थापक आदि अधिकारीगण सम्मिलित हुए। इस दौरान परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गयी। बोर्ड परीक्षा हेतु सम्पूर्ण जनपद में 137 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जिनपर करीब 550 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। साथ भी 6 सचल दल को भी तैनात किया गया है। 09 संवेदनशील केंद्रों एवं 02 अति संवेदनशील केंद्रों पर विशेष रूप से चर्चा की गयी व आवश्यक निर्णय लिया गया।


दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

डम्फर से हजारों बोतल शराब बरामद हुई


कन्नौज।। जनपद में सुबह भाजपा प्रदेश मंत्री सुब्रत पाठक के पिता की मौत का कारण बने डम्फर से हजारों बोतल शराब बरामद हुई है। हरियाणा ब्रांड की अंग्रेजी शराब डम्फर में मौरंग के नीचे छिपाकर ले जाई जा रही थी। पुलिस ने जब सुपुर्दगी में लेने के लिए डम्फर खाली कराना शुरू किया तब शराब तस्करी का भंडाफोड़ हुआ।बताते चले लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे सहाब तस्करों का पसंदीदा रास्ता बनता जा रहा है। कन्नौज पुलिस ने कई बार लक्जरी गाड़ियों के जरिये शराब तस्करी का भंडाफोड़ भी कर चुकी है। लेकिन भाजपा मंत्री के पिता ओमप्रकाश पाठक की गाड़ी के हादसे का कारण बने मौरंग के डम्फर ने पुलिस को चैंका दिया। देर रात यह डम्फर लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे कन्नौज के तिर्वा कट पर खराब हो गया था। ड्राइवर डम्फर ठीक कराने के लिये मैकेनिक बुलाने गया था तभी हादसा हो गया। हादसे के बाद जब पुलिस डम्फर थाने पहुंचाने के लिये मौरंग हटवा रही तभी उसमे अंदर शराब के गत्ते नजर आए। गट्टे खुलवाकर देखा तो पुलिस की आंखे फटी रह गयी। गत्तों में हरियाणा ब्रांड की अंग्रेजी शराब की हजारों बोतलें थी। जिनकी कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। पुलिस अब शराब जब्त कर तस्करों पर कार्यवाही की तैयारी कर रही है।

कन्नौज से मुशर्रत अली की रिपोट
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र

देश का किसान करे खेत मे डी कम्पोजर का स्तेमाल तो हो जाएगा मालामाल: जगत सिंह


मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर। हमारा भारत देश दुनिया मे सदा से क्रषि प्रधान देश रहा है यहाँ गेहू दलहन तिलहन और तमाम खाद्यान सम्बन्धी वस्तुए निर्यात की जाती रही है कुछ वर्षो पूर्व ज्याद उत्पादन पाने की लालच मे यूरिया डीएफपी आदि का खेती मे किसानो ने प्रयोग तो कर लिया पर आज जमीन बंजर से भी बहत्तर होती जा रही थी। किन्तु गाजियाबाद मे स्थित क्रषि अनु संधान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने गाय के गोबर एवं मात्र से प्राप्त तत्व जिसे डी कम्पोजर नाम दिया है अपने आपमे क्रषि भूमि स्वास्थ्य  के  लिए वरदान साबित हो रहा है।  यह जानकारी गाजियाबाद के क्रषि अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक एवं निदेशक श्री जगत सिंह ने कुछ ऐसा बताया कि पब्लिक पावर ने देश के किसानो के संग्यान मे डालना जरूरी समझा पर अधिक उवर्कों एवंथ्ब्ब् कीटनाशकों का प्रभाव
 जैवाँश व हरीखाद की कमी से भूमि के जैवांश कार्बन में आई गिरावट
 उपरोक्त कारण से उत्पादन तथा पोषण गुणवत्ता दोनों हुई प्रभावित
 वेस्ट डी कम्पोजर है सही समाधान
 वेस्ट डी कम्पोजर 
 इसे किसान अपने स्तर पर कैसे तैयार करें
 क्या हैं इसके फायदे 
 वेस्ट डी कम्पोजर का प्रयोग खेती में कैसे करें 
प्रयोग विधी
  बुवाई से पुर्व बीजोपचार
  पौधजड़ोपचार
  फसलों एवं बागवानी में छिड़काव
  वेस्ट डीकम्पोजर से  भूमि स्वास्थ्य में इजाफा
  समस्याग्रस्त भूमियों के लिए वरदान
   फसलों में कीट एवं ब्याधियों से  बचाव
   वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग में सावधानियां

भारतीय कृषि व्यवस्था ने यूं तो वर्ष 2003 के बाद आत्मनिर्भरता की सीढ़ियाँ लांघकर स्थाई उत्पादन के रूप मे  स्थिर हुई। जिसके पीछे हरितक्रांति के मूल स्तम्भों में अच्छे बीजए खादए उचित सिंचाईं व्यवस्था तथा कीटनाशकों के प्रयोग मुख्य कारण रहे हैं। लेकिन हम एक तरफ जहाँ उत्पादन में आत्मनिर्भर होना शुरू हुये वहीं दूसरी तरफ गुणवत्ता युक्त यपौषक तत्वों से परिपूर्णद्ध उत्पादन में कमी आई है ऐसा वर्ष 2016 विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार   पोषक तत्वों में 20रू  तक की कमी की पुष्टि हुईं है। जोकि वर्तमान तथा भविष्य के स्वास्थ्य के लिये एक बड़ी चुनौती के रूप मे उभरकर सामने आयी है। तथा अधिक कीटनाशकों तथा कुपोषित भोजन के कैन्शरए मधुमेहए हड्डी रोगए नपुंसकता जैसी भयंकर सम्स्याओं से जूझने तथा साथ ही साथ भूमि के अत्यधिक दोहन के कारण  भूमि शख्तए भौतिक दशा खराबए जैवाँश कार्बन में कमी के फलस्वरूप मृदा सूक्ष्मजीवों व केंचुओं की संख्या में  कमी के साथ साथ कई पोषक तत्वों में भारी कमी आयी है। इसके के लिए  भूमी का स्वस्थ रहना नितांत आवश्यक है।

सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिये भूमी स्वास्थ्य ही है सही समाधान

स्वस्थ भूमि से ही तमाम खाद्यान्न यअनाजए दालए तेलए फल व शाकशब्जियां द्ध तथा पशुओं के लिये चारा दाना इत्यादि प्राप्त होते  हैं। अतः भूमि स्वास्थ्य ही सभी का एक मात्र समाधान है। जिसके लिये  फसल बुवाई से पुर्व अच्छी व पची हुई गोबर की खादध कम्पोस्ट व वर्मीकम्पोस्ट का प्रयोगए  वर्ष में में एक बार मिश्रित हरी खाद उत्पादन, वैल्यू एडिड खादों का प्रयोग, दलहन व तिलहन फसलों को प्राथमिकताए विभिन्न ऊंचाई वाली मिश्रित फसलें लगाना, फसलचक्र पर उचित ध्यान देनाए खरपतवारों को मल्चध् पलवार के रूप में खेत में बिछानाए खेत के फसल अवशेषों तथा जैविक कचरे को खाद बनाकर प्रयोग आदि करने से मृदा स्वास्थ्य में तेजी लाई जा सकती है। उपरोक्त सभी तकनीक अपनाने के साथ साथ राष्ट्रीय जैविक खेती केन्द्र गाजियाबाद द्वारा इजाज किये वेस्ट डीकम्पोजर जिसे हर तरीके से खेती में प्रयोग किया जा सकता है की उपियोगिता का एक बार मात्र 20 रुपये के खर्च से अपने खेतीरू स्वास्थ्य को हमेशा हमेशा के लिये दुरुस्त रखा जा सकता है।

क्या है  डी कम्पोजर
यह देसी गाय के गोबर से निकाले गये बहुउपयोगी सूक्ष्म जीवों का कल्चर है जिसे किसान सिर्फ एक बार मंगाकर हमेशा हमेशा अपने घर पर बड़ी आसानी से अपनी आवश्यकतानुसार 10 लीटर से लाखों लीटर तक तैयार किया जा सकता है। यह दही के जामुन बनतक जंतजमत की तरह से काम कर बीजोपचार,  पौध,जड़ो,पचार, फसलों एवं बागानों में छिडकावए  सिंचाई के साथ प्रयोग करते रहने से भूमि का सम्पूर्ण स्वास्थ्य समाधान किया जासकता है।

वेस्ट डीकम्पोजर तैयार करने का तरीका

सर्वप्रथम वेस्ट डीकम्पोजर की एक बाँटल मगाकरए एक प्लास्टिक के ड्रम में 200 लीटर साफ पानी भरकरए  ड्रम में दो यएक प्रतिशत गुड़ का घोल द्ध किलो सादा गुड़  ठीक प्रकार से घोलने के बाद एक.दो लीटर पानी में इस वेस्ट डीकम्पोजर की बाँटल के कल्चर को  अच्छी प्रकार से घोलने के बाद 200 लीटर वाले गुड़ के घोल वाले ड्रम में अच्छी तरह से डंडे की सहायता से चलायें।गरमियों में यह घोल 4 से 6 दिन में तैयार हो जाता है। तथा सरदियों में 9 से 12 दिन में तैयार हो जाता है।
तैयार घोल की पहचान
वेस्ट डीकम्पोजर घोल तैयार होने पर इसमें गुड़ की चासनी जैसी मीठी मीठी महक आने लगती है तथा इसका रंग भी हल्का पीलापन लिये सफेदए या थोड़ा गहरा या कई बार गहरा भूरा जोकि गुड़ के रंग की वजह से ऊपर नीचे हो सकता है। जल्दी तैयार करने के लिये ड्रम में हवा के बुलबुलों द्वारा अथवा टुल्लू पंप की मोटर ड्रमों में डालकर ध्छोटे मोटर पंप की मदद् से इस घोल के सरकुलेशन द्वारा जल्दी तैयार किया जा सकता है।एक ड्रम से कई गुना उत्पादन कैसे करेंः
जब आपके पास एक ड्रम वेस्ट डीकम्पोजर घोल तैयार हो जाये तब अपनी आवश्यकता के अनुसार 5 या 10 ड्रमों में एक प्रतिशत गुड़ध् 2 किलो गुड़ प्रति 200 लीटर ड्रम की दर से सभी ड्रमों में अच्छी तरह से घोलकर पहले बनाए गये वेस्ट डीकम्पोजर घोल का 5 से 10रू घोल को जामुन के रूप में हर ड्रम में डालकर डंडे आदि से  अथवा मोटर चालित पंप की मदद से एयरेशन करते रहने से  सभी ड्रमों में वेस्ट डीकम्पोजर का घोल तैयार होने लगेगा तथा घोल को बार बार तैयार करने के लिये हर ड्रम में 5 से 10ः घोल बचायें तथा प्रति ड्रम दो किलो गुड़ हर बार डालें। आप एणक से दस ड्रम तथा दस से सौ ड्म और यदिण्आवश्यक हो तो इसी प्रकार से लाखों से करोडों लीटर वेस्ट डीकम्पोजर आप लगातार तैयार कर सकते हैं।
प्रयोग विधीः
1. बीजोपचार
2. पौधजड़ोपचार
3. उपचार
4. फसल बढवार
5. कीट व बिमारियों से बचाव
6. लवणीय एवं क्षारीय भूमियों का शुधार
बीजोपचारः
वेस्ट डीकम्पोजर का ताजा एंव तैयार घोल में बराबर मात्रा में पानी मिलाकर बहुत ही हल्के एंव छोटे बीजों फ्वारे द्वारा छिड़काव कर बीज को उलट पलट कर बीजोपचार करने के बाद हल्का.फुल्का छाया में सुखाकर तुरंत बुबाई करें। मध्यम व बड़े आकर के बीजों को भी फ्वारे छिड़काव विधी द्वारा 5 से 15 मिनट तक उपचारित कर बुवाई करें। धान के पानी में भीगे बीजों पर 25 से 30 मिनट तक उपचार के बाद बुवाई करें।बीजोपचार के दौरान मूंगफली व सोयाबीन जिनका छिलका उतरने का डर रहता है के बीजों का सावधानी पुर्वक उपचार कर शीघ्र ही बुवाई करें।
पौधजड़ोपचारः
ऐसी फसलें जिनकी नर्शरी तैयार कर पौध तैयार की जाती है बीजोपचार के साथ साथ बीच में सिंचाई के साथ भी वेस्ट डीकम्पोजर प्रयोग करते हुए पौध रोपाई के दौरान पौध को पौधशाला से निकालने के बाद वेस्ट डीकम्पोजर के ताजे एवं तैयार धोल में आधा पानी मिलाकर पौध के जड़ भाग को 15.30 मिनट तथा धान आदि की पौध को एक घंटे तक भी उपचारित करने के बाद मुख्य खेत में रोपाई करें। कंदए कटिंगशए व अन्य बुवाई युक्त मैटीरियल जैसे आलूएअरबीए शकरकंदए अदरखए गन्नाए गुलाबए गुल्दाब्दी व अन्य फसलों को भी आधा पानी व आधे घोल के साथ 15.20 मिनट तक उपचारित कर बुवाई कर सकते हैं।
भूमि उपचारः 
आज देश कीकृषि योग्य भूमी की दशा अति दैनिय हैए भूमि अत्यधिक कठोरए व जैवाँश कार्बन की की अत्यंत कमी के कारण उतपादन देने मे शक्ष्म नहीं है तथा फसलें कीट व बिमारियों की चपेट में आने के कारण उत्पादन देने मे सक्षम नहीं हो पातीं ऐसे में वेस्ट डीकम्पोजर भूमि को कम से कम समय में उपजाऊ तथा उर्वर बनाए रखने में अत्यधिक कारगर है। बस आप 200 से 500 लीटर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग सामान्यतः
फसलों पर हर सिचाई के साथ प्रयोग करें। यदि भूमि ज्यादा कमजोर है तो देसी गोबर खाद आदि का प्रयोग कर 500 स 1000 लीटर या इससे भी अधिक मात्रा का प्रयोग हरेक सिंचाई पर करनें से भूमि बहुत ही जल्दी मक्खन जैसी मुलायमए गहरी भूरीए भुरभुरी होने के साथ स्वास्थ्य और उपजाऊ बनने लगती है तथा साथ ही साथ भूमि का जैवाँश कार्बन भी बढने से खेत मे केचुओं की संख्या में भारी वृद्धि होने होने से सभी पोषक तत्व भूमि मे घुलनशील अवस्था में आने के कारण फसलों का उत्पादन भी बढने लगता है तथा लगातार वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग के कारण उपजाऊ मिट्टी के कालम में भी बढोत्तरी होने लगती है जिसके कारण भूमि की जलधारण क्षमता मे वृद्धि होने से वर्षा जल भी भूमि द्वारा आशानी से शोख लिया जाता है तथा भूमि में जैवाँश कार्बन के बढने से केचुऔं तथा सूक्ष्मजीवों की संख्या में भारी वृद्धि होती है।
फसल बढवार के लिए छिड़कावः
फसलों की बढवार के लिए वेस्ट डीकम्पोजर का ताजा एवं तैयार घोल की 20 से 30रू का घोल नर्शरीए नई उगी 15 .20 वाली मुलायम पत्तियों वाली फसलो के लियेए 40. 50रू सामान्य फसलें के लिये तथा 60.70रू घोल का छिड़काव बागवानी फसलें तथा मजबूत पत्तियों वाली फसलों पर हरण्हफ्ते प्रयोग करते रहने से फसलें की बढवार बहुत ही अच्छी तथा उत्पादन ज्यादा मिलता है।
कीटव्याधियों की रोकथामः
आमतौर पर फसलें उगने के बाद से ही कीटव्याधियों की चपेट में आने लगती हैं। इसके लिये भी वेस्ट डीकम्पोजर का ताजा एवं तैयार मे दशपरणी शत जिसमें य नीमए बकायनए आखए धतूराए कांग्रेस घासए अरंडए शरीफाए करंजए बेशरमए अमरबेल आदि अथवा वे कड़वे पत्ते जो आपके आस पास उप्लब्द्ध हों की 10 किलों मात्रा 50 लीटर वेस्ट डीकम्पोजर के घोल में बारीक काट कूट कर द्ध 10 .15 दिन रखनेके बाद तैयार हो जाता है। इसका 7.10रू का हर हफ्ते शुरू से ही प्रयोग करने से सभी प्रकार की कीटव्याधियों के प्रकोप से बचा जा सकता है।
लवणीय तथा क्षारीय एंव समस्या ग्रस्त भूमियों के सुधार के लिएः
देश भर में भूमी का बडा भाग समस्या ग्रस्त भूमियों की श्रेणी में आता है जिन भूमियों में उत्पादन या तो अच्छा नहीं मिलता अथवा यहां तक कि बीजों का अंकुरण  भी ठीक प्रकार से नहीं होताए इस प्रकार की भूमियों में अच्छी गोबर की खाद के साथ या हरी खाद के प्रयोग के साथण्500 से 2000 लीटर प्रति एकड़ की दर से वेस्ट डीकम्पोजर का हर सिचाई पर प्रयोग करते रहने से भूमि शुधार तथा फसलोत्पादन में काफी अच्छा शुधार देखने को मिलता है। वेस्ट डीकम्पोजर के लगातार प्रयोग से भूमि जैवाँश स्तर मे शुधार के साथ साथ भूमि की भौतिकए रसायनिक तथा जैविक दशा मे उत्रोतर शुधार होता है साथ ही साथ भूमी मेंण्केचुओं तथाअन्य सू्क्ष्मजीवों की तादाद मे वृद्धि होने से भमि रंध्राकाश मेंण्शुधार होने से भूमि की जलधारण क्षमता में भी वृद्धि होती है।
वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग से लाभः
1. बीजोपचार द्वारा जमाव प्रतिशत में शुधार तथा अंकुरण जल्दी आता है।
2. फसल में फुटाव तथा किल्लों की संख्या मे वृद्धि से उत्पादन बहतर होता है।
3. खेत के जैवाँश तथा जलधारण क्षमता मे वृद्धि होने से भूमि के उपजाऊ कालम में वृद्धि होती है।
4. फसलों को पोषकतत्व आसानी से उपलब्ध होने लगते हैं।
5. फसलों पर कीटव्याधियों का प्रकोप कम होता है।
6. फल व शब्जियों की गुणवत्ता तथा भंडारण क्षमता में वृद्धि होती है।
7. खेत में खरपतवारों के प्रकोप में कमी तथा भूमि मुलायम होने के कारण खरपतवार आसानी से निकल जाते हैं।
8. गोबर तथा कूड़े कचरे से खाद अच्छी तथा कम समय में ही तैयार हो जाती है।
9. खेती में उवर्कोंए कीटनाशकों तथा खरपतवार नाशकों के खर्च मे काफी कमी आती है। 
10. वेस्ट डीकम्पोजर सेण्तैयार फसलेंए फल तथा शब्जियां जल्द तथा महंगी बिकतीं हैं। 
11 जुताई, सिचाई तथा कीटनाशकों के खर्च में कमीण्आती है।
12. एक बार खरीदने के बाद किसान को बार बार खरीदने की जरूरत नहींण् पड़ती।
13 एक किसान से ही सैकड़ों व हजारों किसानों को बांटा जा सकता है।
14. मात्र 20 रूपये की लागत से आजीवन प्रयोग कर लाभ उठाया जा सकता है।
वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग करने में सावधानियां
1. नंगे हाथों से वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कदापि न करें।
2. वेस्ट डीकम्पोजर तैयार करतेण् समय इसे बच्चों तथा पशुओं की पहुंच से दूर रखें।
3. छिड़काव तथा बीजोपचार के लिए हमेशा ताजे एवं तैयार घोल का ही प्रयोग करें।
4. बीजोपचार कर बीज को ज्यादा समय तक न छोड़कर जल्दी ही बुवाई करें।
5. घोल बनाने के लिए हमेशा स्वच्छ पानी का प्रयोग करें।
6. गुड़ की जगह लाट या शीरे का प्रयोग कर सकते हैं।
7. गुड़ के स्थान पर चीनी का प्रयोग न करें।
8. घोल के ड्रम को हमेशा ढक कर रखें