फिरोजाबाद।। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश इलाहाबाद के तत्वाधान में होने वाली हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट परीक्षाओं में उत्तर प्रदेश शासन की मंशा व जिलाधिकारी नेहा शर्मा के दिशा निर्देशानुसार जनपद में नकलविहीन एवं शांतिपूर्वक ढंग से परीक्षा संपन्न कराने के उद्देश्य से कई सचल दस्ते सक्रिय हैं।वही जिला प्रशासन की सख्ती के चलते कई विद्यार्थी शुरू में ही परीक्षाओं को छोड़ चुके हैं सभी कुछ शांति पूर्वक चल रहा था ऐसे में उप जिलाधिकारी सदर संगम लाल यादव ने निरीक्षण के दौरान राजकीय हाई स्कूल सिविल लाइन फिरोजाबाद के प्रधानाचार्य पर गंभीर आरोप लगाये हैं जो कि अविश्वसनीय प्रतीत होता है। एसडीएम सदर ने 8 फरवरी 2018 जिलाधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक फिरोजाबाद को प्रेषित शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रथम पाली में निरीक्षण के दौरान जब प्रधानाचार्य कक्ष में पहुँचे तो के•के•यादव अपनी कुर्सी पर बैठे रहे परिचय देने पर भी विद्यालय प्रधानाचार्य ने उन्हें न तो संचालित सीसीटीवी कैमरा दिखाया और न ही अधोहस्ताक्षरी को कोई वरीयता ही दी। उक्त प्रधानाचार्य द्वारा शासन एवं प्रशासन की मंशा के विपरीत कार्य किया जा रहा है इस प्रकार की कार्यशैली से शासन एवं प्रशासन की सिर्फ छवि धूमिल नहीं हो रही है बल्कि अधिकारी एवं कर्मचारियों का मनोबल भी प्रभावित हो रहा है।उपजिलाधिकारी सदर द्वारा लगाये गये आरोपों का खंडन करते हुए प्रधानाचार्य के के यादव ने जिला विद्यालय निरीक्षक फिरोजाबाद को CCTV फुटेज की रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराते हुये अवगत कराया है कि राजकीय हाई स्कूल, सिविल लाइन फिरोजाबाद परीक्षा केंद्र पर प्रथम पाली में हाई स्कूल हिंदी प्रश्न पत्र की परीक्षा 5 कक्षाओं में शांतिपूर्वक चल रही थी इस परीक्षा में लगभग प्रात:10:14 बजे उप जिला मजिस्ट्रेट सदर संगम लाल यादव परीक्षा केंद्र पर निरीक्षण के लिए प्रधानाचार्य कक्ष में आए जिनका मैंने न सिर्फ अभिवादन ही किया बल्कि सीट पर बैठने एवं ऑफिस में लगी LED पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से प्रदर्शित हो रही परीक्षा की गतिविधियों का निरीक्षण करने का आग्रह किया और अलमारी में रखे प्रश्न पत्रों के विषय में भी अवगत कराया। साथ ही LED स्क्रीन पर परीक्षा का निरीक्षण करते हुए एक साथ चल रही सभी कक्षाओं की तस्वीरों को फुल स्क्रीन पर एक-एक कर दिखाने को कहा जिसके अनुपालन में सम्बंधित कम्प्यूटर ऑपरेटर को बुलाने हेतु कॉल करने के लिए प्रार्थी टेबिल की ड्रोज में रखी टेलीफोन डायरी निकालने के लिए कुर्सी पर बैठा ही था कि SDM सदर बिफर पड़े और असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए कहने लगे कि जब मैं कुर्सी पर बैठ नहीं पाया हूं उससे पहले आप कैसे बैठ गए जिसके लिए मैंने उनसे क्षमा भी मांगी लेकिन उन्होंने अनर्गल आरोप लगाते हुए मामले को तूल दिया और जिलाधिकारी महोदया से बड़ा चढ़ा कर शिकायत की है। उक्त प्रकरण में यह भी कहना है की शासन की नकल विहीन परीक्षा कराने की मंशा को पूरा कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशानुसार विद्यालय के सभी परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरा लगवाने, निर्वाध प्रकाश व्यवस्था करने के लिए जनरेटर खरीदने एवं विद्यालय के चारों तरफ स्थाई बाउंड्री बनवाने हेतु कई बार मांग की है लेकिन किसी भी स्तर पर आज तक संज्ञान नहीं लिया गया है फिर भी संसाधनों के अभाव में अपने निजी स्रोतों से वैकल्पिक व्यवस्था कराई है। उसके बाद भी एसडीएम साहब का परीक्षा केंद्र को गलत बताना उचित नहीं है। इस तरह की पुनरावृत्ति अन्य किसी के साथ न हो इसलिए निष्पक्ष जांच एवं कार्यवाही किये जाने की मांग उच्चाधिकारियों से की है।
कश्मीर सिंह मण्डल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र