चर्चा का विषय बनी चोटी काटने की अफवाह
कौन काट रहा है महिलाओं को चोटियां
ब्यूरो ख़बर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
शाहजहाँपुर।। दिल्ली,हरियाण,राजस्थान के बाद यूपी के जिला शाहजहाँपुर में भी महिलाओ के चोटी कटने की 6 घटनाएं प्रकाश में आयी है जोकि सुनने में ही एक कोरी अफवाह लगती है परन्तु क्या है चोटी कटने की घटना? ,कौन काट रहा है महिलाओं की चोटियां ?, कही कोई शरारती तत्व तो नही या तंत्र विद्या का कोई माहिर तांत्रिक तो नही दे रहा अंजाम या फिर बालो के कारोबारी/व्यापारियों का कोई खेल तो नही । ऐसे कई अनसुलझे सवाल जहन में खडे होते है किंतु मामले की तह तक पहुँचने के लिए चोटी कटी पीड़ित महिलाओं से जिला अस्पताल में मिले तो उनका कहना है कि चक्कर आया बेहोश होकर गिरे उसके बाद जब होश आया तो चोटी कटी मिली वही पीड़ित दूसरी महिला का कहना है कि कोई साया आया जिसे देख कर चिल्लाये और बेहोश हो गए उसके बाद जब होश आया तो चोटी कटी मिली ।मुख्यता चोटी कटी केसों में महिलाओं का बेहोश होना पाए गए जिस सम्बन्ध में डॉक्टर साहब ने बताया कि बीपी की प्रॉब्लम के कारण बेहोश हुई महिलाये तथा साथ ही मनोबज्ञानिक डॉक्टर रवि मोहन का कहना है कि ये एक हिस्टीरिया की बीमारी है जिसमे लोग अपने कपड़े फाड़ना,यहाँ तक की पेशाब करने का भी पता नही चलता । चोटी महिलाये अपने आप ही काट रही है जिसका उनको बीमारी व बेहोशी के कारण पता नही चलता परन्तु बात यहाँ पर खत्म नही होती डॉक्टर्स की बात सुनने के बाद जहन में फिर कुछ नए अनसुलझे सवाल खड़े होते है कि एक दम यह बीमारी कहा से आई ? सरगर्मी से तेजी से अस्पताल से बाहर निकल आफिस की ओर जा रहे थे कि अचानक मेरी नजर साइकिल पर कबाड़ खरीदने वाले पे पड़ी जो माइक द्वारा कबाड़ के साथ साथ बोलो की भी आवाज दे रहा था लेकिन कुछ समझ मे नही आ रहा था तो पड़ोस की सैलून की दुकान पर पता किया तो पता चला कि कटे हुए बालो को काबड़ी के हाथों वो बेचते है वही नगर के काबड़ी व्यपारियों से बातो ही बातों में पता चला कि बालों को उचित व अच्छे दामो में भारत की राजधानी दिल्ली में बेचा जाता है जो दिल्ली के रास्ते विदेशो में सप्लाई किये जाते है क्योंकि विदेशो में भारतीय बालो की डिमांड है जिनसे बालो के व्यापारियों को अच्छा पैसा मिलता है ।सूत्रों की माने तो बालों के कारोबारियों व व्यापारियों ने अपने गुर्गे हर गली मोहल्लों में सैलूनों की दुकानों के साथ साथ नगरवासियो से भी 10 रुपये के 10 ग्राम ,50 रुपये के 50 ग्राम और एक किलो के 1000 के दामों में बालों की ख़रीददारी के लिए छोड़ रखे है परन्तु इन बातों से भी कोई निष्कर्ष नही निकलता और सोचने की बात ये है कि महिलाओ का गहना लम्बे सुन्दर बालो को किसकी नजर लग रही है जो अपने आप चोटियां कट रही है अगर कोई शरारती तत्व अफवाह फला कर मजे ले रहा है तो वो सामने क्यों नही आता और अगर बालो के कारोबारियों व व्यापारियों की कोई साजिश है तो क्यों? जिस संबंध में पुलिस प्रशासन का कहना है कि यह एक कोरी अफवाह है जिसपर आम जनमानस ध्यान न दे और जो भी शरारती तत्व इस प्रकार की अफवाह शोसल मीडिया से लेकर आम जन मानस के बीच फैला रहा है उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी तथा फर्जी भ्रमित अफवाह फैलाने किसी भी व्यक्ति के बारे में कोई भी जानकारी मिले तो पुलिस को सूचित करें कानून अपने हाथ मे न लें।