सूत्रों की माने तो पूरा विवाद एक सार्वजनिक रास्ते पर अबैध कब्जे का है जिसमे राजवीर व कश्मीरी ने तहसील दिबस में अपनी शिकायत की थी जिससे रंजिशन उन व्यक्तियों पर पुष्प देवी ने मुकदमा दर्ज कराया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या पुलिस ने वास्तव में अपने ईमान को ताक पर रखकर नाबालिक बृद्ध तथा विकलांग पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। दूसरा सवाल यह है कि जब घटना 28 अक्टूबर को हुई और तहरीर 5 सितंबर को लिखी गई और आरोपियों को सूचना 13 सितंबर को दी तो आखिर 10 दिन तक पुलिस क्या करती रही। जिससे थाना बरहन पुलिस पर कई सवालिया प्रश्न खड़े होते है ।
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
तहसील एत्मादपुर (आगरा)