जिन किसानों की ऋण माफी की गयी है और उन्हें ऋण माफी का प्रमाण पत्र दिया जायेगा-जिलाधिकारी
शाहजहाँपुर। जिले में वित्तीय वर्ष 2017-18 में 1306 हेक्टेयर भूमि में 15.92 लाख पौधों का वृक्षारोपण किया जायेगा। जिलाधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार सिंह ने जिला वृक्षारोपण समिति की कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक लेते हुए उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा 12.15.00 क्षेत्रफल हेक्टेयर में पौधे 149300 लगाये जायेंगे, ग्राम विकास के द्वारा 65.00 हेक्टेयर में 71000 पौधे लगाये जायेगें, औद्योगिक विकास विभाग द्वारा 1.00 हेक्टेयर में 650 पौधे लगाए जायेगें, सिंचाई विभाग द्वारा 9.00 हेक्टेयर में 9750 पौधे लगाये जायेगें, लोक निर्माण विभाग द्वारा 3.00 हेक्टेयर में 3250 पौधे लगाये जायेंगे, रेशम विभाग द्वारा 2.00 हेक्टेयर में 2600 पौधे लगाये जायेंगे, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा 3.00 हेक्टेयर में 3250 पौधे लगाये जायेंगे, माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा 3.00 हेक्टेयर में 3250 पौधे लगाये जायेगे, बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 2.00 हेक्टेयर में 2667 पौधे लगाये जायेंगे, नगर विकास द्वारा 3.00 हेक्टेयर में 3250 पौधे लगाये जायेंगे कुल 1306.00 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 1592667 पौधों का वृक्षारोपण किया जायेगा।जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि वह जिले के समस्त स्कूलों में बड़े छायादार/फलदार 2-2 वृक्ष अवश्य लगवायें। उन वृक्षों की अच्छी तरह देखभाल भी करायें। ब्लाॅक निगोही के ग्राम घटिया तिवारी सहित स्कूल की सभी भूमि पर वृक्षारोपण कराया जाये। उक्त अवसर पर डी0एफ0ओ0 एन0के0 सिंह ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश के क्रम में जिन किसानों की ऋण माफी की गयी है और उन्हें ऋण माफी का प्रमाण पत्र दिया जायेगा उन सभी किसानों को उसी समय 10-10 पौधे की वृक्षारोपण हेतु दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में वन विभाग की 9 पौधशालाओं में जामुन, शीशम, अर्जुन, नीम, प्रोसोपिस, पाकड़, कचनार, गुलर, पीपल, यूकेलिप्टस, कंजी, छितवन, इमली, आॅवला, जंगलजलेबी, अशोक, कदम्ब, बेल, आम, चिलबिल, सागौन आदि वृक्षों के 22.60 लाख पौधे मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त 7 प्राइवेट पौधशालाओं में भी 4.57 लाख पौधे उपलब्ध हैं।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री टी0के0शिबु, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) जितेन्द्र कुमार शर्मा, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, शारदा नहर, उद्यान आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।