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Tuesday, June 27, 2017
नेशनल मिशन फार सस्टेनेबल एग्रीकल्चर के अन्र्तगत वर्षा सिंचित क्षेत्र विकास कार्ययोजना सम्बन्धी बैठक सम्पन्न हुई
टेलीफोन पर प्राप्त जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु कलेक्ट्रेट में खुले नियंत्रण कक्ष से जनता के लिये हो रहा है लाभकारी
टेलीफोन पर प्राप्त जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु कलेक्ट्रेट में खुले नियंत्रण कक्ष से जनता के लिये हो रहा है लाभकारी
Monday, June 26, 2017
डायल 100 पुलिस ने दिखाया रौब
डायल 100 पुलिस ने दिखाया रौब
एक प्राइवेट फाइनेंस की दुकान पर आये
फोटो खींचने पर भड़का सिपाही-
एसएसपी को कराया गया मामले से अवगत
फ़िरोज़ाबाद।। जिला अस्पताल के सामने डायल 100 वका एक वाहन संख्या यूपी 32 डीजी 0650 आकर रुका और ऊपर वाली मार्केट में एक फाइनेंस के ऑफिस पर एक व्यक्ति संग आये। इस दौरान जानकारी होने पर मीडिया द्वारा उनका फोटो लिया गया तो सिपाही भड़क गया। कहने लगा ऐसे फोटो नहीं खींचने चाहिए। बाकी साथ में आये दरोगा ने भी मामले के बारे में कुछ भी बताने से इनकार किया। किसी के न मिलने पर एक व्यक्ति को पकड़ कर ले गए। अब सवाल यह उठता है अगर कोई मामला बनता है तो मीडिया का कोई भी व्यक्ति इनसे पूछकर फोटो खींचेगा। यह कोई इनकी ऑफिशयल मीटिंग तो नहीं थी। कहीं कोई घटना होती है तो या कोई अन्य बात होती है तो प्रिंट मीडिया को ये अधिकार है मीडिया का कोई भी व्यक्ति फोटो खींच सकता है। फ़िलहाल मामले से एसएसपी अजय कुमार को अवगत करा दिया गया है।
कश्मीर सिंह ब्यूरो चीफ फिरोजाबाद
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
ईद की नमाज सभी मस्जिदों में हुई संपन्न
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
जिलाधिकारी व एसएसपी ने दी ईद की शुभकामनायें
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
Sunday, June 25, 2017
नील गायो के आतंक से परेशान है किसान
नील गायो के आतंक से परेशान है किसान
मोहम्मदी-। गुलौली रोड के बीसियो गांवो के सैकड़ो किसान नील गाय के झुण्डो के आतंक से पीड़ित है। क्षेत्र में नील गायो के दर्जनो झुण्ड आंतकवादियो की भाति सक्रिय है जो फसलो को तो भारी नुकसान पहुचा ही रहे है साथ ही रोडो पर छलागे लगाने के चलते आये दिन र्दुघटनाए घटित होती है। बाइक लीलगाय भिडन्त में कई जाने भी जा चुकी है। किसानो के द्वारा काफी समय से इन नील गायो से मुक्ति दिलाये जाने की प्रशासन एवं वन विभाग से की जा रही है लेकिन किसानो की समस्या कोई सुनने को तैयार नही है। तहसील क्षेत्र के दोनो ब्लाक क्षेत्रो में हजारो की संख्या में मौजूद नील गायो के आतंक से किसान खासा परेशान है। एक साथ दर्जनो के झुण्ड में रहने वाली ये नील गाय जिस खेत या क्षेत्र में पहुच जाये तो वहां के खेत के खेत फसले विशेष रूप से दलहनी, तिलहनी सहित सब्जी वाली फसले पलक झपकाते ही साफ हो जाती है। खेतो की रात-दिन रखवाली करने के उपरान्त भी कृषक इन अताताई नील गायो से फसलो की सुरक्षा नही कर पा रहे है। यही नही ये अताताई नील गायो के झुण्ड जब एन.एच-24 मोहम्मदी-शाहजहांपुर, पसगवाॅ-जे.बी.गंज, गुलौली रोड, बरबर रोड, बरबर से जहानीखेड़ा रोड पर चौकड़ी भरती हुई रोड क्रास करती है तब इन मार्गो से गुजरने वाले वाहनो विशेष रूप से बाइक एवं छोटी कार चालको के लिये ये जानलेवा साबित होती है। वर्ष 2016 में लगभग तीन दर्जन र्दुघटनाओ में पांच लोगो की जाने चली गयी और तमाम लोग गम्भीर रूप से जख्मी हो गये। ये नील गाय फसलो की दुश्मन साबित होने के साथ-साथ वाहन चालको के लिये भी दुश्मन साबित हो रही है। किसानो को दोहरी हानि का सामना करना पड़ रहा है। मोटी लागत लगाकर फसल तैयार की तैयार हुई तो नील गायो का झुण्ड चटकर गया। लम्बे समय से किसान इन नील गायो के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग वन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन से करते आ रहे है लेकिन इन जिम्मेदारो के कानो पर जू नही रेंग रही है।
दिनेश सिंह सोमवंशी लखीमपुर ब्यूरो चीफ
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
तलाबो पर हो रहा अवैध कब्जा, प्रशासन बेखबर
तलाबो पर हो रहा अवैध कब्जा, प्रशासन बेखबर
मोहम्मदी-खीरी। प्रदेश भर में भू-माफियाओं के विरूद्ध सख्त एवं विशेष अभियान चलाकर समस्त ग्राम समाज, खलिहान, चारागाह, स्कूल, स्कूल फार्म, तालाबो को अवैध कब्जा मुक्त कराने व दोषियो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गये थे। हो सकता है कि प्रदेश के अन्य जनपदो एवं तहसीलो में इस आदेश का अनुपालन किया गया हो लेकिन मोहम्मदी तहसील में इसका असर एक दम नही दिखा। कुछ माह पूर्व तहसील प्रशासन ने पसगवां ब्लाक में दो स्थानो पर तब ग्राम समाज भूमि को मुक्त कराया था जब सत्ता पक्ष के लोगो ने दवाब बनाया था। नई सरकार बनी थी जिसका भोकाल ज्यादा थाा। उस दवाब में एसडीएम, सीओ ने खड़े होकर खड़ा गेहूं कटवा लिया था। समय बदला उसके बाद कोई तालाब , खलियान, ग्राम समाज ,श्मसान की भूमि पर ज्यादातर दवंगो व प्रधानो के संरक्षण मे उनके खास लोगो का कब्जा बना हुआ है ।उसके बाद भी सरकारी अमला खामोसी साधे बैठा है ।न तो कोई लेखपाल और न कोई अधिकारी ही ग्रामपंचायतो की भूमि को कब्जा मुक्त करना चाहते है ।खुलेआम सरकार के आदेशो की धज्जियाॅ उडाई जा रही है ।जब कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि कब्जेदारो से कब्जा मुक्त कराकर दोषी व्यक्तियो पर कठोर कार्यवाही जाए ।
दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
समुदायो को एकजुट कर समानता का अधिकार दिलाना - राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजीव दुवे
समुदायो को एकजुट कर समानता का अधिकार दिलाना - राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजीव दुवे
राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने हाथरस ज़िलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह के कार्यो की सराहना करते हुये उन्हे बधाई दी व सम्मानित किया अौर पार्टी की नीतियों को बताते हुये कहा कि राष्ट्रीय जनता पार्टी (एस) का प्रथम कार्य सभी वर्ग, समुदायो को एकजुट कर समानता का अधिकार दिलाना है! ज़िससे भेदभाव, जाती-धर्म के नाम पर अन्य राजनैतिक दलो द्वारा किये जा रहे समाजिक वर्गीकरण को पूर्णता समाप्त किया जाये! अौर इसी के साथ बढ़ रही बेरोजगारी, जनसंख्या वृद्धी कर जैसे तमाम एजेंडो पर चर्चा की अौर साथ ही जनपद हाथरस के सभी ब्लाँक व तहसीलो पर युवाओ को रोजगार देने का ऐलान किया! इसी श्रृंखला में प्रदेश उपाध्यक्ष अनुपम दीक्षित ने सूबे की सरकार पर निशाना साधते हुये कहा की राज्य में बढ़ रहे आपराध से जनता पूरी तरह त्रस्त है ज़िसका खामियाजा राज्य सरकार को जल्द हीं भुगतना पड़ेगा! अौर इसी के साथ प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ श्रीमती विजया शर्मा जी ने कहा की महिलाओं के साथ आये दिन हो रहे जघन्य अपराधो पर अंकुश लगाने के लिये महिलाओं का एकजुट होना बहुत ज़रूरी है, अौर कार्यशील माहिलाओं के साथ उनके सहयोगियों द्वारा किये जा रहे शोषण के गंभीर विषय पर भी चर्चा की ! इसी श्रृंखला को आगे बढाते हुये राष्ट्रीय महासचिव नरेन्द्र कुमार सिंह ने स्वच्छ व स्वस्थ्य राजनीति पर चर्चा की अौर कहा कि हो रही देश की दुरगती से देश को बचाने का एक मात्र विकल्प स्वच्छ व स्वस्थ्य राजनीति ही है, ज़िसके लिये सबसे पहले हमे अौर बाद में दूसरो की सोंच को परिवर्तित करना होगा ! जैसे हाथ की मुठ्ठी बन्द हो तो उसकी ताकत बढ़ जाती है, उसी प्रकार सोंच में बदलाव आये तो देश के हालात बदलते वक्त नहीं लगेगा! अौर तब इन हालात में स्वच्छ व स्वस्थ्य राजनीति का निर्माण होना तय होगा! बरेली ज़िलाध्यक्ष मुनीष सक्सेना जी ने कार्यक्रम को संचालित किया !
Saturday, June 24, 2017
एक फिल्म जो आम आदमी की जुबान बनने जा रही है
एक फिल्म जो आम आदमी की जुबान बनने जा रही है
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अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कहते हैं सोने से तपकर कुन्दन बन जाता है। जिसका मूल्य बेशकीमती होता है। एकलव्य फिल्मस एंड टेलीविजन मुबंई के बैनर तले निर्मित फिल्म पहल निश्चित रूप से सोने से कुन्दन बनने की कसौटी पर खरा उतरने की तैयारी में है। जिस फिल्म के विषय मे माह दो माह के निर्माण का आंकलन लगाया गया था ,उसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म बनाने के प्रयास में आज लगभग वर्ष भर पूर्ण होने को आ रहा है। मगर हमें समय की बंदिश से कोई परेशानी नही है। हमे सर्वश्रेष्ठ देना है हमारा ऐसा प्रयास है ।
विगत दिनो जब हिमाचल की वादियों मे फिल्म पहल के मधुर तराने गूंज रहे थे तो शूटिंग स्थल पर शायद ही कोई होगा जिसने केवल गीतों को सुनकर फिल्म की प्रशंसा नही की हो। ऊपर से राजशेखर साहनी का तो वहां हर कोई दीवाना हो गया । ऐसा माहौल और लोगों की प्रतिक्रिया साबित करती है कि हमारा प्रयास सार्थक है। निश्चित रूप से हम फिल्म पहल के माध्यम से बालीवुड मे सफलतापूर्वक प्रवेश करने जा रहे हैं ।
प्रचलित फिल्मी फार्मूला को बदलने वाली फिल्म है पहल
प्रचलित फिल्मी फार्मूला को बदलने वाली फिल्म है पहल
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अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र।
एकलव्य फिल्मस एंड टेलीविजन मुबंई के बैनर तले निर्मित फिल्म पहल की शूटिंग उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश की वादियों में संपन्न हो चुकी है । कम बजट की फिल्म होने के बावजूद मीडिया में जिस प्रकार पहल चर्चित हुई है, उससे आड़ियंस में फिल्म के प्रति काफी आकर्षण बढा है । यद्यपि फिल्म के निर्माता और निर्देशक फिल्म का प्रोमो आदि अभी भी रिलीज करने से बच रहे हैं मगर मीडिया ने लोगों मे फिल्म के प्रति काफी जिज्ञासा बढा दी है। वैसे भी मीडिया किसी भी अलग प्रयोग को हाथों-हाथ लेता है। फिल्म पहल को लेकर भी मीडिया ने ऐसी ही प्रतिक्रिया प्रकट की । विश्वस्त सूत्रों की माने तो फिल्म पहल बालीवुड के फिल्मी फार्मूलों के विपरीत जाकर निर्मित हुई है । इससे फिल्म पहल के प्रति काफी सस्पेंस बढ गया है ।
फिल्म की सबसे बड़ी विशेषता इसमें राजशेखर साहनी जैसे थियेटर के बड़े कलाकारो की उपस्थिति भी है । राजशेखर साहनी नाटककार भीष्म साहनी के हानुश नाटक से काफी प्रसिद्धि बटोर चुके हैं । उनका जींवत अभिनय और एक समान्य युवा छात्र का किरदार फिल्म पहल को नये परिपेक्ष्य की तरफ ले जाने का स्पष्ट संकेत है । फिल्म पहल दर्शकों को संभवत उन दशकों की सैर करायेगी जिसमे उनके बुजुर्गो ने समय गुजारा है ।अभी फिल्म पहल के पोस्ट प्रोडक्शन का कार्य चल रहा है । संभवत शीघ्र ही निर्माता पहल का ट्रेलर रिलीज कर देंगे । इससे लोगों की फिल्म की कहानी को लेकर उहापोह पर कुछ विराम लगेगा । मगर जिस प्रकार अभी तक पहल की कहानी को गोपनीय रखा गया है ,उससे लोगों में दिलचस्पी जरूर बढी है । निर्माता रामसूरत बिंद भी अपने साक्षात्कार के दौरान इस विषय पर बोलने से बचते रहे हैं । मगर अब कुछ ही माह के बाद पहल रूपहले पर्दे पर प्रदर्शित होगी तो लोगों के मन में चल रहे कई सवालों के जवाब स्वत हल हो जायेंगे ।
असीम कृष्णा