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Monday, May 20, 2019

एस ओ ने खुद चालान काटे और कहा न सुधरे तो सीज करेगे

      
मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर । बिठूर मन्धना चौराहे पर जाम को देखते हुए टेंपो विक्रम वालों की अराजकता के चलते यशो बिठूर ने मन्धना चौराहे पर भरी दुपहरी में चलाया अभियान अभियान चलाकर किए चालान कहा दोबारा ऐसा करने पर गाड़ी सीज होगी।

गजल किंग पद्मश्री पंकज उदास ने किया नक्काश का म्यूजिक लान्च,फ़िल्म 31 मई को होगी रिलीज

फ़िल्म की स्टार कास्ट के साथ शायर आलोक श्रीवास्तव भी मौजूद रहे

पंकज उदास ने कहा कि दिलों को जोड़ने वाले ऐसे गानो का बनना जरूरी

मुंबई। कटेंट और स्ट्रांग स्टोरी की वजह से चर्चा में आई फिल्म नक्काश का म्यूजिक मुंबई में मशहूर गज़ल गायक पद्मश्री पंकज उदास ने लांच किया। इस मौके पर फिल्म के डायरेक्टर ज़ैग़म इमाम, प्रोड्यूसर पवन तिवारी गोविंद गोयल स्टार कास्ट इनामुलहक, शारिब हाशमी और कई जाने माने चेहरे मौजूद थे। पंकज उदास ने नक्काश के मेन टाइटिल सांग "वो दौर दिखा जिसमें इंसान की खूशबू हो, इंसान की सांसों में ईमान की खूशबू हो" की जमकर तारीफ़ की और कहा कि ऐसे गानें दिलों को जोड़ते हैं इनमें मिट्टी की खूशबू है इसलिए इनका बनना बेहद जरूरी है। उन्होंने इस गीत को लिखने वाले शायर आलोक श्रीवास्तव की तारीफ भी की कहा कि आलोक की गजलें इंसानियत को बढ़ावा देने वाली होती हैं। फिल्म के इस गाने का टीज़र सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है। मीडिया बात करते हुए आलोक श्रीवास्तव  ने कहा कि ये गज़ल जब मैंने लिखी तो ये जरूर लगा कि इसे कोई बड़ा प्लेफॉर्म मिलना चाहिए और नक्काश के जरिए ऐसा हो गया। नक्काश सामाजिक सरोकारों से जुड़ी एक बेहतरीन फिल्म है और मेरा गाना इस फिल्म का हिस्सा है ये खुशी की बात है। इस गाने के जरिए लोग इंसानियत को महसूस कर सकते हैं। इस गानों को बच्चों ने गाया है। फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर अमन पंत ने कहा कि गाने के बोल अच्छे थे और हम काफी दिनों तक ये सोचते रहे कि इसे आखिर कैसे रिकॉर्ड किया जाए आखिर में ये विचार आया कि इसे बच्चों की प्रार्थना का रूप दिया जाए। हमने ऐसा किया और ये प्रयोग सफल रहा। नक्काश के डायरेक्टर जैगम इमाम ने इस गाने को फिल्म में लेने के बारे बताया कि पहली बार में मैंने इस गाने की एक लाइन आलोक श्रीवास्तव के ट्विटर हैंडल पर देखी थी तब से से दिमाग में ये बात थी कि इसे नक्काश में शामिल करना है। नक्काश 31 मई को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है।

मेरा कोई राजनीतिक स्टैंड नहीं है, लेकिन बतौर फिल्ममेकर मैं स्टैंड लेता हूँ : जैगम ईमाम

फ़िल्म नक्काश और जैगम ईमाम की ज़िंदगी व फिल्मी कैरियर के बारे में अक्रॉस टाइम्स के संवाददाता ने पूछ तो उन्होंने बताया कि मेरा कोई राजनीतिक स्टैंड नहीं है, लेकिन बतौर फिल्ममेकर मैं स्टैंड लेता हूँ।

प्रश्न : नक्‍काश किस जोनर की फिल्‍म है, फिल्‍म के बारे में थोडा तफसील से बताएं ?

उत्तर: ये एक सोशल पॉलिटिकल ड्रामा है। सीधे शब्दों में कहें तो सामाजिक फ़िल्म है लेकिन ट्रीटमेंट के लिहाज़ से सोशल पॉलिटिकल थ्रिलर भी कह सकते हैं। नक्काश बनारस में बेस्ड है और इसके केंद्र में एक मुस्लिम किरदार अल्लाह रक्खा सिद्दीकी है जो मंदिरों में नक्काशी का काम करता है। अल्लाह रक्खा और उसके पूर्वज लंबे अर्से से ये काम करते आ रहे हैं। अल्लाह रक्खा को उसके काम में ट्रस्टी भगवान दास वेदांती का संरक्षण प्राप्‍त है। मठ के अध्यक्ष वेदांती अल्लाह रक्खा से प्यार करते हैं और बतौर कलाकार उसे बड़ा सम्मान देते हैं लेकिन बदलती हुई राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों के बाद अल्लाह रक्खा का मंदिर में जाना कितना मुश्किल होता है और उसे दोनों समुदायों का कट्टरपंथियों का विरोध भी झेलना पड़ता है। उसके अपने लोग यानि मुसलमान उससे इस बात से नाखुश हैं कि वो एक मुस्लिम होते हुए भी मंदिर में काम करता है तो वहीं हिंदू धर्म के कुछ लोगों को इस बात से आपत्ति है कि मंदिर के गर्भगृह में मुसलमान का काम करना सही नहीं है। कबीर के शहर बनारस में दोनों समुदायों के बीच पिस रहे अल्ला रक्खा का क्या होता है यही आगे की कहानी है। क्या वो नक्काशी जारी रख पाता है या फिर उसे हालात के आगे सिर झुकाना पड़ता है। 

प्रश्न : दोजख, अलिफ और अब नक्‍काश तीनों फिल्‍मों के केंद्र में बनारस है, इसकी कोई खास वजह ?
प्रश्न : बनारस को चुनने की कई वजहे हैं। पहली तो यह कि मैं खुद बनारस से हूं और लंबे अर्से तक वहां के सामाजिक बदलावों को देखा है। दूसरी और सबसे बड़ी वजह यह कि देश में बनारस को सांस्कृतिक राजधानी का दर्जा प्राप्त है। देश में गंगा जमुनी तहजीब की बात बिना बनारस के पूरी नहीं हो सकती है। कबीर के इस शहर में हिंदू मुस्लिम रिश्ते और उनके बीच के सामाजिक ताने बाने को जितनी अच्छी तरह से समझा जा सकता है मेरे ख्याल से कहीं और मुमकिन नहीं है। मेरी अब तक कि फिल्में देश में हिंदू मुस्लिम के रिश्तों बदलावों और कट्टरता पर कड़ी चोट से जुड़ी रही हैं। मुझे लगता है कि अगर बनारस न होता तो मैं अपनी कहानियां कभी कह नहीं सकता।  

प्रश्न : आपकी तीसरी फिल्‍म रिलीज को तैयार है, खुद को कहां पाते हैं, कैसा एक्‍सपीरियेंस रहा ?
उत्तर : फिल्म मेकिंग अपने आप में मुश्किल काम है। उससे भी ज्यादा मुश्किल है एक के बाद अच्छी फिल्में बनाना। पहली फिल्म में आपके ऊपर दबाव कम होता है। आप ये कहकर भी छूट सकते हैं कि नए है लेकिन दूसरी तीसरी फिल्मों में परफॉर्म करना बेहद जरूरी है क्योंकि फिर कोई भी आपको इस बात की छूट नहीं देगा। जहां तक खुद को कहां पाते हैं का सवाल है तो काफी बेहतर पोजीशन में हूं। सिनेमा एक बहुत बड़ा माध्यम है और इसे समझना आसान नहीं है। धीरे धीरे सीख रहा हूं यही कह सकते हैं। इन सब बातों के बीच इस बात की खुशी भी होती है कि तीन फिल्में बना चुका और पब्लिक ने काफी सराहना की और प्यार दिया। एक फिल्ममेकर को और क्या चाहिए। 

प्रश्न : डिफरेंट जोनर की फिल्‍में बन रही इन दिनों ,ऐसे में आप किस तरह के ऑडिएंस को टारगेट कर फिल्‍म बनाते हैं ?
प्रश्न : देखिए भारतीय सिनेमा में सकारात्मक बदलाव आए हैं। मसाला फिल्मों के अलावा ऐसी फिल्मों को भी तरजीह मिल रही है जो समाज के उन अनछु, पहलुओं पर बात कर रही हैं जिनके बारे में लोग बात भी नहीं करना चाहते। जहां मेरी फिल्मों के आडिएंस की बात है तो मैं ये सोचकर फिल्में नहीं बनाता कि किस वर्ग को देखनी चाहिए या फिर किस वर्ग को नहीं। मेरी फिल्में हर कोई देख सकता है। 

प्रश्न : तीनों फिल्‍मों का केंद्र हिन्‍दू मुस्लिम है तो क्‍या इस फिल्‍म से दोनों समुदाय की दूरी बढेगी या घटेगी ?

प्रश्न : देखिए कला का मतलब ही सकारात्मकता फैलाना है। मेरी फिल्म उन मुद्दों उन नकारात्मक घटनाओं पर चोट करती है जिनकी वजह से समुदायों में दूरियां बढ़ रही हैं। आप फिल्म को देखकर सोचने पर मजबूर होंगे जाहिर सी बात है कि ये फिल्म आंखें खोलने वाली होगी और दोनों समुदायों के बीच दूरियां घटाएगी। जिस तरह पत्रकार, लेखक और दूसरी विधाओं में पारंगत कलाकार समाज में अपना अपना कांट्रीब्यूशन करते हैं ठीक वैसे ही एक फिल्म मेकर होने के नाते मैं अपना पार्ट निभा रहा हूं।


प्रश्न :  वर्तमान राजनीतिक परिदूश्‍य में यह फिल्‍म किस खाके में फिट बैठेगी ?
प्रश्न : देखिए जहां राजनीतिक परिदृश्य का सवाल है तो एक फिल्म मेकर होने के नाते मैं अपने आपको राजनीति से दूर रखता हूं। बतौर फिल्ममेकर मेरा राजनीतिक स्टैंड नहीं है, हां बतौर फिल्म मेकर मैं स्टैंड लेता हूं, जो आपको मेरी फिल्मों में दिखता है। आजके राजनैतिक परिदृश्य ने सामाजिक देश के सामाजिक ढांचे को प्रभावित किया है ये बात आपको नक्काश में भी दिखेगी अब इसका कोई किस तरह से मतलब निकालता है ये उसके ऊपर निर्भर करेगा। 

प्रश्न : ऐसा भी तो हो सकता था कि मस्जिद में किसी हिंदू को काम करते दिखाते ?
उत्तर : बिल्कुल हो सकता है। लेकिन नक्काशी की जिस कला को मैंने अपनी कहानी का बैकड्राप बनाया उसमें मेरे पास इस तरह का कोई उदाहरण नहीं था। मैं पेशे से एक पत्रकार रह चुका हूं। पहले मैं बनारस के मंदिरों में नक्काशी करने वालों पर डाक्यूमेंट्री बनाना चाहता था, लेकिन बहुत सारे लोगों ने जब कैमरे पर इस बारे में बात करने से इंकार कर दिया तो फिर मैंने फिल्म बनाने की सोची। वैसे सच कहूं तो मेरे ख्याल से  मेरी फिल्में हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल होती हैं फिर चाहे मुस्लिम मंदिर में काम करे या फिर हिंदू मस्जिद में मेरे लिए ये दोनों बातें एक जैसी ही हैं। 

प्रश्न : फिलवक्‍त के सामाजिक माहौल में आपकी फिल्‍म कितनी साकारात्‍मक ऊर्जा भरेगी ?
उत्तर : देखिए मैं ये कहना चाहूंगा कि मेरी फिल्म आज के माहौल में आंखें खोलने वाली साबित होगी। हमारे देश का लंबा सांस्कृतिक इतिहास रहा है। सर्व धर्म समभाव और वसुधैव कुटुंबकम हमारी रग रग में है ऐसे में नक्काश फिर से उसी चेतना को जगाने वाली फिल्म होगी जो हमें बताती है कि हम हिंदू या मुसलमान होने से पहले इंसान हैं और हिंदुस्तानी हैं।

ज्ञान प्रकाश ( सम्पादक)
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

ड्राइविंग लाइसेन्स की प्रिन्टिंग व डिस्पैच का कार्य केन्द्रीयकृत रूप से मुख्यालय लखनऊ द्वारा किया जा रहा


शाहजहाँपुर।। प्रशासन/प्रवर्तन सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी मनोज प्रसाद वर्मा ने बताया कि परिवहन विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद के परिवहन कार्यालय में बनने वाले ड्राइविंग लाइसेन्स की प्रिन्टिंग व डिस्पैच का कार्य केन्द्रीयकृत रूप से मुख्यालय लखनऊ द्वारा किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि आवेदक अपने ड्राइविंग लाइसेन्स (स्थायी, नवीनीकृत, द्वितीय प्रति आदि) की अद्यतन स्थिति की जानकारी के लिए किसी भी कार्य दिवस में प्रातः 08ः00 बजे से सायं 08ः00 बजे तक हेल्पलाइन नम्बर 18001800152 (टाॅल फ्री) पर दूरभाष से वार्ता कर जानकारी ले सकते हैं।

गौरव शुक्ला ब्यूरो चीफ शाहजहाँपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

निःशुल्क 480 घण्टे का इन्फारमेशन टेक्नालाॅजी प्रशिक्षण की अन्तिम तिथि 05 जून


शाहजहाँपुर। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी ले0कर्नल लक्ष्मी नारायण त्रिवेदी ने बताया है कि जनपद के समस्त भूतपूर्व सैनिकों/वीर नारीयों/स्व0 सैनिकों की पत्नियों को तथा उनके आश्रितों को सूचित किया जाता है कि निःशुल्क 480 घण्टे का इन्फारमेशन टेक्नालाॅजी प्रशिक्षण, 300 घंटे का कम्प्यूटर फैशन डिजाईनिंग एवं 180 घंटे का टैली प्रशिक्षण, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास, कल्याण द्वारा कराया जाना प्रस्तावित है। इच्छुक पात्र 31 मई, 2019 तक जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास, कार्यालय शाहजहाँपुर से आवेदन प्राप्त कर 05 जून 2019 तक जमा कर दें।

गौरव शुक्ला ब्यूरो चीफ शाहजहाँपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

साइबर अपराधों की रोकथाम हेतु आॅफीशियल ट्विीटर हैण्डल @CyberDost प्रारम्भ


शाहजहाँपुर। सविच, उत्तर प्रदेश शासन भगवान स्वरूप ने गृह मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से बताया कि साइबर अपराधों की रोकथाम हेतु आॅफीशियल ट्विीटर हैण्डल @CyberDost प्रारम्भ किया है। उन्होंने बताया कि इंटरनेट के माध्यम से हो रहे अपराधों को रोकने हेतु प्रदेश की जनता को शिक्षित किया जाना व उनमें जागरूकता फैलाया जाना अत्यन्त आवश्यक है। ताकि साइबर अपराधों की रोकथाम में प्रगति हो सके। इस कार्य के लिए वित्तीय संस्थाएॅ, सामाजिक संस्थाएॅ, तथा शिक्षण संस्थानों के माध्यम से जनता को जागरूक करने के लिए गाइड लाइन जारी की गयी है।उन्होंने यह भी बताया है कि गृह मंत्रालय, भारत सरकार के उक्त ट्विीटर हैण्डल का व्यापक प्रचार-प्रसार कराते हुए सामान्य जनता एवं सरकारी सेवकों से उक्त ट्विीटर हैण्डल को उनकी जानकारी को अद्यतन करने हेतु नियमित रूप से फाॅलो करें।

गौरव शुक्ला ब्यूरो चीफ शाहजहाँपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

वरिष्ठ पत्रकार संतोष पांडे के पुत्र प्रसून पांडये की आकस्मिक मृत्यु पर प्रेस क्लब व युवा प्रेस क्लब ने शोक सभा की


मोहम्मदी,लखीमपुर खीरी।। वरिष्ठ पत्रकार संतोष पांडे के पुत्र प्रसून पांडे की दिल का दौरा पड़ने से  आकस्मिक  मृत्यु हो जाने पर प्रेस क्लब व् युवा प्रेस क्लब की संयुक्त बैठक वरिष्ठ पत्रकार बीपी सिंह की अध्यक्षता में नगर पालिका सभागार मे हूई ,जिसमें श्री पांडे के पुत्र के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया गया शोक सभा में 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई और परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना की गई इस शोक संतप्त परिवार को यह दुख सहन करने की क्षमता प्रदान करें शोक सभा के उपरांत सभी पत्रकार गण श्री पांडे के निवास स्थान पर पहुंचे जहां श्री पाडे जी को शोक सभा का पत्र सौंपकर दुख व्यक्त किया इस शोक सभा में प्रमुख रूप से युवा प्रेस क्लब के अध्यक्ष मोहम्मद अब्बास नकवी ,प्रेस क्लब के महामंत्री मुजीब अहमद सिद्दीकी, युवा प्रेस क्लब के महामंत्री सुखविंदर सिंह ,उपाध्यक्ष रवि कुमार शुक्ला , हरिश्चंद्र सिंह, शिवम राठौर ,मोहम्मद इरफान शिबलू, मोहम्मद इलियास ,डॉ जरार खान, दिनेश सिंह सोमवंशी , रियासत अली ,आकाश सैनी, सिदाकत मंसूरी ,आदेश गुप्ता , किशन निषाद ,तनवीर सिद्दीकी , अमित सिंह कुशवाहा ,फिरोज मंसूरी ,रवि उल्ला खान सहित सभी पत्रकार मौजूद रहे।


दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

मजदुर नेता की रिहाई के लिए महिलाये हुई एक जुट ,की नारेबाजी ,मजदुर नेता को जेल से रिहा कराने को लेकर लगाया जाम


फिरोजाबाद।। चूड़ी जुड़ाई मजदूरों की हड़ताल को लेकर प्रशासन मजदूर नेता को जेल भेज दिया ,मजदूर नेता की रिहाई की मांग को लेकर महिलाओ ने नगर विधायक के निवास पर घेराव का कर प्रदर्शन किया ,इस दौरान नगर विधायक मनीष असीजा ने कहा कि चूड़ी जुड़ाई मजदूरों की हड़ताल पर प्रशाशन फेल हुआ है बताते चले उत्तर प्रदेश के जनपद फ़िरोज़ाबाद में चूड़ी जुड़ाई मजदूरो की हड़ताल ने फ़िरोज़ाबाद के कारोबार की कमर तोड़ कर रख दी है ,डेढ़ माह की हड़ताल के बाद फ़िरोज़ाबाद में हालात दिन पर दिन खराब होते नजर आ रहे है ,हड़ताल पर शख्त रवैया अपनाते हुए प्रशासन ने 5 दिनपहले मजदूर नेताओ को गिरफ्तार जेल भेज दिया था ,जिसको लेकर चूड़ी जुड़ाई महिला मजदूरों ने अपने नेता की रिहाई की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया ,ओर नगर विधायक के निवास पर जाकर धरना दिया ,आरोप है नगर विधायक के इशारों पर मजदूर नेताओ को जेल भेजा गया है। वही एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि पिछले 1 महीने से काम बंद होने की वजह से उसे भीख मांगनी पड़ी रही है जिससे उसका गुजारा चल रहा है ना तो कोई पूछने वाला है और ना ही कोई सुनने वाला है। गौरतलब है कि जुड़ाई संघ की हड़ताल के चलते मजदुर नेता रामदास मानव को उसके 6 साथियों के साथ फिरोज़ाबाद थाना रामगढ पुलिस ने जेल भेज दिया था ,पुलिस द्वारा मजदुर नेता के ऊपर लूट और डकैती के मामले भी लगाये गए है जिसको लेकर पुलिस द्वारा गिरफ्तारी दिखाई गई ,मजदुर नेता की गिरफ्तारी के बाद से ही महिलाओं के आंदोलन तेज हो गए ,हर जगह महिलाओं द्वारा जाम लगाया गया ,दो दिन से महिलाओं द्वारा इस तरह रोड को जाम कर दिया जाता है लेकिन आश्वासन के बाद जाम खोल दिया जाता है ,आज भी जाम लगाया गया ,माग रखी गई की उनके नेता के ऊपर लगे हुए सभी आरोप निराधार है उन्हें हटाया जाए और जल्द ही उन्हें जेल से रिहा कराया जाए इस दौरान नगर विधायक मनीष असीजा ने का आरोप है कि चूड़ी जुड़ाई मजदूरों की हड़ताल को समाप्त कराने में प्रशासन फेल हुआ है इसी श्रंखला में धर्म सिंह यादव (एडवोकेट मजदूरों के वकील) अपने विचारों को रखते हुए कहा कि पिछले दिनों मजदूर नेता रामदास मानव सहित 6 लोगो के जेल जाने को लेकर महिलाये उग्र हो चुकी है ,नेता की रिहाई को लेकर महिलाएं एक जुट हो चुकी है और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपने नेता की रिहाई के किये सडक़ो पर उतर आई है ,ऐसा नज़ारा पहली बार नही बल्कि कल भी देखने को मिला जहा महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए रोड को जाम किया था लेकिन आश्वासन के बाद जाम को हटा दिया गया ,लेकिन जब देखा की उनके जाम के दौरान मिले आश्वासन के बाद कोई असर देखने को नहीं मिला तो आज फिर इसी क्रम के फिर से जाम कर दिया। वही विधायक मनीष अशिजा पर मजदूरों का गम्भीर आरोप लग रहा है कि विधायक किसी भी तरह से मजदूरों के आंदोलन को पूंजीपतियों के लिए कुचल रहे है और प्रशासन से मिलकर उनके नेताओ को जेल पहुँचा रहे है इस पर विधायक से जब मीडिया ने सवाल किया तब विधायक अपनी सुध बुध खो बैठे और खुद को कुत्ते से बिल्ली से नुचवाने की बात करने लगे।। 


कश्मीर सिंह मण्डल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र


मायके आई युवती की संदिग्ध परिस्थितियों हुई मौत

युवती की एक महा पहले हुई थी शादी

आगरा।। थाना बरहन क्षेत्र के अंतर्गत अपने मायके आई युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई परिजनों ने आनन फानन मैं युवती का दाह संस्कार कर दिया युवती की एक माह पहले शादी हुई थी एक दिन पहले ससुराल से मायके आई थी थाना बरहन पुलिस को सूचना मिली थी की एक गांव में युवती ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने गांव मैं जा कर छानबीन की तो किसी भी ग्रामीणों ने पुलिस के सामने अपना मुँह नहीं खोला पुलिस वापस लौट आई इस गांव में चार दिन मैं तीन घटनाएं हुई एक युवक दो युवतियां की मौत हो चुकी है। गांव वाले अपना मुंह खोलने के लिए तैयार नई है। पुलिस कुछ बताने को तैयार नही है।


सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

अपहरण की सूचना पर दौड़ी पुलिस


आगरा ।। फतेहावाद विगत शनिवार की रात लगभग एक बजे पुलिस को सूचना मिली कि ईधौन से नाथूराम का तीन लोग अपहरण कर ले गये है।सूचना मिलते ही पुलिस के होश उडगये और घटना स्थल की तरफ दौड लगा दी। प्रभारी निरीक्षक फतेहावाद कुशलपाल सिंह ने बताया कि रात लगभग एक बजे सौ नंबर डायल पर  भूरी सिंह पुत्र श्रीकृष्ण निवासी ईधौन ने सूचना दी कि मेरे भाई नाथूराम को तीन लोग अपहरण कर ले गये है।सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक, उपनिरीक्षक अशोक कुमार शर्मा मय पुलिस बल के साथ पीआरवी को लेकर ईधौन पहुंचे।जानकारी करने पर पता चला कि शनिवार सुबह मछली पकडऩे बाले जाल को लेकर नाथूराम और पप्पू पुत्र दौलतराम निवासी दतौजी थाना लाईन पार फिरोजाबाद से झगड़ा हुआ था।और पुलिस को रात मेभी झगड़ा होता हुआ मिला।पुलिस व्दारा झूठी सूचना देने पर भूरीसिह को तथा पप्पू, वीरी सिंह पुत्र अयोध्या प्रसाद निवासी नयावांस थाना लाईन पार फिरोजाबाद, बदन सिह पुत्र महेंद्र निवासी झारबाग फिरोजाबाद को सीआरपीसी की धारा 151के अंतर्गत रविवार को जेल भेज दिये गये है।

सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र 

लखनऊ एक्सप्रेस वे पर एक बार फिर पकड़ा गौवंशों से भरा ट्रक, 5 लोग किये गिरफ्तार


आगरा ।। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर फतेहाबाद थाना क्षेत्र के अंर्तगत टोल प्लाजा पर रविवार सुबह लखनऊ की ओर जा र‌हा एक कंटेनर संख्या एचआर 69 बी9529 को एक्सप्रेस वे पर टोलकर्मियों व पुलिस ने पकड़ा जिसमें 25 गोवंश भरे हुए थे जिन्हें काटने के लिए ले जाया जा रहा था। मौके से तीन लोग पकड़े गए वहीं इसके आगे चल रही एक स्विफ्ट डिजायर कार में चल रहे दो लोगों को भी पकड़ा गया । मौके पर पहुंची पुलिस ने गोवंशों को शंकरपुर घट के पास जंगल में छुडवा दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार आगरा की ओर से एक कंटेनर एक्सप्रेस वे के रास्ते लखनऊ की ओर जा रहा था टोल प्लाजा पर जब वह पहुंचा तो मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रोका कंटेनर खुलवा कर देखा तो उसमें गोवंश भरे हुए थे। पकड़े गए युवकों में असगर पुत्र सुभान, मुस्ताख पुत्र मुंशी निवासीगण रुनकता आगरा, काले पुत्र मुस्ताख निवासी शमशाबाद तथा आगे चल रही कार में अनीश पुत्र युनूस निवासी कोसीकलां मथुरा और भूरा पुत्र तौफीक निवासी अलीगढ़ को गिरफ्तार कर लिया पांचों को पशु क्रूरता की धाराओं में जेल भेज दिया है। पकड़े गए युवकों ने टोलकर्मियों पर 35000 रूपये लेने का भी आरोप लगाया है। इंस्पैक्टर केपी सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक राकेश कुमार सागर, उपनिरीक्षक सतेंद्र सिंह मय फोर्स मौके पर पहुंचे तथा सभी गोवंशों को टोल के पास ‌ही शंकरपुर के जंगलों में छोड दिया गया। ्अब तक की यह 7वीं घटना है जब कंटेनरों में लादकर गोवंशों को लखनऊ एक्सप्रेस वे के रास्ते कटान के लिए ले जाया जाता है। अभी तक अन्य घटनाओं में आरोपी भी पकड़े गए हैं जो पश्चिमी उप्र के विभिन्न जनपदों के थे। इधर गौवंशों के लगातार टोल के आस पास जंगलों में छोडे जाने से ग्रामीणों को फसल का खतरा हो गया है। वही ये गौवंश एक्सप्रेस वे पर चढकर भी खतरा बन सकते है।

सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र